सोलन: पच्छाद उपचुनाव में भाजपा और कांग्रेस को कड़ी टक्कर देने वाली दयाल प्यारी ने भाजपा का दामन छोड़ अब कांग्रेस का हाथ थाम लिया है. कांग्रेस का साथ थामने के बाद दयाल प्यारी आज सोलन पहुंची, जहां उन्होंने मां शूलिनी के मंदिर में जाकर शीश नवाया. इस मौके पर उनके साथ पूर्व मंत्री और सोलन के विधायक कर्नल धनीराम शांडिल भी मौजूद रहे.
भाजपा से मजबूर होकर मैने थामा कांग्रेस का हाथ
इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि उनका पूरा परिवार कल तक बीजेपी का था. लेकिन आज कांग्रेस का हो चुका है. उन्होंने कहा कि जब जब भी भाजपा में झंडा उठाने की बात आती थी तो भाजपा के साथ कंधे से कंधा मिलाकर हर एक काम को करते थे, लेकिन जिस तरह से उन्हें भाजपा पार्टी ने बाहर का रास्ता दिखाया गया, उससे मजबूर होकर कांग्रेस का हाथ थामा है.
भाजपा बहुत बड़ी पार्टी, यहां नहीं होता छोटे कार्यकर्ताओ का सम्मान
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी आज बहुत बड़ी पार्टी बन चुकी हैं, जिसमें छोटे कार्यकर्ताओं की कोई भी कदर नहीं है. दयाल प्यारी ने कहा कि जिस तरह से उन्होंने जी जान लगाकर भाजपा के लिए कार्य किया है. अब वह कांग्रेस के लिए उसी तरह से काम करेंगी ताकि पार्टी एकजुट हो सके.
नगर निगम और 2022 विस् चुनाव में कांग्रेस की होगी जीत
वहीं, उन्होंने पच्छाद विधानसभा पर बातचीत करते हुए कहा कि अगली बार पच्छाद विधानसभा में तख्तापलट होगा और कांग्रेस जीत हासिल करेगी. दयाल प्यारी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी नगर निगम चुनावों के साथ-साथ 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करेगी और प्रदेश में सत्तासीन होगी. वहीं, उन्होंने कांग्रेस आलाकमान के सभी नेताओं का धन्यवाद करते हुए कहा कि वह पार्टी के लिए दिन-रात कार्य करेगी ताकि पार्टी को और ज्यादा मजबूती मिल सके.