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'हिमाचल बनेगा प्राकृतिक कृषि राज्य, 50 हजार किसानों को जोड़ने का लक्ष्य'

हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल ने उम्मीद जताई है कि वर्ष 2022 से पहले हिमाचल प्राकृतिक कृषि राज्य बन जाएगा. आचार्य देवव्रत ने कहा कि हिमाचल प्रदेश को 2022 तक प्राकृतिक खेती का इस्तेमाल करके जहर मुक्त प्रदेश बनाएंगे.

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Published : Jul 4, 2019, 10:35 AM IST

सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती प्रशिक्षण शिविर

सोलन: जिला सोलन में आयोजित छह दिवसीय सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती प्रशिक्षण शिविर के समापन समारोह में हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल आचार्य देवव्रत, उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य और नीति आयोग के उपाध्यक्ष अर्थशास्त्री राजीव कुमार ने शिरकत की.

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इस मौके पर राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि हिमाचल में ऐसे चार बड़े शिविर लग चुके हैं, जिसमें किसान बढ़-चढ़कर भाग ले रहे हैं. इस शिविर में 9 जिलों से आए हजारों किसानों ने प्राकृतिक खेती के बारे में जाना. इस वर्ष 50000 किसानों को प्राकृतिक खेती से जोड़ना उनका लक्ष्य है ताकि प्रदेश भर में जहर मुक्त फल और सब्जियां की खेती की सके.

सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती प्रशिक्षण शिविर का समापन

मैं जब से हिमाचल आया तब से प्राकृतिक खेती का प्रचार प्रसार करता रहा. हमारी इस मुहिम में हिमाचल सरकार ने भी साथ दिया है. हमने 500 किसानों को जोड़ने का लक्ष्य रखा था और आज 3000 किसान जुड़ गए हैं. अब 50 हजार किसानों को जोड़ने का लक्ष्य रखा है.

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इस शिविर में जितने भी किसान प्रशिक्षण ले रहे हैं वो प्रदेश में हमारे मास्टर ट्रैनर के तौर पर कार्य करेंगे. राज्यपाल ने उम्मीद जताई है कि वर्ष 2022 से पहले हिमाचल प्राकृतिक कृषि राज्य बन जाएगा. आचार्य देवव्रत ने कहा कि हिमाचल प्रदेश को 2022 तक प्राकृतिक खेती का इस्तेमाल करके जहर मुक्त प्रदेश बनाएंगे.

सोलन: जिला सोलन में आयोजित छह दिवसीय सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती प्रशिक्षण शिविर के समापन समारोह में हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल आचार्य देवव्रत, उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य और नीति आयोग के उपाध्यक्ष अर्थशास्त्री राजीव कुमार ने शिरकत की.

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इस मौके पर राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि हिमाचल में ऐसे चार बड़े शिविर लग चुके हैं, जिसमें किसान बढ़-चढ़कर भाग ले रहे हैं. इस शिविर में 9 जिलों से आए हजारों किसानों ने प्राकृतिक खेती के बारे में जाना. इस वर्ष 50000 किसानों को प्राकृतिक खेती से जोड़ना उनका लक्ष्य है ताकि प्रदेश भर में जहर मुक्त फल और सब्जियां की खेती की सके.

सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती प्रशिक्षण शिविर का समापन

मैं जब से हिमाचल आया तब से प्राकृतिक खेती का प्रचार प्रसार करता रहा. हमारी इस मुहिम में हिमाचल सरकार ने भी साथ दिया है. हमने 500 किसानों को जोड़ने का लक्ष्य रखा था और आज 3000 किसान जुड़ गए हैं. अब 50 हजार किसानों को जोड़ने का लक्ष्य रखा है.

