किन्नौरः जनजातीय जिला किन्नौर में लॉकडाउन के बाद सभी कार्यालयों में पूरे स्टाफ के साथ कामकाज शुरु हो गया है. इसी तरह अन्य गतिविधियों को भी धीरे-धीरे शुरू किया जा रहा है. किन्नौर में आज से मंदिरों के कपाट खोल दिए गए हैं. आज से मंदिरों में विधिवत रूप से कारदार पूजा अर्चना कर सकते हैं.
डीसी किन्नौर गोपाल चंद वर्मा ने कहा कि जिला किन्नौर देवीय आस्था वाला क्षेत्र है. यहां मंदिरों में रोजाना सुबह शाम केवल पुजारी व मंदिर सीमित के सदस्यों को ही पूजा पाठ करने की अनुमति दी गई है, लेकिन लोगों को पूजा पाठ में भाग लेने की अनुमति नहीं है. मंदिरों में भीड़ एकत्रित करने पर सख्त मनाही होगी.
होटलों में पर्यटकों के ठहने पर प्रतिबंध जारी
डीसी किन्नौर गोपाल चंद ने कहा कि जिला किन्नौर में 8 जून के बाद प्रदेश के विभिन्न जिलों से लोग किसी सरकारी काम व निजी कामों से जिला में प्रवेश करते हैं और होटल व रेस्टहाउस में ठहरना चाहते हैं तो उन सभी लोगों को प्रशासन से सम्पर्क करना होगा.
इसके बाद उन्हें होटल व रेस्टहाउस में ठहरने की अनुमति दी जाएगी. बिना अनुमति के होटल व्यवसायी पर्यटकों को होटल में नहीं ठहरा सकते. बता दें कि जिला किन्नौर में होटल व्यवसायियों ने कोरोना वायरस के चलते 19 मार्च के बाद तमाम सभी बड़े होटल, टेंट व्यवसाय को बंद करने का फैसला लिया था जिसके बाद प्रदेश और भारत सरकार ने देश भर में लॉकडाउन लगा दिया था. जिला किन्नौर के सभी होटल, रेस्टोरेंट व बड़े मन्दिर बंद किए गए थे.
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