कुल्लू: लाहौल-स्पीति के दरेड नाले में ग्लेशियर के पिघलने के कारण पानी का जलस्तर एकाएक बढ़ने लगा है, जिससे तिंदी और पांगी जाने वाले यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
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बता दें कि घाटी में चाहे बर्फबारी हो या धूप खिली हो, लेकिन जनजातीय क्षेत्र के लोगों की मुसीबत कम नहीं हो रही है. सर्दियों में भारी बर्फबारी के चलते कई नालों में हिमखंड गिरने और चोटियों में ग्लेशियर बनने से इन दिनों तेजी से बर्फ पिघलने का क्रम जारी है. लिहाजा बीआरओ को ग्लेशियर के बहते पानी के कारण नाले को दुरुस्त करने में दिक्कत हो रही है.
एचआरटीसी केलांग डिपो के क्षेत्रीय प्रबंधक मंगल चंद मनेपा ने बताया कि दरेड नाले से ग्लेशियर पिघल रहा है, जिसका दिन के समय जलस्तर बढ़ रहा है. उन्होंने बताया कि बीआरओ की टीम द्वारा कोशिश की गई कि नुकसान न हो, लेकिन दिन के समय बढ़ते पानी के कारण और सड़क पर बड़े-बड़े पत्थर गिरने से वाहनों को नुकसान हो रहा है.
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मंगल चंद मनेपा ने बताया कि 10 मई को निगम की एक बस को दरेड नाले से पार करवा कर तिंदी की ओर भेजी गई है, जिससे तिंदी और सलोग्राम के यात्रियों को स्थानांतरित कर उदयपुर और केलांग की तरफ भेजा जा सके. उन्होंनें बताया कि सुबह के समय तिंदी और सलोग्राम की ओर से आने वाले यात्रियों को दरेड़ नाला के पास उदयपुर से बस भेज कर सुविधा दी जाएगी और उदयपुर से तिंदी की तरफ जाने वाले यात्री दरेड नाला से वापस बस की सुविधा ले सकेंगे.