शिमलाः एक फरवरी को केंद्र सरकार वित्तिय वर्ष 2021-22 के लिए बजट पेश करेगी. कोरोना काल के बाद पेश होने वाले इस बजट को लेकर आम से लेकर खास तक नजरें रहेंगी. छोटे व्यापारियों से लेकर बड़े उद्यमियों तक सबको इस बजट से राहत मिलने की आस है.
तमाम व्यवसायियों ने बजट से राहत मिलने की उम्मीद जताई है, तो कुछ व्यापारियों का कहना है कि जीएसटी से इस बार राहत मिलेगी तो कुछ रिटेल व्यापार में ऑनलाइन से हो रहे नुकसान पर प्रतिबंध लगने की उम्मीद लगाए बैठे हैं. वहीं, पर्यटन को लेकर भी पैकेज मिलने की उम्मीद की जा रही है. टैक्सी चालकों को भी इस बजट से काफी उम्मीदें हैं.
टैक्स माफ या वन टाइम करने की मांग
टैक्सी चालकों का कहना है कि उनका टैक्स माफ किया जाए. उन्होंने कहा कि कोरोना काल के दौरान काम बिल्कुल ठप पड़ा था, जिसके कारण नौबत यहां तक आ गई कि कुछ एक टैक्सी ड्राइवरों ने तो सुसाइड तक कर लिया.
टैक्सी चालकों ने उम्मीद जताई है की इस बार के बजट में उन्हें टैक्स से रियायत मिलेगी. उन्होंने मांग कि है कि टैक्सी चालकों का पर डे टैक्स माफ किया जाए या वन टाइम किया जाए.
टैक्सी चालकों का कहना है कि लॉकडाउन में उन्हें काफी नुकसान हुआ है. कई लोग घर से बेघर हुए है. बावजूद इसके सरकार की तरफ से उन्हें किसी भी तरह का कोई सहयोग नहीं मिला.
मददगार साबित होगा बजट
इस बार टैक्सी चालकों ने केंद्र सरकार के बजट से उम्मीद जताई है कि इस बार का बजट उनके लिए मददगार साबित होगा. इसके अलावा टैक्सी चालक हरिशचंद का कहना है कि उन्होंने लॉकडाउन के चलते 6 महीने तक गाड़ी नहीं चलाई, जिससे उन्हें काफी नुकसान का सामना करना पड़ा है.
टैक्सी चालकों रियायत की उम्मीद
उन्होंने बजट को लेकर इस बार भी काफी निराशा जताई है. टैक्सी चालकों बात की जाए तो कुछ लोगों को केंद्र सरकार के इस बार के बजट से काफी उम्मीद है. तो वहीं कुछ लोगों को इस बार भी कोई उम्मीद नहीं है.
सरकार की ओर से साल 2021 के लिए पेश किए जाने वाले बजट को लेकर हर वर्ग अपने लिए कुछ विशेष रियायत व सुविधाएं चाहता है बजट को लेकर व्यापारियों में उत्सुकता है कि हमें क्या मिलेगा? वहीं, अब देखना ये है कि केंद्र सरकार के इस बजट से छोटे व्यापारियों को कितना फायदा मिलता है.
GST और Income Tax में राहत दे सरकार
व्यापारी को कहना है कि कोरोना वायरस से हर वर्ग पर गहरा असर पड़ा है, लेकिन व्यापारियों पर इसका खासा असर देखने को मिला है. छोटे व्यापारी पर छोटा असर पड़ा है तो गए बड़े व्यापारी पर बड़ा असर पड़ा है. इन्हीं सब बातों को लेकर व्यापारियों ने सरकार से मांग की है कि जीएसटी को कम किया जाए. वहीं, इनकम टैक्स में भी उन्हें रिबेट दिया जाए.
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