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औद्योगिक क्षेत्र BBN बना कोरोना हॉटस्पॉट, 10 दिन में 200 से अधिक मामले

जिला में 28 मई के बाद लगातार कोरोना का ग्राफ बढ़ता रहा, इस बीच लोग कोरोना से लोग जंग भी जीतते रहे. रोजाना कोरोना के मामले बढ़ते गए. जिला में सबसे पहले 15 जून को सबसे ज्यादा 19 नए मामले सामने आए थे. इसके बाद ग्राफ बढ़ता गया. 25 जून तक जिला में 91 मामले थे. 29 जून तक 109 मामले सामने आए.

BBN becomes corona hotspot
बीबीएन बना कोरोना हॉटस्पाट
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Published : Jul 21, 2020, 5:52 PM IST

सोलन: हिमाचल प्रदेश में सोलन जिला इस समय प्रदेश में कोरोना हॉटस्पाट बना हुआ है. जब से प्रदेश में कोरोना का प्रवेश हुआ तब से यहां अब तक 372 पॉजिटिव केस सामने आए हैं. इसमें से 70 फीसदी से ज्यादा मामले पिछले पांच दिनों में ही आए हैं. 9 से 21 जुलाई के बीच जिला में 212 पॉजिटिव केस आए हैं. इसका सबसे बड़ा कारण अनलॉक के बाद प्रदेश में एंट्री के नियमों में दी जा रही ढील को माना जा रहा है.

जिला सोलन के बीबीएन क्षेत्र में इन दिनों सबसे ज्यादा कोरोना के एक्टिव मामले हैं और सभी मामले उद्योगों से जुड़े हुए हैं. यह लोग बाहरी राज्यों से बद्दी में काम करने आए हैं. ज्यादातर मामले यूपी, बिहार और राजस्थान से लौटने वाले कामगारों के हैं.

● कब हुई थी जिला में कोरोना की शुरुआत

जिला सोलन के औद्योगिक क्षेत्र बद्दी में 2 अप्रैल को कोरोना का पहला पॉजिटिव मामला सामने आया था, उसके बाद 4 और 5 अप्रैल को दिल्ली से आए तबलीगी जमात के लोग नालागढ़ में पॉजिटिव पाए गए थे. कुछ दिन तक इन तबलीगी जमातियों के संपर्क में आए लोग चंबा और सिरमौर में भी पॉजिटिव आए. बाद में यहां कड़े प्रतिबंध की वजह से कोरोना को काफी हद तक कंट्रोल कर दिया गया और 29 अप्रैल तक जिला कोरोना फ्री भी हो गया था लेकिन करीब एक महीने बाद फिर से कोरोना ने जिला में दस्तक दी.

● इस दिन आए थे ये बड़े मामले

जिला में 28 मई के बाद लगातार कोरोना का ग्राफ बढ़ता रहा, इस बीच लोग कोरोना से लोग जंग भी जीतते रहे. रोजाना कोरोना के मामले बढ़ते गए. जिला में सबसे पहले 15 जून को सबसे ज्यादा 19 नए मामले सामने आए थे. इसके बाद ग्राफ बढ़ता गया. 25 जून तक जिला में 91 मामले थे. 29 जून तक 109 मामले सामने आए.

फिर एक बार जिला में कोरोना का विस्फोट जारी हुआ. 8 जुलाई को जिला में कोरोना का आंकड़ा 127 पहुंच चुका था. फिर जिला में 9 जुलाई को 33 नए मामलों के साथ कोरोना का विस्फोट हुआ, जिसमें एक ही कंपनी के कर्मचारी पॉजिटिव पाए गए.

10 जुलाई को भी जिला में कोरोना के 16 नए मामलों सामने आए. ये विस्फोट 2 दिन बाद फिर जिला में देखने को मिला जब एक साथ 10 नए मामलों ने जिला में दस्तक दी और जिला में कोरोना का आंकड़ा 188 पहुंच गया. वहीं, 13 जुलाई को प्रदेश का सबसे बड़ा कोरोना विस्फोट हुआ. जिला के औद्योगिक क्षेत्र बद्दी नालागढ़ में 13 जुलाई को एक साथ 69 मामले सामने आए.

