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कोरोना के बीच पर्यटन कारोबार को पटरी पर लाना बड़ी चुनौती, सरकार का सपना कैसे होगा साकार?

हिमाचल प्रदेश में कोरोना ने कारोबार को बुरी तरह प्रभावित किया है. कोरोना संक्रमण के चलते लगाए गए लॉकडाउन की वजह से हिमाचल में बाहरी राज्यों से आवाजाही पर भी प्रतिबंध लगाया गया. ऐसे में पर्यटन कारोबार बुरी तरह प्रभावित हुआ. पहली लहर के समय पर्यटन कारोबार लड़खड़ाया और दूसरी लहर के समय बुरी तरह धड़ाम हो गया. प्रदेश सरकार की ओर से पर्यटन कारोबार को पटरी पर लाने के भरसक प्रयास किए जा रहे हैं. हालांकि कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच खतरा भी बढ़ा है, लेकिन प्रदेश में कोरोना के खतरे से बचना और पटरी पर लौट रहे पर्यटन कारोबार को गति देना हिमाचल प्रदेश सरकार के सामने एक बड़ी चुनौती है.

कोरोना के बीच पर्यटन कारोबार को पटरी पर लाना बड़ी चुनौती
कोरोना के बीच पर्यटन कारोबार को पटरी पर लाना बड़ी चुनौती
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Published : Aug 9, 2021, 7:49 PM IST

शिमलाः 70 लाख की आबादी वाला छोटा सा पहाड़ी राज्य हिमाचल(Small Hill State Himachal) पर्यटकों के लिए स्वर्ग है. प्रदेश की जीडीपी(Gdp) में पर्यटन का 7 फीसदी हिस्सा है. प्रदेश का एक बड़ा वर्ग पर्यटन कारोबार के जरिए अपना घर-परिवार चलाता है. सरकार ने प्रदेश में आने वाले पर्यटकों की आमद के लिए सालाना 2 करोड़ का लक्ष्य रखा है. साल 2017 में हिमाचल प्रदेश में 1.96 करोड़ सैलानी आए. इनमें 4.70 लाख विदेशी सैलानी थे, लेकिन कोरोना की वजह से हिमाचल प्रदेश के पर्यटन कारोबार पर बुरा प्रभाव(Bad effect on tourism business) पड़ा है.

कोरोना ने कारोबार को बुरी तरह प्रभावित किया है. कोरोना संक्रमण(Corona Infection) के चलते लगाए गए लॉकडाउन की वजह से हिमाचल में बाहरी राज्यों से आवाजाही पर भी प्रतिबंध (Restrictions on Movement)लगाया गया. ऐसे में पर्यटन कारोबार बुरी तरह प्रभावित हुआ. पहली लहर के समय पर्यटन कारोबार लड़खड़ाया और दूसरी लहर के समय बुरी तरह धड़ाम हो गया.

अनलॉक के बीच हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर पर्यटकों की संख्या में इजाफा(Increase In The Number of Tourists) देखने को मिला है. प्रदेश के पर्यटन निगम के होटल(Tourism Corporation Hotels) में सैलानियों को आकर्षित करने के लिए विशेष ऑफर दिए जा रहे हैं. एचपीटीडीसी के होटलों(HPTDC Hotels) में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए 35 फीसदी तक का डिस्काउंट दिया जा रहा है. इसके अलावा होटल में हिमाचली व्यंजन(Himachali Cuisine) भी परोसा जा रहा है, इससे पर्यटकों को आकर्षित करने की कोशिश की जा रही है.

प्रदेश सरकार(State Government) की ओर से पर्यटन कारोबार(Tourism Business) को पटरी पर लाने के भरसक प्रयास किए जा रहे हैं. हालांकि कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच खतरा भी बढ़ा है, लेकिन प्रदेश में कोरोना के खतरे से बचना और पटरी पर लौट रहे पर्यटन कारोबार को गति देना हिमाचल प्रदेश सरकार(Himachal Pradesh Government) के सामने एक बड़ी चुनौती है.

हाल ही में राम सुभग सिंह(Ram Subhag Singh) ने प्रदेश के नए मुख्य सचिव(New Chief Secretary) के तौर पर कार्यभार संभाला है. पदभार संभालते ही उन्होंने हिमाचल प्रदेश के पर्यटन के महत्व को देखते हुए पर्यटन कारोबार को गति देने के लिए काम करने की बात कही है. प्रदेश का एक बड़ा वर्ग पर्यटन कारोबार के जरिए रोजी-रोटी कमाता है. ऐसे में सरकार के सामने पर्यटन कारोबारियों(Tourism Businessmen) को राहत देने के लिए काम करने की योजना पर काम किया जा रहा है.

प्रदेश सरकार की ओर से सूबे में कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए भी काम किया जा रहा है. हिमाचल प्रदेश में आवाजाही सुगम हो, इसके लिए प्रदेश सरकार काम कर रही है, ताकि प्रदेश में पर्यटकों की संख्या बढ़ सके. एक अनुमान के अनुसार यदि हिमाचल प्रदेश में एयर कनेक्टिविटी(Air Connectivity) बढ़ती है, तो प्रदेश में सालाना 5 लाख सैलानी हवाई मार्ग से आएंगे. इसके अलावा रेल कनेक्टिविटी(Rail Connectivity) बेहतर होने से भी सैलानियों की संख्या बढ़ेगी.

