सोलन के माल रोड़ पर गोलगप्पे बेच कर अपने रोजी रोटी कमा रहे व्यक्ति पर उस समय दुःख का पहाड़ टूट पड़ा जब नशे में धुत नगर निगम कर्मियों (Solan Municipal Corporation) ने जबरन रेहड़ी सहित उसके सारे गोलगप्पे सड़क पर फेंक दिए. इस दौरान पीड़ित रोते हुए अपनी आपबीती वहां मौजूद लोगों को सुनाई. पढ़ें पूरी खबर...
शिमला में छप रहे थे नकली नोट, हरियाणा पुलिस ने की कार्रवाई, हिमाचल पुलिस को नहीं थी भनक
शिमला के ढली में हरियाणा (Hisar police action in Dhali Shimla) से आई हिसार पुलिस ने नकली नोट बनाने वाले गिरोह के सदस्य को पकड़ा है. पकड़े गए व्यक्ति की पहचान सुंदरनगर (fake currency recovered in shimla) के गांव मुंडखर निवासी नवनीत के रूप में हुई है. नवनीत संजौली के एक मकान में किराए के कमरे में रह रहा था. हिसार पुलिस ने इस मामले में कुछ दिन पहले एक आरोपी को गिरफ्तार किया था. पूछताछ के आधार पर पुलिस ने शिमला पहुंच कर उसे गिरफ्तार किया है.
जब पहाड़ी से गिरी चट्टान तो चकनाचूर हो गई कार, देखिए वीडियो
कसौली: सोलन जिले में कसौली-परवाणू सड़क पर जंगेषु में निजी होटल के समीप पंजाब की गाड़ी पर पत्थर (Stones fell on the vehicle in kasauli) आ गिरा. गनीमत यह रही कि जिस समय पहाड़ी से पत्थर गिरना शुरू हुआ, उस दौरान गाड़ी में कोई मौजूद नहीं था, वरना बड़ा हादसा हो सकता था. पढ़ें पूरी खबर..
सूखे की मार झेल रहा किन्नौर का पूह गांव, बगीचों के लिए खरीदकर पानी लाने को मजबूर बागवान
किन्नौर जिले के निचले क्षेत्रों मे सुबह शाम हल्की बारिश होने से बागवानो को राहत मिली है, लेकिन जिला का पूह खंड (Pooh village of Kinnaur) अभी भी सूखे की मार झेल रहा है. सूखे के चलते सेब के बगीचे सूखने की कगार पर है. जिससे यहां के बागवानों के लिए एक बड़ा संकट पैदा हो सकता है. पढ़ें पूरी खबर....
कांग्रेस पार्टी की ओर से गठित टास्क फोर्स की शनिवार को दिल्ली में अहम बैठक हुई. बैठक में शिमला नगर निगम और विधानसभा चुनावों के (Congress task force meeting in Delhi) रोडमैप पर दिल्ली में मंथन किया गया. डेढ़ घंटे तक चली इस बैठक में पार्टी को दोबारा सत्ता में लाने पर चर्चा की गई. हाईकमान ने कहा कि विधानसभा चुनावों से पहले नगर निगम शिमला के चुनाव होने हैं. यह चुनाव सेमीफाइनल है. ऐसे में इन चुनावों में जीत काफी महत्वपूर्ण है. इसके लिए सभी नेता एकजुट होकर नगर निगम शिमला चुनावों की तैयारियों में जुट जाएं.
AICC अन्य पिछड़ा वर्ग अध्यक्ष अजय यादव का बीजेपी पर हमला, आतंकवाद को बढ़ावा देने के लगाए आरोप
हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022 ( Himachal Assembly Elections 2022) से पहले प्रदेश में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. कांग्रेस और भाजपा के नेता आए दिन एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं. वहीं, शनिवार को शिमला में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी अन्य पिछड़ा वर्ग के अध्यक्ष अजय यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र खतरे में है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बीजेपी जानबूझकर देश में माहौल तनावपूर्ण बनाने की कोशिश करती है.
सेब सीजन में खस्ताहाल सड़कों पर प्रतिभा सिंह ने जताई चिंता, सरकार को हालात सुधराने की दी सलाह
हिमाचल में सेब सीजन (Apple season in Himachal) तैयायिरों को लेकर तैयारियां राजनीति तेज हो गई है. ऊपरी क्षेत्रों में सड़कों की खस्ता हालत को लेकर प्रदेश सरकार पर जमकार निशाना (Pratibha Singh Attcks on Jairam Government) साधा है. साथ ही उन्होंने दूर दराज की ग्रमीण क्षेत्रों की सड़कों को तुरंत बहाल करने को भी कहा है.
प्रदेश में साल के अंत तक हर घर को नल से शुद्ध जल मिलना शुरू हो जाएगा. हिमाचल अब इस लक्ष्य को हासिल करने के करीब पहुंच गया है. ये बात हिमाचल प्रदेश के जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर (Jal shakti Minister Mahender singh thakur) ने करसोग के सुई कुफरीधार में 35 लाख रुपये की लागत से बनने वाले पंचायत भवन के शिलान्यास के दौरान कही. पढ़ें पूरी खबर...
इन 26 कांग्रेस नेताओं को सौंपी गई जिम्मेदारी, जिला और विधानसभा के बनाए गए प्रभारी
हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022 ( Himachal Assembly Elections 2022) को लेकर कांग्रेस ने गतिविधियां तेज कर दी हैं. इसी कड़ी में हिमाचल कांग्रेस ने 26 नेताओं को जिला और विधानसभा स्तर पर जिम्मेदारी (Himachal Congress leaders new Responsibilities) सौंपी है. यहां जानिए किस नेता को किस विधानसभा क्षेत्र की जिम्मेदारी सौंपी गई है.
लाहौल स्पीति को हरा भरा करेगा रूस का हाइब्रिड छरमा, खेतों में भूमि कटाव से भी मिलेगी निजात
रूस का हाइब्रिड छरमा (Russian hybrid seabuckthorn) लाहौल स्पीति में अब किसानों की आर्थिकी को मजबूत करेगा. इसके लिए वन विभाग के सहयोग से किसानों (farmers in Lahaul and Spiti) को छरमा की खेती के तौरे-तरीके बताए गए हैं.दरअसल वनों में उगने वाले छरमा की किस्म अच्छी न होने के कारण एक हेक्टेयर में करीब 0.07 टन पैदावार होती है. लेकिन हाइब्रिड छरमा लगाने से किसानों को काफी लाभ होगा. ऐसे अब अब खेतों के किनारे छरमा के हाइब्रिड पौधे लगाने से भूमि कटाव भी रुकेगा और हाइब्रिड पौधों से तीन से चार साल में फल व पत्तियां मिलने लगेंगी.