इसके बाद 16 जुलाई को जिला में 18 मामले सामने आए. वहीं, जिला में 18 जुलाई को 16 मामले सामने आए. 19 जुलाई को 25 मामले पॉजिटिव पाए गए और 20 जुलाई को 42 मामले सामने आने से जिला में एक बार फिर से कोरोना का कहर टूट चुका है. जिला में एक्टिव मामले 238 हो चुके हैं.

● आख़िर क्यों बढ़े थे जिला में कोरोना के मामले ?

सरकार ने जून के पहले सप्ताह में बाहरी राज्यों से हिमाचलियों को बाहरी राज्यों से वापस लाने का काम शुरू हुआ तो कोरोना भी फिर से सक्रिय हो गया. हालांकि, अच्छी बात यह रही कि तब ज्यादातर मामले क्वारंटाइन सेंटर में ही सामने आए या फिर होम क्वारंटाइन किए गए व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाए गए. सरकार के बाहरी राज्यों से लोगों को वापस लाने और इन्हें होम कवारेंटाइन करने को लेकर विपक्षी दलों ने सवाल भी उठाए. इसके बावजूद यह नंबर इतना नहीं था कि जिसे कोरोना विस्फोट कहा जाए. पिछले पांच दिन में ही सोलन जिला कोरोना का विस्फोट हुआ है.

● कोविड केयर सेंटर जिला में पड़ रहे कम

मरीजों की बढ़ती संख्या के चलते जिला में कोविड सेंटर कम पड़ रहे हैं. सरकार ने अब बद्दी में कोविड सेंटर खोलने का फैसला लिया है. उद्योगों में सामने आ रहे कोरोना मरीज अब काठा अस्पताल नहीं, बल्कि बद्दी में रखे जाएंगे. जिला सोलन के अर्की और नौणी सेंटर में बाहरी राज्यों के आने वाले लोग 14 दिन क्वारंटाइन होंगे. कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद काठा शिफ्ट किए जाएंगे.

अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य आरडी धीमान ने बताया कि बाहरी राज्यों से आ रहे लोग हिमाचल में पॉजिटिव पाए जा रहे हैं. इनमें ज्यादातर लोग उद्योगों में काम करने वाले हैं. उद्योग मालिक ने लेबर को एक साथ होस्टल में रखा है. इससे लोग एक-दूसरे के संपर्क में आ रहे हैं. इनके सैंपल लेने के लिए विशेष टीमें लगाई गई हैं.

● जिला में 1 डेडिकेटेड कोविड अस्पताल, 4 कोविड केयर सेंटर

सोलन जिला में ईएसआई काठा को डेडिकेटिड कोविड अस्पताल बनाया गया है. वहीं, जिला में इसके अलावा 2 कोविड केयर सेंटर बनाये गए है. एक अर्की (बखालग) सोलन में (नौणी) नालागढ़ में लेबर होस्टल और अब उद्योगों में बढ़ रहे मामलों को लेकर निमंत्रण होटल को भी कोविड केयर सेंटर बनाया गया है. वहीं, जिला में करीब 30 क्वारंटाइन सेंटर प्रशासन ने बनाए हैं. वहीं, जिला सोलन के औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन में और कुनिहार में करीब 45 क्षेत्र कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं.

● सोलन में आधा दर्जन उद्योग हो चुके है सील

कोरोना के एक दम से ज्यादा मामले सामने आने के बाद औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन के आधा दर्जन उद्योग सील कर दिए गए हैं. रिगले उद्योग में एक साथ सामने आए 63 मामलों के बाद निमंत्रण रिजॉर्ट में क्वारंटाइन कामगारों के लिए इसे ही कोविड सेंटर बना दिया गया है.

