शिमलाः प्रदेश के शीतकालीन स्कूलों में सेवाएं दे रहे शिक्षक परीक्षाओं तक किसी भी शिक्षक ट्रेनिंग का हिस्सा नहीं बनेंगे. शिक्षकों को किसी भी तरह की ट्रेनिंग में जाने को लेकर प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय की ओर से रोक लगा दी गई है. स्कूलों में परीक्षाओं के दौरान छात्रों की पढ़ाई प्रभावित ना हो इसे देखते हुए ये फैसला लिया गया है.
प्रारंभिक शिक्षा विभाग के निदेशक रोहित जम्वाल ने कहा कि नवंबर माह में प्रदेश के शीतकालीन स्कूलों में पांचवी और आठवीं की परीक्षाएं होनी हैं. इन परीक्षाओं के लिए शिक्षकों को प्रश्नपत्रों की तैयारियां के साथ ही छात्रों का रिवीजन वर्क भी करवाना है. ऐसे में परीक्षाएं खत्म होने तक किसी भी शिक्षक को ट्रेनिंग में हिस्सा नहीं लेने दिय जाएगा.
शिक्षा निदेशक की ओर से यह भी स्पष्ट किया गया है कि इस साल पांचवी और आठवीं के कक्षा में नो डिटेंशन पॉलिसी को हटा दिया गया है और ऐसे में यह जरूरी है कि छात्रों को परीक्षाओं के लिए अच्छी तरीके से तैयार किया जाए, जिससे कि बेहतर परिणाम आए.
हालांकि शिक्षा निदेशालय की ओर से यह भी स्पष्ट किया गया है कि इन परीक्षाओं के बाद शिक्षक ट्रेनिंग पर जा सकते हैं. बता दें कि इन दिनों समग्र शिक्षा की ओर से नए लर्निंग आउटकम को देखते हुए शिक्षकों को ट्रेनिंग दी जा रही है.
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