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इस शिविर में जितने भी किसान प्रशिक्षण ले रहे हैं वो प्रदेश में हमारे मास्टर ट्रैनर के तौर पर कार्य करेंगे. राज्यपाल ने उम्मीद जताई है कि वर्ष 2022 से पहले हिमाचल प्राकृतिक कृषि राज्य बन जाएगा. आचार्य देवव्रत ने कहा कि हिमाचल प्रदेश को 2022 तक प्राकृतिक खेती का इस्तेमाल करके जहर मुक्त प्रदेश बनाएंगे.

Intro:राज्यपाल आचार्य देवव्रत का कहना पीएम मोदी से 2022 में हिमाचल को जहरमुक्त प्रदेश घोषित करवाएंगे:

सोलन में आयोजित छह दिवसीय सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती के समापन समारोह में हिमाचल के राज्यपाल आचार्य देवव्रत, उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य और केंद्र सरकार की नीति आयोग के उपाध्यक्ष अर्थशास्त्री राजीव कुमार शिविर में भाग लेने पहुंचे।
Body:आचार्य देवव्रत का कहना;-

मैं जब से हिमाचल आया तब से प्राकृतिक खेती का प्रचार प्रसार करता रहा। दो साल तक मैंने बीज बोया और पिछले साल हिमाचल की सरकार भी हमारी इस मुहिम में जुड़ गई। हमने 500 किसानों को जोड़ने का लक्ष्य रखा था और आज 3000 किसान जुड़ गए है। अब 50 हजार किसानों को जोड़ने का लक्ष्य रखा है। इस शिविर में जितने भी किसान प्रशिक्षण ले रहे है वो प्रदेश में हमारे मास्टर ट्रेनर के तौर पर कार्य करेंगे। हम 2022 में पीएम से हिमाचल की जहरमुक्त घोषित करवाएंगे। हिमाचल के किसान प्रबुद्ध है। पढ़े लिखे व मेहनती किसान है। मैं खुद किसान हूँ इसलिए देवभूमि के किसानों को भी इस प्राकृतिक खेती की ओर लगाने का प्रयास शुरू किया। मैंने रासायनिक खेती की लेकिन फिर जैविक खेती को अपनाया।
उन्होंने कहा कि वे गुरुकुल में प्राकृतिक खेती के जनक पद्मश्री सुभाष पालेकर को बुलाया और उनसे प्राकृतिक खेती की बारीकियों को सीखा। आप सब किसानों ने इस छह दिवसीय शिविर में सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती की विधि को सीखा है और इसको आगे बढ़ाने का कार्य करेंगे तो देवभूमि का नाम नाम सार्थक होगा क्योंकि अभी तक रासायनिक खेती के जहर से लोगों का जीवन ले रहे है। अब आप प्राकृतिक खेती से लोगों को जीवन देने का कार्य करेंगे।
Conclusion:राज्यपाल आचार्य देवव्रत का कहना पीएम मोदी से 2022 में हिमाचल को जहरमुक्त प्रदेश घोषित करवाएंगे:-
सोलन में आयोजित प्राकृतिक खेती में भाग लेने के बाद आचार्य देवव्रत ने कहा कि हिमाचल प्रदेश को 2022 तक प्राकृतिक खेती का इस्तेमाल करके जहर मुक्त प्रदेश बनाएंगे।उन्होंने कहा कि 2022 में प्रदेश जब जहरमुक्त प्रदेश बन जाएगा तब वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रदेश को को जहरमुक्त प्रदेश घोषित करवायंगे,उन्होंने कहा कि हिमाचल में ऐसे चार बड़े शिविर लग चुके हैं जिसमें किसान बढ़-चढ़कर भाग ले रहे हैं उन्होंने कहा कि इस शिविर में 9 जिलों से आए हजार किसानों ने प्राकृतिक खेती के बारे में जाना और उसे अपने जीवन में अपना ने क्या लिया उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य इस वर्ष 50000 किसानों को प्राकृतिक खेती से जोड़ना है ताकि प्रदेश भर में जहर मुक्त फल सब्जियां होगे ताकि बाहर से आने वाले पर्यटकों को जहर मुक्त आहार मिले।
.बाइट:-आचार्य देवव्रत
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