नालागढ़ के सारा टेक्सटाइल उद्योग, रिगले, विनसम, अरिहंत, लेमटेक सहित एक प्लास्टिक उद्योग को सील किया गया है. विनसम उद्योग का एक हिस्सा बंद किया है, जबकि सोमवार को एक ही कंपनी अरिस्टो जो कि फार्मा उद्योग है उसमें 32 मामले आने के बाद उसे भी सील कर दिया गया है.

ये भी पढ़ें: चंबा: जान जोखिम में डालकर झूला पुल को पार करते हैं यहां के ग्रामीण, कई गंवा चुके हैं जान

सोलन: हिमाचल प्रदेश में सोलन जिला इस समय प्रदेश में कोरोना हॉटस्पाट बना हुआ है. जब से प्रदेश में कोरोना का प्रवेश हुआ तब से यहां अब तक 372 पॉजिटिव केस सामने आए हैं. इसमें से 70 फीसदी से ज्यादा मामले पिछले पांच दिनों में ही आए हैं. 9 से 21 जुलाई के बीच जिला में 212 पॉजिटिव केस आए हैं. इसका सबसे बड़ा कारण अनलॉक के बाद प्रदेश में एंट्री के नियमों में दी जा रही ढील को माना जा रहा है.

जिला सोलन के बीबीएन क्षेत्र में इन दिनों सबसे ज्यादा कोरोना के एक्टिव मामले हैं और सभी मामले उद्योगों से जुड़े हुए हैं. यह लोग बाहरी राज्यों से बद्दी में काम करने आए हैं. ज्यादातर मामले यूपी, बिहार और राजस्थान से लौटने वाले कामगारों के हैं.

● कब हुई थी जिला में कोरोना की शुरुआत

जिला सोलन के औद्योगिक क्षेत्र बद्दी में 2 अप्रैल को कोरोना का पहला पॉजिटिव मामला सामने आया था, उसके बाद 4 और 5 अप्रैल को दिल्ली से आए तबलीगी जमात के लोग नालागढ़ में पॉजिटिव पाए गए थे. कुछ दिन तक इन तबलीगी जमातियों के संपर्क में आए लोग चंबा और सिरमौर में भी पॉजिटिव आए. बाद में यहां कड़े प्रतिबंध की वजह से कोरोना को काफी हद तक कंट्रोल कर दिया गया और 29 अप्रैल तक जिला कोरोना फ्री भी हो गया था लेकिन करीब एक महीने बाद फिर से कोरोना ने जिला में दस्तक दी.

● इस दिन आए थे ये बड़े मामले

जिला में 28 मई के बाद लगातार कोरोना का ग्राफ बढ़ता रहा, इस बीच लोग कोरोना से लोग जंग भी जीतते रहे. रोजाना कोरोना के मामले बढ़ते गए. जिला में सबसे पहले 15 जून को सबसे ज्यादा 19 नए मामले सामने आए थे. इसके बाद ग्राफ बढ़ता गया. 25 जून तक जिला में 91 मामले थे. 29 जून तक 109 मामले सामने आए.

फिर एक बार जिला में कोरोना का विस्फोट जारी हुआ. 8 जुलाई को जिला में कोरोना का आंकड़ा 127 पहुंच चुका था. फिर जिला में 9 जुलाई को 33 नए मामलों के साथ कोरोना का विस्फोट हुआ, जिसमें एक ही कंपनी के कर्मचारी पॉजिटिव पाए गए.

10 जुलाई को भी जिला में कोरोना के 16 नए मामलों सामने आए. ये विस्फोट 2 दिन बाद फिर जिला में देखने को मिला जब एक साथ 10 नए मामलों ने जिला में दस्तक दी और जिला में कोरोना का आंकड़ा 188 पहुंच गया. वहीं, 13 जुलाई को प्रदेश का सबसे बड़ा कोरोना विस्फोट हुआ. जिला के औद्योगिक क्षेत्र बद्दी नालागढ़ में 13 जुलाई को एक साथ 69 मामले सामने आए.

