श्रीलंका में इमरजेंसी, आर्थिक संकट के चलते राष्ट्रपति ने उठाया कदम: श्रीलंका के राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे ने देश में आपातकाल की घोषणा कर दी है. घोर आर्थिक संकट से जूझ रहे लोगों ने बृहस्तिवार को राष्ट्रपति के निजी आवास के पास बैरिकेड्स पर धावा बोल दिया और वाहनों में आग लगा दी थी. बिगड़ते हुए हालात को देखते हुए इमरजेंसी का ऐलान किया गया है. इस फैसले से सेना को असीमित शक्ति मिल गयी है जिससे किसी भी तरह के उग्र प्रदर्शन को रोकने में मदद मिलेगी. यहां पढ़ें पूरी खबर...
एक दिन की राहत के बाद आज फिर महंगे हुए पेट्रोल और डीजल, जानें नए दाम: पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों ने लोगों को परेशान कर रखा है. वाहन ईंधन (Fuel Prices) पर महंगाई की डोज कम होने का नाम नहीं ले रही है. भारतीय तेल विपणन कंपनियों ने शुक्रवार 1 अप्रैल को एक दिन की राहत दी थी, लेकिन आज शनिवार को फिर पेट्रोल (Petrol) और डीजल (Diesel) दोनों के दामों (Fuel Price) में 80-80 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की गई है. यहां पढ़ें पूरी खबर...
चैत्र नवरात्रि के पहले दिन इस विधि से करे मां शैलपुत्री की पूजा, होंगी मन्नतें पूरी: चैत्र नवरात्र की आज से शुरुआत हो रही है. ऐसे में नवरात्रि के प्रत्येक दिन मां अंबे के अलग-अलग स्वरूप की पूजा-अर्चना की जाती है. पहले दिन की बात करें तो इस दिन माता के शैलपुत्री स्वरूप की पूजा होती है. सफेद वस्त्र धारण किए मां शैलपुत्री के दाहिने हाथ में त्रिशूल और बाएं हाथ में कमल शोभायमान है. मां के माथे पर चंद्रमा सुशोभित है. यहां पढ़ें पूरी खबर...
लाला जी के साथ नमक की बोरी में आई थीं माता बालासुंदरी, शिवालिक पहाड़ियों के बीच है मां का भव्य दरबार: यूं तो देवभूमि हिमाचल के कण-कण में देवी-देवता वास करते हैं. प्रदेश में कई प्रसिद्ध दिव्य शक्तिपीठ भी स्थित हैं. इन्हीं में से एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में महामाया बालासुंदरी का दरबार भी है. यूं तो यहां साल भर श्रद्धालुओं का भारी संख्या में तांता लगा रहता है, लेकिन साल में दो मर्तबा नवरात्रों में यहां मेले का आयोजन होता है. जिसमें लाखों की तादाद में श्रद्धालु हिमाचल सहित पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली एवं उत्तराखंड राज्यों से आते हैं और माता बालासुंदरी के दर्शन करते हैं. यहां पढ़ें पूरी खबर...
बदल रहा है रहस्य और मान्यताओं में बंधा मलाणा गांव, यहां है दुनिया का सबसे पुराना लोकतंत्र: दुनिया में अपनी अनूठी संस्कृति और बोली के लिए प्रसिद्ध हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले का मलाणा गांव भी अब आधुनिकता (History of malana village ) की राह पर चल रहा है. जहां ये गांव अपनी काष्ठकुणी शैली (लकड़ी से बने) के मकानों के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध है, वहीं अब गांव में कंक्रीट के घर भी बनने लगे हैं. दो दशक पहले एक अग्निकांड में पूरा गांव जलकर खाक हो गया था, वहीं बीते साल आग लगने से 18 घर जलकर खाक हो गए. जिसके बाद लकड़ी के घरों में रहने वाले मलाणा के ग्रामीणों ने कंक्रीट के घरों का रुख किया. वक्त के साथ-साथ लकड़ी की उपलब्धता का कम होना भी इसकी एक वजह है. यहां पढ़ें पूरी खबर...
