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पुमोरी चोटी फतह करने वाली बलजीत बोलीं: प्रदेश के हर गांव में छिपा है टैलेंट, सरकार बढ़ाए मदद का हाथ - बलजीत कौर सोलन पहुंची

माउंट एवरेस्ट समूह की पुमोरी चोटी पर फतह हासिल करने के बाद बलजीत कौर रविवार को सोलन पहुंचीं. जहां विभिन्न संस्थाओं ने उन्हें सम्मानित किया. बलजीत कौर का कहना है कि प्रदेश के हर गांव में टैलेंट छिपा है, लेकिन खिलाड़ियों के पास फाइनेंशियल सपोर्ट न होने के कारण वह अपनी प्रतिभा का आगे नहीं ला पाते हैं.

पुमोरी चोटी पर फतह करने के बाद बलजीत कौर ने फहराया झंडा
पुमोरी चोटी पर फतह करने के बाद बलजीत कौर ने फहराया झंडा
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Published : Jun 6, 2021, 7:04 PM IST

सोलनः जिले की बेटी बलजीत कौर ने माउंट एवरेस्ट समूह की पुमोरी चोटी पर फतह हासिल की है. बलजीत और उनकी साथी पर्वतारोही राजस्थान की गुणबाला शर्मा 7161 मीटर ऊंची चोटी पुमोरी पर विजय हासिल करने वाली पहली भारतीय महिलाएं बन गई हैं. वहीं, पुमोरी चोटी पर फतह हासिल करने के बाद बलजीत कौर रविवार को सोलन पहुंची. जहां विभिन्न संस्थाओं ने उन्हें सम्मानित किया.

इस मौके पर मीडिया से बातचीत के दौरान बलजीत कौर ने कहा कि पुमोरी चोटी हासिल करने के बाद अब उनका लक्ष्य एवरेस्ट चोटी फतह करने का है. उन्होंने इसको लेकर सरकार से मांग की है कि वे प्रतिभाशील खिलाड़ियों का सहयोग करें, ताकि वे आगे बढ़ सकें.

पुमोरी चोटी पर फतह करने के बाद बलजीत कौर ने फहराया झंडा
पुमोरी चोटी पर फतह करने के बाद बलजीत कौर ने फहराया झंडा.

प्रदेश के हर गांव में छिपा है टैलेंट

बलजीत कौर का कहना है कि प्रदेश के हर गांव में टैलेंट छिपा है, लेकिन खिलाड़ियों के पास फाइनेंशियल सपोर्ट न होने के कारण वह अपनी प्रतिभा का आगे नहीं ला पाते हैं.

वीडियो रिपोर्ट.

बलजीत की सरकार से मांग

बलजीत ने कहा है कि अगर सरकार साथ दे तो प्रदेश का हर खिलाड़ी देश में प्रदेश का नाम रोशन करेगा. वहीं, उन्होंने सरकार से मांग की है कि वे माउंट एवरेस्ट पर जाना चाहती हैं, जिसके लिए उन्हें 25 लाख रुपये की दरकार है, लेकिन उन्हें सरकार का साथ मिले तो वह प्रदेश का नाम जरूर रोशन करेंगी.

बचपन से सेना में जाने का शौक

बलजीत ने बताया कि पुमोरी चोटी पर उनकी टीम का माहौल ऐसा था कि यह कठिन रास्ता कैसे कट गया उन्हें पता भी नहीं चला. ट्रैक पर कई बार हाथ ठंडे हो जाते हैं. एक बार दस्ताने गिर गए, यह उनके लिए परीक्षा की कठिन घड़ी थी. उन्हें बचपन से सेना में जाने का शौक था, उनके पापा भी फौज से सेवानिवृत्त थे. इसके कारण उन्होंने एनसीसी ज्वाइन कर ली थी. उन्होंने सहयोग देने वाले सोलन के कुछ समाजसेवियों का आभार जताया है.