वर्तमान समय में हिमाचल प्रदेश में 2 हजार 907 रजिस्टर होटल(Register Hotel) हैं. इनमें 88 हजार 588 बिस्तरों की क्षमता मौजूद है. प्रदेश में पर्यटन की अपार संभावनाएं(Huge Tourism Potential) हैं. हिमाचल प्रदेश का नाम धार्मिक पर्यटन(Religious Tourism) की सूची में भी अग्रणी है. प्रदेश में बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा(Buddhist religious leader Dalai Lama) का मठ और प्रसिद्ध शक्तिपीठ धार्मिक(Famous Shaktipeeth) पर्यटन के प्रमुख केंद्र हैं. कोरोना काल के बीच हिमाचल प्रदेश में पर्यटन कारोबार को गति देना और प्रदेश के लोगों को कोरोना से बचाना हिमाचल प्रदेश सरकार के सामने दोनों बड़ी चुनौती है.

ये भी पढ़ें: हिमाचल पर 60 हजार करोड़ का कर्ज, फिर भी सचिवालय की मरम्मत पर खर्च कर दिए करोड़ों रुपये

शिमलाः 70 लाख की आबादी वाला छोटा सा पहाड़ी राज्य हिमाचल(Small Hill State Himachal) पर्यटकों के लिए स्वर्ग है. प्रदेश की जीडीपी(Gdp) में पर्यटन का 7 फीसदी हिस्सा है. प्रदेश का एक बड़ा वर्ग पर्यटन कारोबार के जरिए अपना घर-परिवार चलाता है. सरकार ने प्रदेश में आने वाले पर्यटकों की आमद के लिए सालाना 2 करोड़ का लक्ष्य रखा है. साल 2017 में हिमाचल प्रदेश में 1.96 करोड़ सैलानी आए. इनमें 4.70 लाख विदेशी सैलानी थे, लेकिन कोरोना की वजह से हिमाचल प्रदेश के पर्यटन कारोबार पर बुरा प्रभाव(Bad effect on tourism business) पड़ा है.

कोरोना ने कारोबार को बुरी तरह प्रभावित किया है. कोरोना संक्रमण(Corona Infection) के चलते लगाए गए लॉकडाउन की वजह से हिमाचल में बाहरी राज्यों से आवाजाही पर भी प्रतिबंध (Restrictions on Movement)लगाया गया. ऐसे में पर्यटन कारोबार बुरी तरह प्रभावित हुआ. पहली लहर के समय पर्यटन कारोबार लड़खड़ाया और दूसरी लहर के समय बुरी तरह धड़ाम हो गया.

अनलॉक के बीच हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर पर्यटकों की संख्या में इजाफा(Increase In The Number of Tourists) देखने को मिला है. प्रदेश के पर्यटन निगम के होटल(Tourism Corporation Hotels) में सैलानियों को आकर्षित करने के लिए विशेष ऑफर दिए जा रहे हैं. एचपीटीडीसी के होटलों(HPTDC Hotels) में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए 35 फीसदी तक का डिस्काउंट दिया जा रहा है. इसके अलावा होटल में हिमाचली व्यंजन(Himachali Cuisine) भी परोसा जा रहा है, इससे पर्यटकों को आकर्षित करने की कोशिश की जा रही है.

प्रदेश सरकार(State Government) की ओर से पर्यटन कारोबार(Tourism Business) को पटरी पर लाने के भरसक प्रयास किए जा रहे हैं. हालांकि कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच खतरा भी बढ़ा है, लेकिन प्रदेश में कोरोना के खतरे से बचना और पटरी पर लौट रहे पर्यटन कारोबार को गति देना हिमाचल प्रदेश सरकार(Himachal Pradesh Government) के सामने एक बड़ी चुनौती है.

हाल ही में राम सुभग सिंह(Ram Subhag Singh) ने प्रदेश के नए मुख्य सचिव(New Chief Secretary) के तौर पर कार्यभार संभाला है. पदभार संभालते ही उन्होंने हिमाचल प्रदेश के पर्यटन के महत्व को देखते हुए पर्यटन कारोबार को गति देने के लिए काम करने की बात कही है. प्रदेश का एक बड़ा वर्ग पर्यटन कारोबार के जरिए रोजी-रोटी कमाता है. ऐसे में सरकार के सामने पर्यटन कारोबारियों(Tourism Businessmen) को राहत देने के लिए काम करने की योजना पर काम किया जा रहा है.

प्रदेश सरकार की ओर से सूबे में कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए भी काम किया जा रहा है. हिमाचल प्रदेश में आवाजाही सुगम हो, इसके लिए प्रदेश सरकार काम कर रही है, ताकि प्रदेश में पर्यटकों की संख्या बढ़ सके. एक अनुमान के अनुसार यदि हिमाचल प्रदेश में एयर कनेक्टिविटी(Air Connectivity) बढ़ती है, तो प्रदेश में सालाना 5 लाख सैलानी हवाई मार्ग से आएंगे. इसके अलावा रेल कनेक्टिविटी(Rail Connectivity) बेहतर होने से भी सैलानियों की संख्या बढ़ेगी.

वर्तमान समय में हिमाचल प्रदेश में 2 हजार 907 रजिस्टर होटल(Register Hotel) हैं. इनमें 88 हजार 588 बिस्तरों की क्षमता मौजूद है. प्रदेश में पर्यटन की अपार संभावनाएं(Huge Tourism Potential) हैं. हिमाचल प्रदेश का नाम धार्मिक पर्यटन(Religious Tourism) की सूची में भी अग्रणी है. प्रदेश में बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा(Buddhist religious leader Dalai Lama) का मठ और प्रसिद्ध शक्तिपीठ धार्मिक(Famous Shaktipeeth) पर्यटन के प्रमुख केंद्र हैं. कोरोना काल के बीच हिमाचल प्रदेश में पर्यटन कारोबार को गति देना और प्रदेश के लोगों को कोरोना से बचाना हिमाचल प्रदेश सरकार के सामने दोनों बड़ी चुनौती है.

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