शिमला: राजधानी शिमला में जिला कल्याण समिति ने वर्ष 2019-20 के लिए 61 करोड़ 20 लाख 96 हजार रुपये की राशि के बजट को हरी झंडी दे दी है है. इस बजट को गृह अनुदान योजना, कम्प्यूटर एप्लीकेशन, राष्ट्रीय परिवार सहायता कार्यक्रम, अंतरजातीय विवाह, विकलांग विवाह और अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत पीड़ितों को राहत राशि व सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना पर खर्च किया जाएगा.
शिमला के बजट भवन में सोमवार को शिक्षा मंत्री की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया जिसमें बजट को स्वीकृति दी गई और अब तक किए गए कार्यों की समीक्षा भी की गई. शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने अधिकारियों को विभिन्न विभागों की जनकल्याणकारी योजनाओं का समुचित प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करने को कहा है ताकि लोगों को लाभ मिल सकें.
शिक्षा मंत्री ने कहा कि अनुवर्ती कार्यक्रम के तहत विभाग जनमंच कार्यक्रम व चुने हुए प्रतिनिधियों के माध्यम से ही लोगों को औजार और मशीनें प्रदान करें. उन्होंने कहा कि कम्प्यूटर एप्लीकेशन एवं समवर्गीय क्रियाकलापों के अंतर्गत दक्षता योजना के तहत प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए सरकारी मान्यता प्राप्त संस्थानों को सम्मिलित करें ताकि प्रशिक्षण के बाद प्रार्थियों को लाभ मिल सकें.
उपायुक्त शिमला एवं उपाध्यक्ष जिला कल्याण समिति अमित कश्यप ने बताया कि अध्यक्ष द्वारा जारी किए गए निर्देशों का जिला में विभिन्न स्तरों पर अनुपालना की जाएगी. उन्होंने अधिकारियों से योजनाओं की पूर्ति के लिए अपने-अपने स्तर पर बैठके व निगरानी करने के आदेश भी दिए.
इस अवसर पर चैपाल क्षेत्र के विधायक बलबीर वर्मा, अतिरिक्त उपायुक्त अपूर्व देवगन, जिला के समस्त उपमण्डलाधिकारी, जिला कल्याण अधिकारी व तहसील कल्याण अधिकारी तथा महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी उपस्थित थे.
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत मातृ वंदना सप्ताह का किया शुभारंभ
शिक्षा, विधि एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज ने प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के अंतर्गत मातृ वंदना सप्ताह का शुभारंभ किया गया. उन्होंने बताया कि 02 दिसम्बर से 08 दिसम्बर 2019 तक चलने वाले इस सप्ताह में जिलाभर में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना को बल देने के उद्देश्य से विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से जागरूक किया जाएगा.
सुरेश भारद्वाज ने बताया कि जिलाभर में रैलियां, जागरूकता शिविर व प्रभात फेरियों का आयोजन किया जाएगा. उन्होंने बताया कि योजना के तहत सप्ताह में उत्कृष्ट कार्य करने वाले आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, बाल विकास परियोजना अधिकारियों, सुपरवाईजरों को सम्मानित किया जाएगा. शिक्षा मंत्री ने बताया कि संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के उद्देश्य से और गर्भवती मां व पैदा होने वाले बच्चे की स्वास्थ्य की देखभाल के प्रति भी योजना प्रमुख रूप से प्रोत्साहन प्रदान करती है.
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