सोलन: प्रदेशभर में 7 अक्टूबर से अपनी विभिन्न मांगों को लेकर हिमाचल प्रदेश चिकित्सा अधिकारी संघ (Himachal Pradesh Medical Officers Association) के आह्वान पर सभी मेडिकल कॉलेजों सहित जिला अस्पतालों के सीनियर डॉक्टर्स पेन डाउन स्ट्राइक पर हैं. डॉक्टर्स रोजाना दो घंटे की पेन डाउन स्ट्राइक करते हैं. जिला सोलन के अस्पतालों में भी चिकित्सक पेन डाउन स्ट्राइक कर रहे (Doctors pen down strike in Solan ) हैं. जिससे मरीजों को रेजाना काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
सोमवार को क्षेत्रीय अस्पताल सोलन (Regional Hospital Solan) में 11:30 बजे के बाद ही मरीजों को इलाज मिल पाया, हालांकि इस दौरान आपात स्थिति में अस्पताल आने वाले मरीजों को उपचार मिलता रहा, लेकिन ओपीडी के बाहर खड़े रहे मरीज लगातार परेशान होते रहे. अस्पताल में पहुंचे मरीज अमर कौशल, गोपाल सिंह और रंजू ने कहा कि वह सुबह से ही क्षेत्रीय अस्पताल में इलाज करवाने के लिए पहुंचे हैं, लेकिन डॉक्टरों की स्ट्राइक होने के चलते उन्हें खासा परेशानियों का सामना करना पड़ा. पहले तो पर्ची काउंटर पर लंबी लाइन में लगना पड़ता. वहीं, डॉक्टरों की स्ट्राइक के कारण उन्हें डॉक्टर का वेट भी करना पड़ा.
तीन दिन से नहीं हो पा रहा अल्ट्रासाउंड: मरीज गोपाल सिंह ने कहा कि वे 200 किलोमीटर दूर कुपवी चौपाल से क्षेत्रीय अस्पताल सोलन के लिए आए हैं, लेकिन 3 दिनों से अल्ट्रासाउंड की सुविधा भी अस्पताल में उन्हें नहीं मिल पा रही है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं, लेकिन इन दिनों स्वास्थ्य सुविधाएं ही बेहाल है. उन्होंने कहा कि यदि डॉक्टर स्ट्राइक करना ही चाहते है तो एक अल्टरनेट डॉक्टर ओपीडी में बैठना चाहिए.
मरीज को बैठने की नहीं है उचित सुविधा: वहीं, रंजू ने कहा कि अस्पताल में उनके साथ सभी को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि ग्रामीण इलाकों से लोग बेहतर इलाज के लिए अस्पताल में आते हैं, लेकिन अस्पताल में डॉक्टर न होने की वजह से उन्हें समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि पर्ची काउंटर पर पहले तो लंबी-लंबी लाइन में खड़ा रहना पड़ता है. उसके बाद डॉक्टर का इंतजार करना पड़ रहा है. जिससे स्वास्थ्य सुविधाएं पूरी तरह से चरमरा चुकी हैं.
ये बोले चिकित्सक संघ सोलन के प्रधान: चिकित्सक संघ सोलन के प्रधान कमल अटवाल का कहना है कि प्रदेश में पहले से अधिकांश बेरोजगार युवा चिकित्सक मौजूद (Unemployed young doctor in Himachal) हैं. किसी भी चिकित्सक को सेवा विस्तार देना युवा चिकित्सकों के भविष्य के साथ खिलवाड़ होगा. जिन चिकित्सा अधिकारियों को सेवा विस्तार दिया गया है, उन्हें शीघ्र सेवानिवृत्त किया जाए. वहीं, अनुबंध पर चयनित चिकित्सकों का ग्रेड-पे का 150 फीसदी मानदेय देने और नए वेतन आयोग में चिकित्सकों का 4-9-14 का टाइम स्केल बहाल करने की मांग की है.
क्षेत्रीय अस्पताल में दो घंटे की पेन डाउन स्ट्राइक: इसके साथ ही विशेषज्ञ चिकित्सकों की प्रोत्साहन में वृद्धि और मेडिकल कॉलेजों में सेवाएं दे रहे फैकल्टी सदस्यों को भी एकेडमिक अलाउंस देने की मांग को लेकर चिकित्सक डॉक्टर हड़ताल पर रहे. इन सभी मांगो को लेकर अंतिम दिन भी क्षेत्रीय अस्पताल में डॉक्टरों की दो घंटे की पेन डाउन स्ट्राइक जारी रही.
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