शिमलाः राजधानी शिमला में अब जल्द ही स्मार्ट सिटी के कार्य जमीनी स्तर पर उतरने शुरू हो जाएंगे. सभी कार्यो के टेंडर 31 अगस्त तक अलॉट कर दिए जाएंगे. शुक्रवार को सचिवालय में शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने शिमला स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की समीक्षा बैठक बुलाई.
इसमें स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शुरू किए गए कार्यों, टेंडर प्रक्रिया में अटके प्रोजेक्टों पर अधिकारियों से रिपोर्ट ली गई. स्मार्ट सिटी के तहत 2905 करोड़ रुपये के कार्य होने है, लेकिन स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत अभी ज्यादातर प्रोजेक्ट फाइलों में ही घूम रहे हैं. इसके तहत कुल 52 प्रोजेक्ट तैयार किए थे, जिनमें से 28 प्रोजेक्ट पहले चरण में करवाए जा रहे हैं.
इन पर पांच सौ करोड़ रुपया खर्च होना है, लेकिन बीते दो साल में अभी तक करीब आधा दर्जन प्रोजेक्टों का काम ही शुरू हो पाया है. शहरी विकास मंत्री ने नगर निगम और स्मार्ट सिटी के अधिकारियों को तय समय के अंदर प्रोजेक्टों के टेंडर प्रक्रिया शुरू करने के साथ ही कार्य शुरू करने के निर्देश दिए है. साथ ही शहरी मंत्री ने नगर निगम को सभी सेवाओं को जल्द से जल्द ऑनलाइन करने के निर्देश दिए है.
शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि स्मार्ट सिटी के कार्यो की समीक्षा बैठक बुलाई गई थी और अधिकारियों को सभी प्रोजेक्टों पर जल्द कार्य शुरू करने को कहा है. साथ ही नगर निगम को सभी सेवाओं को ऑनलाइन करने को कहा है, ताकि लोगों को नगर निगम के चक्कर न काटने पड़े.
स्मार्ट सिटी के तहत होगे ये काम
शहर में स्मार्ट सिटी के तहत एस्केलेटर लगाने, स्मार्ट पार्किंग, फुट ओवर ब्रिज, लिफ्ट और एलिवेटर, गरीबों के लिए पक्के घर, कारोबारियों के लिए नई दुकानें, तहबाजारियों के लिए नये स्टॉल बनाने है. हालांकि संजौली से आईजीएमसी तक कवर्ड पाथ का काम शुरू हो गया है. साथ ही पार्किंग भी बनाई जा रही है.
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