पुमोरी चोटी एवरेस्ट पर्वत श्रृंखला की कठिन चोटी

बता दें कि पुमोरी चोटी एवरेस्ट पर्वत श्रृंखला की कठिन चोटी है और सोलन की बलजीत ने इस पर विजय हासिल करने वाली पहली भारतीय महिला होने का गौरव हासिल किया है. इस चोटी को एवरेस्ट की छोटी बहन कहा जाता है, जो समुद्र तल से 7161 मीटर ऊंचाई पर है.

ये भी पढ़ेंः पंचतत्व में विलीन हुए मुख्य सचेतक नरेंद्र बरागटा, नम आंखों से दी गई विदाई

सोलनः जिले की बेटी बलजीत कौर ने माउंट एवरेस्ट समूह की पुमोरी चोटी पर फतह हासिल की है. बलजीत और उनकी साथी पर्वतारोही राजस्थान की गुणबाला शर्मा 7161 मीटर ऊंची चोटी पुमोरी पर विजय हासिल करने वाली पहली भारतीय महिलाएं बन गई हैं. वहीं, पुमोरी चोटी पर फतह हासिल करने के बाद बलजीत कौर रविवार को सोलन पहुंची. जहां विभिन्न संस्थाओं ने उन्हें सम्मानित किया.

इस मौके पर मीडिया से बातचीत के दौरान बलजीत कौर ने कहा कि पुमोरी चोटी हासिल करने के बाद अब उनका लक्ष्य एवरेस्ट चोटी फतह करने का है. उन्होंने इसको लेकर सरकार से मांग की है कि वे प्रतिभाशील खिलाड़ियों का सहयोग करें, ताकि वे आगे बढ़ सकें.

पुमोरी चोटी पर फतह करने के बाद बलजीत कौर ने फहराया झंडा
पुमोरी चोटी पर फतह करने के बाद बलजीत कौर ने फहराया झंडा.

प्रदेश के हर गांव में छिपा है टैलेंट

बलजीत कौर का कहना है कि प्रदेश के हर गांव में टैलेंट छिपा है, लेकिन खिलाड़ियों के पास फाइनेंशियल सपोर्ट न होने के कारण वह अपनी प्रतिभा का आगे नहीं ला पाते हैं.

वीडियो रिपोर्ट.

बलजीत की सरकार से मांग

बलजीत ने कहा है कि अगर सरकार साथ दे तो प्रदेश का हर खिलाड़ी देश में प्रदेश का नाम रोशन करेगा. वहीं, उन्होंने सरकार से मांग की है कि वे माउंट एवरेस्ट पर जाना चाहती हैं, जिसके लिए उन्हें 25 लाख रुपये की दरकार है, लेकिन उन्हें सरकार का साथ मिले तो वह प्रदेश का नाम जरूर रोशन करेंगी.

बचपन से सेना में जाने का शौक

बलजीत ने बताया कि पुमोरी चोटी पर उनकी टीम का माहौल ऐसा था कि यह कठिन रास्ता कैसे कट गया उन्हें पता भी नहीं चला. ट्रैक पर कई बार हाथ ठंडे हो जाते हैं. एक बार दस्ताने गिर गए, यह उनके लिए परीक्षा की कठिन घड़ी थी. उन्हें बचपन से सेना में जाने का शौक था, उनके पापा भी फौज से सेवानिवृत्त थे. इसके कारण उन्होंने एनसीसी ज्वाइन कर ली थी. उन्होंने सहयोग देने वाले सोलन के कुछ समाजसेवियों का आभार जताया है.

पुमोरी चोटी एवरेस्ट पर्वत श्रृंखला की कठिन चोटी

बता दें कि पुमोरी चोटी एवरेस्ट पर्वत श्रृंखला की कठिन चोटी है और सोलन की बलजीत ने इस पर विजय हासिल करने वाली पहली भारतीय महिला होने का गौरव हासिल किया है. इस चोटी को एवरेस्ट की छोटी बहन कहा जाता है, जो समुद्र तल से 7161 मीटर ऊंचाई पर है.

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