सोलन: बुधवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सोलन द्वारा मानवाधिकार दिवस के उपलक्ष्य पर नालागढ़ उपमंडल के झाड़माजरी में स्थित बीबीएनआईए परिसर में विधिक साक्षरता व जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
कार्यक्रम में हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायाधीश व हिमाचल प्रदेश राज्य विधिक सेवाएं प्राधिकरण के कार्यकारी अध्यक्ष न्यायमूर्ति धर्मचंद चौधरी मुख्यातिथि के रूप में मौजूद रहे. इसके अलावा शिविर में बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ के विभिन्न औद्योगिक इकाईयों के 300 से अधिक कामगारों ने भाग लिया.
न्यायमूर्ति धर्मचंद चौधरी ने बताया कि हमारे देश का संविधान सभी नागरिकों के लिए एक समान अधिकार सुनिश्चित करता है और मौलिक अधिकारों के रूप में हमारे संविधान ने सभी नागरिकों को मानव अधिकार सुनिश्चित किए हैं. उन्होंने कहा कि हमें सभी नागरिकों के अधिकारों का सम्मान करना चाहिए.
न्यायमूर्ति धर्मचंद चौधरी ने बताया कि वर्तमान समय की भागदौड़ में आगे निकलने की होड़ के कारण अनेक बार मानव अधिकारों के साथ समझौता होता है, लेकिन ये सुनिश्चित बनाया जाना चाहिए कि सभी नागरिकों के मानव अधिकार सुरक्षित रहें. उन्होंने कहा कि आज के परिवेश में बढ़ता अपराध मानावधिकार के लिए एक बड़ी चुनौती है.
न्यायमूर्ति धर्मचंद चौधरी ने कहा कि बीबीएन क्षेत्र में संगठित व असंगठित क्षेत्र के कामगारों के लिए विधिक सेवा प्रकोष्ठ की स्थापना की जाएगी. इस प्रकोष्ठ में कामगार श्रमिक नियमों के अतिरिक्त अपने रोजमर्रा जीवन से संबंधित कानूनी जानकारी प्राप्त कर सकेंगे. उन्होंने कहा कि इस केंद्र में विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा अधिवक्ता व पैरालीगल वालंटियर नियुक्त किए जाएंगे और इस प्रकोष्ठ की स्थापना राष्ट्रीय विधिक सेवाएं अधिनियम के अनुरूप की जाएगी.
न्यायमूर्ति धर्मचंद चौधरी ने कहा कि अनेक उदाहरणों के माध्यम से मानव अधिकारों की रक्षा करने की सीख दी गई है. उन्होंने कहा कि हम सभी को अपनी संस्कृति और देश के संविधान के अनुरूप मानव अधिकारों को सुरक्षित रखना चाहिए.