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थैलसीमिक्स सोसाइटी ने आयोजित किया रक्तदान शिविर, 25 रक्तदाताओं ने ब्लड डोनेशन - थैलसीमिक्स सोसाइटी शिमला

थैलसीमिक्स सोसाइटी ऑफ हिमाचल प्रदेश ने शनिवार को केल्टी में विधायक अनिरुद्ध सिंह राणा के सहयोग से रक्तदान शिविर का आयोजन किया है. रक्तदान शिविर में 25 रक्तदाताओं ने रक्तदान किया है.

Thalassimics Society organized blood donation camp
रक्तदान करते लोग
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Published : Sep 5, 2020, 7:42 PM IST

शिमला: थैलीसीमिया वो रोग है, जिसमें बच्चों में खून नहीं बनता है और बच्चों को माता-पिता से आनुवांशिक तौर पर ये रोग मिलता है. इस रोग के कारण शरीर की हीमोग्लोबिन निर्माण प्रक्रिया गड़बड़ा जाती है, जिससे रोगी बच्चे के शरीर में रक्त की भारी कमी होने लगती है और उसे बार-बार खून चढ़ाना पड़ता है. ऐसे में थैलसीमिक्स सोसाइटी ऑफ हिमाचल प्रदेश द्वारा शनिवार को रक्तदान शिविर का आयोजन विधायक अनिरुद्ध सिंह राणा के सहयोग से केल्टी में किया गया.

थैलेसिमिक सोसाइटी ऑफ हिमाचल प्रदेश की अध्यक्षा वंदना कुठियाला ने कहा कि थैलेसिमिया मरीज को महीने में दो बार रक्तदान की आवश्यकता रहती है. सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग ने थैलेसिमिया को विकलांगता में शामिल कर दिया है. उन्होंने कहा कि आज केल्टी में विधायक अनिरुद्ध सिंह राणा के सहयोग से रक्त शिविर का आयोजन किया गया है और रक्तदान शिविर में 25 रक्तदाताओं ने रक्तदान किया है.

वंदना कुठियाला ने कहा कि थैलीसीमिया पीड़ितों को थोड़े-थोड़े अंतराल बाद रक्त चढ़ाना पड़ता है.साथ ही उनकी दवाएं भी चलती हैं. ऐसे में सोसायटी पीड़ितों को बिना किसी खर्च के रक्त उपलब्ध करवाती है. उन्होंने कहा कि थैलीसीमिया पीड़ितों को मदद पहुंचाने और जागरूकता बढ़ाने के साथ-साथ सोसायटी मरीजों की संख्या में इजाफा ना होने के लिए भी प्रयास कर रही है.

बता दें कि कोरोना काल में शिमला के सभी अस्पतालों में रक्त की कमी चल रही है, क्योंकि कोविड के कारण शिविर भी आयोजित नहीं हो रहे हैं. ऐसे में रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाना जरूरी है, ताकि थैलेसिमिया मरीज को रक्त दिया जा सके.

ये भी पढ़ें: कौलांवालाभूड पीएचसी में लगी आग, दवाइयों सहित लाखों का नुकसान

शिमला: थैलीसीमिया वो रोग है, जिसमें बच्चों में खून नहीं बनता है और बच्चों को माता-पिता से आनुवांशिक तौर पर ये रोग मिलता है. इस रोग के कारण शरीर की हीमोग्लोबिन निर्माण प्रक्रिया गड़बड़ा जाती है, जिससे रोगी बच्चे के शरीर में रक्त की भारी कमी होने लगती है और उसे बार-बार खून चढ़ाना पड़ता है. ऐसे में थैलसीमिक्स सोसाइटी ऑफ हिमाचल प्रदेश द्वारा शनिवार को रक्तदान शिविर का आयोजन विधायक अनिरुद्ध सिंह राणा के सहयोग से केल्टी में किया गया.

थैलेसिमिक सोसाइटी ऑफ हिमाचल प्रदेश की अध्यक्षा वंदना कुठियाला ने कहा कि थैलेसिमिया मरीज को महीने में दो बार रक्तदान की आवश्यकता रहती है. सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग ने थैलेसिमिया को विकलांगता में शामिल कर दिया है. उन्होंने कहा कि आज केल्टी में विधायक अनिरुद्ध सिंह राणा के सहयोग से रक्त शिविर का आयोजन किया गया है और रक्तदान शिविर में 25 रक्तदाताओं ने रक्तदान किया है.

वंदना कुठियाला ने कहा कि थैलीसीमिया पीड़ितों को थोड़े-थोड़े अंतराल बाद रक्त चढ़ाना पड़ता है.साथ ही उनकी दवाएं भी चलती हैं. ऐसे में सोसायटी पीड़ितों को बिना किसी खर्च के रक्त उपलब्ध करवाती है. उन्होंने कहा कि थैलीसीमिया पीड़ितों को मदद पहुंचाने और जागरूकता बढ़ाने के साथ-साथ सोसायटी मरीजों की संख्या में इजाफा ना होने के लिए भी प्रयास कर रही है.

बता दें कि कोरोना काल में शिमला के सभी अस्पतालों में रक्त की कमी चल रही है, क्योंकि कोविड के कारण शिविर भी आयोजित नहीं हो रहे हैं. ऐसे में रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाना जरूरी है, ताकि थैलेसिमिया मरीज को रक्त दिया जा सके.

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