हिमाचल में फिर सजेगा जनमंच, शेड्यूल में देखिए कौन कहां सुनेगा लोगों की समस्याएं: हिमाचल में कैबिनेट मीटिंग (Himachal cabinet meeting) से पहले दो बड़े कार्यक्रम होने जा रहे हैं. तीन अप्रैल को रविवार के दिन प्रदेश भर में जनमंच का आयोजन किया जाएगा. वहीं मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर शिमला के पीटरहॉफ में प्रदेश भर के कर्मचारियों को द्वारा अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के बैनर तले आयोजित किए जा रहे सम्मान कार्यक्रम में शामिल होंगे. जनमंच मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का महत्वाकांक्षी कार्यक्रम है. बता दें कि कोविड के कारण जनमंच का आयोजन लंबे समय से नहीं हो पा रहा था, लेकिन अब इस कार्यक्रम को दोबारा शुरू कर दिया गया है. यहां पढ़ें पूरी खबर...
हिमाचल सरकार का बड़ा फैसला, प्रदेश में हटाई गईं कोरोना बंदिशें, मास्क लगाना जरूरी: हिमाचल प्रदेश में कोरोना की रोकथान में लिए प्रदेश सरकार द्वारा लगाई गई सभी बंदिशें हटा दी (Corona restrictions in Himachal Pradesh) गई हैं. इस संबंध में राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (Himachal Disaster Management Authority) ने शुक्रवार को अधिसूचना भी जारी कर दी है. हालांकि, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी दिशा-निर्देशों के तहत मास्क पहनने और हाथ को साफ रखने के आदेश अभी जारी रहेंगे. यहां पढ़ें पूरी खबर...
पारा चढ़ने से हिमाचल में बढ़ा फॉरेस्ट फायर का खतरा, वनों की आग रोकेंगे 4 हजार कर्मचारी: हिमाचल प्रदेश में इस बार मार्च के अंतिम सप्ताह में पारा आसमान पर चढ़ना शुरू हो गया था. अप्रैल की शुरुआत भी तापमान में बढ़ोतरी से हुई है. गर्मी ने एक दशक का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. ऐसे में हिमाचल प्रदेश में 15 अप्रैल से शुरू होने वाला फॉरेस्ट फायर सीजन (Forest Fire Season in Himachal) पहली अप्रैल से ही घोषित कर दिया गया है. वन विभाग ने फॉरेस्ट फायर की दृष्टि से अति संवेदनशील वन इलाकों की सुरक्षा करने वाले चार हजार के करीब वन कर्मियों का अवकाश रद्द कर दिया है. यहां पढ़ें पूरी खबर...
पहाड़ों पर गर्मी से हाल बेहाल, मार्च महीने में टूटे सारे रिकॉर्ड, अप्रैल में भी नहीं मिलेगी राहत: हिमाचल में गर्मी से हाल बेहाल होने लगे हैं. मार्च महीने में जहां पहाड़ों पर मौसम सर्द बना रहता था. वहीं, इस बार मार्च महीने में कई सालों के रिकॉर्ड टूट (Highest temperature recorded in Himachal) गए हैं. मार्च माह में तापमान सामान्य से काफी ज्यादा रिकॉर्ड किया गया. 31 मार्च को ऊना में दस साल बाद 39 डिग्री तापमान रिकॉर्ड किया गया. इसके अलावा सोलन सहित अन्य शहरों में भी तापमान में काफी बढ़ोतरी हुई है. वहीं, अप्रैल महीने में भी इस बार रिकॉर्ड तोड़ गर्मी पड़ने के आसार बन गए हैं. यहां पढ़ें पूरी खबर...
हिमाचल के खजाने को 4481 करोड़ की राहत, एक वित्तीय वर्ष में एक हजार करोड़ से अधिक बढ़ा GST कलेक्शन: जीएसटी के रूप में हिमाचल सरकार के खजाने (GST collection in Himachal) को बड़ी राहत मिली है. हाल ही में संपन्न हुए वित्तीय वर्ष 2021-22 में जीएसटी कलेक्शन 4481 करोड़ रुपए रहा है. यह पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले एक हजार करोड़ से अधिक है. हिमाचल प्रदेश के एक्साइज एंड टैक्सेशन डिपार्टमेंट (Excise and Taxation Department of Himachal Pradesh) के अनुसार पिछले वित्तीय वर्ष में जीएसटी संग्रह 3464 करोड़ रुपए था. यहां पढ़ें पूरी खबर...