सोलन: हिमाचल प्रदेश के जिला सोलन में लंपी वायरस के मामले घटना शुरू हो गए (Lumpy virus cases decreased in Solan) हैं, लेकिन मृत्यु दर बढ़ने लगा (Lumpy virus death rate increased in Solan) है. जिसे लेकर पशुपालन विभाग ने चिंता जाहिर की है. गुरुवार को भी जिले में 36 पशुओं की लंपी वायरस से मौत हुई है. पशुपालन विभाग सोलन के उपनिदेशक डॉ. बीबी गुप्ता ने बताया कि जिले में लंपी वायरस के आंकड़े घटना शुरू हो चुके हैं जो सभी के लिए अच्छी खबर है, साथ ही मृत्यु दर भी बढ़ा है.
उन्होंने बताया कि जिले में पहले 300 से 400 लंपी वायरस के मामले रोजाना सामने आ रहे थे तो वहीं अब यह आंकड़ा 200 से 250 तक पहुंच गया है. उन्होंने कहा कि मामले कम तो हुए हैं लेकिन जिले में पशुओं की मौत का आंकड़ा बढ़ने लगा है. बीते कल भी जिले में 36 पशुओं की मौत हुई है. उन्होंने कहा कि सीरियस इलनेस वाले पशु ही लंपी वायरस से मर रहे हैं.
डॉ. ने बताया कि लंपी वायरस से जिले में 20% तक मृत्यु का आंकड़ा पहुंच चुका है. उन्होंने कहा कि जिले में उन पशुओं की ज्यादा मौत हो रही है जिनकी जानकारी पशुपालन विभाग में लोगों द्वारा देरी से दी जाती है और जिन पशुओं में रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहद कम है. उन्होंने कहा कि कुछ पशु दवाई से ही ठीक हो रहे हैं.
डॉ. बीबी गुप्ता ने बताया कि कुछ पशु एंटीबायोटिक से ठीक हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि जो भी पशु लंपी वायरस की चपेट में आ रहे हैं वे दो तीन दिन तक खाना-पीना छोड़ रहे हैं इसके बाद उनके ऑर्गन में इंफेक्शन हो रहा है और उससे उनकी मृत्यु हो रही है. डॉ. ने बताया कि जिले में अभी तक 12,956 पशु लंपी वायरस से ग्रसित हो चुके (Lumpy virus cases in Solan) हैं.
डॉ. ने बताया कि जिले में अब तक 7434 पशु लंपी वायरस से रिकवर हो चुके हैं. जिले में 4,981 मामले अभी भी एक्टिव है. वहीं, जिले में अभी तक वायरस से 814 पशुओं की मौत हो चुकी है. उन्होंने बताया कि जिले में अभी तक 20,000 पशुओं का वैक्सीनेशन किया जा चुका है. वहीं, दूरदराज के क्षेत्रों में जहां पर लंपी वायरस के मामले नहीं है वहां, विभाग द्वारा वैक्सीनेशन की जा रही है.
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