किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर में भारतीय जनता पार्टी में अब गुटबाजी खुलकर सामने आ गई है. इसका उदाहरण प्रदेश वन निगम के उपाध्यक्ष सूरत नेगी ने रिकांगपिओ में प्रेस वार्ता के दौरान दिया है. उन्होंने कांग्रेस के साथ-साथ बीजेपी नेताओं पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं.
वन निगम के उपाध्यक्ष सूरत नेगी ने कहा कि पिछले दिनों प्रदेश स्तर पर ट्राइबल एडवाइजरी की बैठक दो बार स्थगित किया गया था. कुछ कांग्रेसी नेता व किन्नौर बीजेपी के नेता मिलकर इस बड़ी बैठक को रोकने पर तुले हुए थे. सूरत नेगी ने कहा कि किन्नौर व दूसरे ट्राइबल क्षेत्रों के लिए ट्राइबल एडवाइजरी की बैठक काफी महत्वपूर्ण होती है. जिसमें जनजातीय क्षेत्रों के विकास के बारे में चर्चा स्वंय मुख्यमंत्री व जनजातीय क्षेत्र के सदस्य मिलकर करते हैं लेकिन कुछ कांग्रेस और बीजेपी के अपने ही लोग इस बैठक को रोकने का पूरा प्रयास कर रहे थे. इस वजह से प्रदेश के सीएम ने बैठक को जनवरी माह में करवाया.
उन्होंने कहा कि किन्नौर के विकास में कांग्रेस के साथ बीजेपी के कुछ कार्यकर्ता भी रुकावट बन रहे हैं. ऐसे लोगों से बचने की आवश्यकता है. बता दें कि सूरत नेगी किन्नौर के पूर्व भाजपा अध्यक्ष के साथ दूसरे बड़े पदों पर भी रहे हैं. सूरत नेगी वर्तमान में प्रदेश वन निगम के उपाध्यक्ष हैं.