सोलन: सेब सीजन शुरू हो चुका है और सोलन की सेब मंडी में भी बागवान सेब लेकर पहुंच रहे हैं. सब्जी मंडी सोलन में हर साल करोड़ों का कारोबार होता है. इस बार भी बागवानों को अच्छे दाम मिलने की उम्मीद है लेकिन बागवान से लेकर आढ़तियों तक की मुश्किल कुछ और है. दरअसल बरसात के बाद मंडी दलदल में तब्दील हो गई है और आढ़ती इन्ही हालात में सेब का व्यापार करने को मजबूर हैं. यहां टीन के शेड में ही सेब व्यापार चल रहा (Lack of facilities in Solan Apple Market) है. हैरत की बात तो यह है कि बरसात के दिनों में एक तरफ दलदल और दूसरी तरफ गंदगी मंडी पहुंचने वालों के लिए मुसीबत का सबब बन रही है.
बाहरी राज्य से सोलन पहुंचे आढ़ती पवन मलिक और छोटू ने बताया कि वे हर साल यहां पर आकर सेब का व्यापार करते हैं, लेकिन यहां सुविधाओं का आभाव है, ना कैंटीन की सुविधा है और न ही पीने के पानी की. व्यापारियों को रोजाना मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा (Solan Apple Market) है. उन्होंने बताया कि यहां बरसात में मिट्टी दलदल बन चुकी है. ऐसे में गाड़ियां लोड, अनलोड करने में भी दिक्कत आ रही है.
रोजाना मंडी पहुंच रही 10 से 12 हजार सेब पेटियां: सोलन (fruit market solan) में इन दिनों सेब का व्यापार जोर शोर से हो रहा है. रोजाना 10 से 12 हजार सेब की पेटियां सब्जी मंडी पहुंच रही हैं. लेकिन अव्यवस्थाओं का आलम ये है कि बाहरी राज्यों से आने वाले आढ़तियों के साथ-साथ मंडी में आने वाले किसान-बागवान भी परेशान दिखाई दे रहे हैं. बाहरी राज्यों से इस बार सेब मंडी में आढ़ती भी कम आ रहे हैं. कारण यह है कि न तो यहां पर रहने की उचित सुविधा है और न ही गाड़ी खड़ी करने और न ही पीने के लिए पानी की सुविधा है. आढ़तियों के कम आने से व्यापार पर भी इसका खासा असर दिख रहा है.
हर साल 150 से 200 करोड़ का होता है कारोबार: सोलन सेब मंडी पहले ही मलबे के ढेर पर बनी है. इस सीजन के बीच यहां पर पक्के शेड बनाने का काम शुरू किया गया है. जिसे बनने में अभी काफी समय लगेगा. इस सेब मंडी में सेब सीजन में हर साल करीब 150 से 200 करोड़ रुपए का कारोबार होता है. इसके साथ सोलन मार्केटिंग कमेटी के अधीन आने वाली परवाणू सेब मंडी (Parwanoo Apple Market) में भी इतना ही करोबार होता है. पिछले साल अकेले सोलन मंडी में करीब 12 लाख सेब की पेटियां पहुंची थी. इस बार सेब पिछले साल की अपेक्षा ज्यादा है.
बारिश में बढ़ेगी और भी समस्या: अभी सेब सीजन की शुरुआत ही है. आने वाले दिनों में सेब की आवक और बढ़ेगा. बरसात से कीचड़ की समस्या भी बढ़ेगी. जिससे सेब कारोबार प्रभावित हो सकता है. शेड बनाने के कारण जगह की भी काफी कमी हो गई है. बता दें कि हिमाचल में सेब सीजन जोर पकड़ने लगा है. सोलन मंडी में भी बड़ी संख्या में सेब की पेटियां पहुंच रही हैं, लेकिन यहां बीच सीजन में शेड बनाने का काम चल रहा है. जिससे एक तो जगह की कमी हो गई, साथ ही मलबे और बारिश के कारण कीचड़ भर गया है. इससे बड़ी गाड़ियां तो मंडी के अंदर आ ही नहीं रही हैं और जो छोटी गाड़ियां आ भी रही हैं, तो फिसलन और कीचड़ में फंसने का डर बना हुआ है.
क्या कहते हैं अधिकारी: मार्केटिंग कमेटी सोलन (Marketing Committee Solan) के नीलामी अधिकारी व्यास देव ने कहा कि शेड बनाने का काम आढ़तियों और बागवानों की सुविधा के लिए ही करवाया जा रहा (shed construction work in Solan Apple Market) है. आने वाले दिनों में इसका लाभ इन्हें ही मिलने वाला है. अभी जरूर समस्या हो रही है. लेकिन कुछ आढ़तियों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था भी की गई है.
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