शिमला: जिला मंडी में एक सरकारी स्कूल को तोड़कर पार्किंग बनाने का टावर लाइन शोषित जागरूकता मंच (tower line awareness forum ) ने कड़ा विरोध किया है. मंच के राष्ट्रीय संयोजक रजनीश शर्मा ने राजधानी शिमला में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा है कि सरकार स्कूल की जगह पर पार्किंग बनवाने का काम बंद करें. उन्होंने कहा कि यदि सरकार स्कूल के स्थान पर पार्किंग बनाती है तो इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे.
रजनीश शर्मा ने कहा कि बीते दिनों जब हम मंडी में जा रहे थे तो रास्ते में स्कूल के छात्र हड़ताल करते नजर आए, जब उन्होंने हड़ताल का कारण पूछा तो छात्रों ने बताया कि वह पिछले ढाई महीने से हड़ताल कर रहे हैं क्योंकि हमारे स्कूल को तोड़कर यहां पार्किंग बनवाई जा रही है जिससे गरीब छात्रों को पढ़ने में काफी परेशानी होगी. रजनीश शर्मा ने बताया कि उन्हें इस बात को गंभीरता से लिया और अदालत का दरवाजा भी खटखटाया, लेकिन स्टे होने के बावजूद भी सरकार वहां पर पार्किंग काम धड़ल्ले से करवा रही है.
टावर लाइन शोषित जागरूकता मंच के संयोजक ने कहा कि सरकारी स्कूल में गरीब लोगों के बच्चे पढ़ते हैं. उनके पास इतने पैसे नहीं कि अपने बच्चों को दूर पढ़ने के लिए भेज सकें. उन्होंने कहाकि यदि ऐसा होता है तो कम से कम 600 बच्चों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि बीते 22 नवंबर साल 2020 सांसद और वहां के विधायक ने स्कूल भवन का उद्घाटन किया और 11 दिसंबर 2020 को एक ठेकेदार को वहां पार्किंग बनाने का ठेका दे दिया.
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रजनीश शर्मा का आरोप है कि सरकार सरकारी स्कूल को तोड़कर पार्किंग बनाना चाहती है जो कि गलत है. उन्होंने कहा कि यदि सरकार वह पार्किंग बनाने का काम जारी रखेगी तो आने वाले समय में सरकार को परिणाम भुगतने पड़ेंगे. उन्होंने कहा कि अभी हाल ही में लोगों ने सरकार को चेतावनी भी दी है, जिसमें चारों सीटें बीजेपी को हारना पड़ा है. उन्होंने कहा कि मंडी में जिस स्कूल को तोड़ रहे हैं, वहां उनके वोटर भी हैं और आने वाले चुनाव में उनके खिलाफ मत करेंगे. उन्हें सरकार से मांग की है कि गरीब बच्चों की पढ़ाई न रुके इसके लिए स्कूल को न तोड़ा जाए.
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