कसौलीः केंद्रीय अनुसंधान संस्थान कसौली में ज्वलंत समस्याओं व मांगों का प्राथमिकता के आधार पर निराकरण किया जाएगा. संस्थान से संबंधित मांगों को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के समक्ष भी रखा जाएगा. यह बात भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष व शिमला के सांसद सदस्य सुरेश कश्यप व प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने सोमवार को सीआरआई कसौली में अपने दौरे के दौरान कही.
समाधान का दिया आश्वासन
संस्थान में कर्मचारी संघ के प्रधान विजय शर्मा, महासचिव रविकांत सहित अन्य ने नौ सूत्रीय मांगपत्र भी सौंपा. दोनों ने उनकी मांगों को सुना व उनके समाधान का आश्वासन दिलाया.
संघ ने ये रखी मांगे
जानकारी देते हुए संघ के प्रधान विजय शर्मा ने कहा कि इस नौ सूत्रीय मांगों में केंद्रीय अनुसंधान संस्थान को यथावत स्थिति बनाए रखना. संस्थान में पानी की आपूर्ति को बढ़ाने, एंटीसीरा प्रयोगशाला को नई सीजीएमपी प्रयोगशाला बनाने, संस्थान में अनुबंध के आधार पर नियुक्त आउटसोर्स कर्मियों के लिए नियमितीकरण की प्रणाली लागू करने जैसी मांगे रखी. उन्होंने कहा कि संस्थान की एंटी सीरा प्रयोगशाला को सीजीएमपी के मानकों के तहत बनाया जाए, ताकि संस्थान में एक ओर उपलब्धि जुड़ जाए.
डिस्पेंसरी में लोगों का इलाज शुरू करने की मांग
मांगपत्र में संस्थान की डिस्पेंसरी में लोगों का इलाज शुरू करने की मांग भी रखी गई. संस्थान को डॉग बाइट व स्नैक बाइट के लिए जाना जाता है, लेकिन पिछले कुछ सालों से इसमें सांप काटे व कुत्ते काटे का इलाज नहीं हो रहा है.
खाली पड़े पदों को भरने की मांग
इसलिए इसमें चिकित्सक स्टाफ मुहैया करवाया जाए, ताकि लोगों को फिर से यह इलाज सेवा मिल सके. इसके अलावा संस्थान में सभी श्रेणियों में खाली पड़े पदों को भरने की भी मांग रखी. संस्थान में सहायक निदेशक के
स्वास्थ्य संस्थान की बेहतरी का किया जाएगा प्रयास
पद को प्रोमोशन के आधार पर भरने और प्रशासनिक अधिकारी के पद को भी भरने की मांग रखी गई. संसद सदस्य सुरेश कश्यप व स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने कर्मचारी संघ को आश्वासन दिया कि वह उनकी मांगों व समस्याओं हल करवाया जाएगा. उन्होंने कहा कि यह संस्थान ऐतिहासिक स्वास्थ्य संस्थान है और इसकी बेहतरी के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे.
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