शिमला: जिला के कालीबाड़ी में बुधवार को बसंत पंचमी का पर्व मां सरस्वती की पूजा-अर्चना के साथ बड़ी धूमधाम से मनाया गया. इसी बीच स्कली बच्चों ने किताबों की पूजा की और मां सरस्वती का आशीर्वाद लिया.
कालीबाड़ी मंदिर के पुजारी ने बताया कि बसंत पंचमी को ज्ञान की देवी मां सरस्वती के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है. बंगाल में मां सरस्वती की विशेष पूजा की जाती है, इसलिए कालीबाड़ी में बसंत पंचमी का उत्सव मनाया जाता है. साथ ही माना जाता है कि आज से जीवन में बसंत आना शुरू हो जाता है और सारी चीजें नई लगने लगती हैं.
पुजारी ने बताया कि बसंत पंचमी के दिन सिद्धि और सर्वार्थसिद्धि जैसे योग का संयोग भी बन रहा है. बसंत पंचमी पर मां सरस्वती की आराधना के साथ ही विवाह के लिए भी शुभ मुहूर्त है. उन्होंने बताया कि बसंत पंचमी के दिन ग्रह और नक्षत्रों की स्थिति खास बनी रहेगी, जबकि वृश्चिक राशि में बृहस्पति और धनु के साथ-साथ मकर राशि में शनि ग्रह रहेगा.
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पुजारी ने बताया कि बसंत पंचमी अबूझ मुहूर्त वाले पर्वों की श्रेणी में शामिल है, लेकिन इस दिन गुरु और उतरा भाद्रपद नक्षत्र होने से सिद्धि योग बनेगा. साथ ही विवाह और अन्य शुभ कार्यो के लिए ये स्थिति बहुत ही शुभ मानी जाती है.