शिमला: राजधानी शिमला में टमाटर के कम दाम तय करने पर सब्जी विक्रेताओं ने सब्जी न बेचने की चेतवानी दी हैं. ढली सब्जी मंडी में गुरुवार को टमाटर थोक भाव में 50 रुपये बिका और जिला प्रशासन की ओर से जारी की गई लिस्ट में भाव 42 रुपये तय किए गए हैं. लोग भी सब्जी विक्रेताओं से 42 रुपये में बिक रहे टमाटर को लेकर बहस बाजी करते नजर आए.
वहीं, सब्जी विक्रेताओं ने जिला प्रशासन से ढली सब्जी मंडी के हिसाब से दाम तय करने की मांग उठाई है. सब्जी विक्रेताओं ने कहा कि यदि प्रशासन सही दाम सही तय नहीं करता है तो वह सब्जी नहीं बेचेंगे. सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि ढली सब्जी मंडी सबसे बड़ी मंडी है, लेकिन जिला प्रशासन शहर की सब्जी मंडी से दाम तय करती है.
जिला प्रशासन टमाटर का कम रेट तय कर रहा है, जिससे लोग सब्जी विक्रेताओं से लड़ाई कर रहे हैं. मंडी में टमाटर 43 रुपये थोक भाव में बिका है और इसमे खर्चा अलग जोड़ा जाता है तो टमाटर की खरीद ही 50 रुपये हो जाती है. वहीं, प्रशासन की ओर से टमाटर के दाम 42 रुपये तय किये जाते हैं जिससे सब्जी विक्रेताओं को घाटा उठाना पड़ रहा है.
सब्जी विक्रेताओं ने कहा कि जिला प्रशासन ढली सब्जी मंडी के हिसाब से अपने रेट तय करे और यदि ऐसा नहीं किया जाता है तो कोई भी सब्जी विक्रेता सब्जी मंडी से सब्जी नहीं खरीदेगा. बता दें कि जिला प्रशासन की ओर से हर रोज सब्जी के रेट तय किए जाते हैं और सब्जी विक्रेताओं को तय रेट से ज्यादा दाम न वसूलने की चेतावनी दी जाती है और जो भी ज्यादा रेट पर सब्जी बेचता है उनका चालान भी किया जा रहा है.
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