इसके बाद 16 जुलाई को जिला में 18 मामले सामने आए. वहीं, जिला में 18 जुलाई को 16 मामले सामने आए. 19 जुलाई को 25 मामले पॉजिटिव पाए गए और 20 जुलाई को 42 मामले सामने आने से जिला में एक बार फिर से कोरोना का कहर टूट चुका है. जिला में एक्टिव मामले 238 हो चुके हैं.

● आख़िर क्यों बढ़े थे जिला में कोरोना के मामले ?

सरकार ने जून के पहले सप्ताह में बाहरी राज्यों से हिमाचलियों को बाहरी राज्यों से वापस लाने का काम शुरू हुआ तो कोरोना भी फिर से सक्रिय हो गया. हालांकि, अच्छी बात यह रही कि तब ज्यादातर मामले क्वारंटाइन सेंटर में ही सामने आए या फिर होम क्वारंटाइन किए गए व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाए गए. सरकार के बाहरी राज्यों से लोगों को वापस लाने और इन्हें होम कवारेंटाइन करने को लेकर विपक्षी दलों ने सवाल भी उठाए. इसके बावजूद यह नंबर इतना नहीं था कि जिसे कोरोना विस्फोट कहा जाए. पिछले पांच दिन में ही सोलन जिला कोरोना का विस्फोट हुआ है.

● कोविड केयर सेंटर जिला में पड़ रहे कम

मरीजों की बढ़ती संख्या के चलते जिला में कोविड सेंटर कम पड़ रहे हैं. सरकार ने अब बद्दी में कोविड सेंटर खोलने का फैसला लिया है. उद्योगों में सामने आ रहे कोरोना मरीज अब काठा अस्पताल नहीं, बल्कि बद्दी में रखे जाएंगे. जिला सोलन के अर्की और नौणी सेंटर में बाहरी राज्यों के आने वाले लोग 14 दिन क्वारंटाइन होंगे. कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद काठा शिफ्ट किए जाएंगे.

अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य आरडी धीमान ने बताया कि बाहरी राज्यों से आ रहे लोग हिमाचल में पॉजिटिव पाए जा रहे हैं. इनमें ज्यादातर लोग उद्योगों में काम करने वाले हैं. उद्योग मालिक ने लेबर को एक साथ होस्टल में रखा है. इससे लोग एक-दूसरे के संपर्क में आ रहे हैं. इनके सैंपल लेने के लिए विशेष टीमें लगाई गई हैं.

● जिला में 1 डेडिकेटेड कोविड अस्पताल, 4 कोविड केयर सेंटर

सोलन जिला में ईएसआई काठा को डेडिकेटिड कोविड अस्पताल बनाया गया है. वहीं, जिला में इसके अलावा 2 कोविड केयर सेंटर बनाये गए है. एक अर्की (बखालग) सोलन में (नौणी) नालागढ़ में लेबर होस्टल और अब उद्योगों में बढ़ रहे मामलों को लेकर निमंत्रण होटल को भी कोविड केयर सेंटर बनाया गया है. वहीं, जिला में करीब 30 क्वारंटाइन सेंटर प्रशासन ने बनाए हैं. वहीं, जिला सोलन के औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन में और कुनिहार में करीब 45 क्षेत्र कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं.

● सोलन में आधा दर्जन उद्योग हो चुके है सील

कोरोना के एक दम से ज्यादा मामले सामने आने के बाद औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन के आधा दर्जन उद्योग सील कर दिए गए हैं. रिगले उद्योग में एक साथ सामने आए 63 मामलों के बाद निमंत्रण रिजॉर्ट में क्वारंटाइन कामगारों के लिए इसे ही कोविड सेंटर बना दिया गया है.

नालागढ़ के सारा टेक्सटाइल उद्योग, रिगले, विनसम, अरिहंत, लेमटेक सहित एक प्लास्टिक उद्योग को सील किया गया है. विनसम उद्योग का एक हिस्सा बंद किया है, जबकि सोमवार को एक ही कंपनी अरिस्टो जो कि फार्मा उद्योग है उसमें 32 मामले आने के बाद उसे भी सील कर दिया गया है.

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