शिमला: हिमाचल में बारिश का सिलसिला शुरू होते ही घटनाओं की संख्या भी बढ़ गई है. गुरुवार की सुबह राजधानी शिमला में हो रही बारिश की वजह से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के सरकारी आवास की गौशाला का डंगा धंस गया. जिसकी वजह से सरकारी आवास के नीचे के चार भवनों को खतरा पैदा हो गया है. इन भवनों में रह रहे 35 लोगों को राज्य सरकार के चौड़ा मैदान स्थित सर्किट हाउस में शिफ्ट कर दिया है.
मुख्यमंत्री आवास में कुछ ही महीने पहले एक गौशाला का निर्माण किया गया था. इस गौशाला के नीचे बने भवनों में गौशाला के लिए बनी सड़क और रास्ता पूरी तरह से गिरने के बाद परेशानी बढ़ गई है. हालांकि, प्रशासन ने कोई जानी नुकसान ना हो, इसके लिए एहतियातन इन मकानों में रह रहे सभी लोगों को शिफ्ट कर दिया है. हादसे की सूचना मिलने के बाद जिला प्रशासन से लेकर नगर निगम के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं.
बताया जा रहा है कि सड़क के नीचे पानी काफी मात्रा में इकट्ठा हो गया था, इस कारण एकदम से पूरी जमीन धंसने से चार भवनों को खतरा पैदा हो गया. मौके पर पहुंचे एसडीएम अर्बन मनजीत शर्मा ने बताया कि गुरुवार की सुबह डंगा धंसने की वजह से आस-पास के घरों को खतरा पैदा हो गया था, इसी के चलते यहां से उन्हें शिफ्ट किया गया है. ज्यादा खतरा नहीं है, लेकिन एहतियात के तौर पर यहां से लोगों शिफ्ट किया गया है. घटना की जानकारी मिलने के बाद डीसी शिमला आदित्य नेगी भी मौके पर पहुंचे थे. उन्होंने सारी व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं.
सीएम आवास के पास रहने वाले अरविंद कुकरेजा ने कहा कि गुरुवार सुबह पांच बजे डंगा गिरा. इसके बाद वे सभी लोग सीएम आवास गए, वहां पर वे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की पत्नी डॉ. साधना ठाकुर से मुलाकात की. उन्होंने तुरंत प्रशासन से बात की और प्रशासन के अधिकारियों ने यहां का दौरा कर उन्हें यहां से शिफ्ट कर दिया है. साथ ही, यहां पर काम भी शुरू कर दिया है.
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