सोलन: हिमाचल प्रदेश के सोलन स्थित मानव भारती विश्वविद्यालय व राजस्थान की माधव यूनिवर्सिटी दोनों संस्थानों का चेयरमैन राजकुमार राणा है. कभी हरियाणा के करनाल शहर के एक निजी अस्पताल में लैब टेक्नीशियन के रूप में काम करने वाले राणा ने करीब बीस साल में शिक्षा जगत में अपना एक साम्राज्य खड़ा कर दिया.
राजकुमार राणा का नाम इन दिनों चर्चा में है. उनके सोलन स्थित मानव भारती विश्वविद्यालय में फर्जी डिग्रियां बांटने के आरोप लगे हैं. राणा ने छोटे से प्राइवेट शिक्षण केंद्र से लेकर दो विश्वविद्यालयों की स्थापना कर दी.
राजकुमार राणा में शुरू से ही अपने सपनों को पूरा करने की चाहत रही है, यही वजह है कि उसने कुछ समय नौकरी की, कुछ समय लैब चलाई, कुछ साल शिक्षण केंद्र चलाया उसके बाद विश्वविद्यालय बना दिया.
बीस वर्ष पूर्व राजकुमार राणा ने दयालसिंह कॉलोनी में पीमसीआई के नाम एक इंस्टिट्यूट की शुरुआत की थी. इस केंद्र में लैब टेक्नीशियन का कोर्स कराया जाता था. दो-तीन वर्ष में ही कार्य ने रफ्तार पकड़ ली. शहर के प्रमुख प्राइवेट शिक्षण संस्थान चलाने वालों में शुमार हो गए.
वर्ष 2009 मे हिमाचल प्रदेश में निजी विश्वविद्यालय खुलने का दौर शुरू हुआ. इसी दौरान राणा ने भी अपनी यूनिवर्सिटी मानव भारती विश्वविद्यालय स्थापित करना शुरू किया. मानव भारती चेरिटेबल ट्रस्ट की ओर से यह विश्वविद्यालय संचालित किया जाने लगा. इसके चेयरमैन राजकुमार राणा बने. इसके बाद राजस्थान के सिरोही जिले में माधव यूनिवर्सिटी भी खोली.
7 मार्च को पुलिस ने दी करनाल में दबिश
राजकुमार राणा की तलाश में हिमाचल पुलिस ने 7 मार्च को करनाल में दबिश दी थी. पहले उनका घर कुंजपुरा रोड से रामबाग में हुआ करता था, लेकिन कई साल से वह यहां नहीं रह रहे हैं. बावजूद इसके हिमाचल पुलिस ने ठिकानों पर दबिश दी, लेकिन अभी भी राजकुमार राणा पुलिस की गिरफ्त से बाहर है.
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