किन्नौर: जिला में पिछले एक साल से विधायक किन्नौर जगत सिंह नेगी व प्रदेश वन निगम उपाध्यक्ष सूरत नेगी के बीच की चल रही लड़ाई थमने का नाम नहीं ले रही है. प्रदेश वन निगम के उपाध्यक्ष सूरत नेगी ने बुधवार को रिकांगपिओ में विधायक जगत सिंह नेगी के पिछले पांच साल, जब वो कांग्रेस की सरकार में विधायक रहते हुए किये गए घोटालों का हिसाब मांगा है.
सूरत नेगी ने बताया कि जगत सिंह नेगी की अध्यक्षता में जिला किन्नौर के पीडब्ल्यूडी विभाग पर मीडिया के माध्यम से बेवजह के आरोप लगाए जा रहे हैं और जगत सिंह नेगी किन्नौर में अधिकारियों पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि किन्नौर में पीडब्ल्यूडी विभाग व अन्य सभी विभागों की कार्यप्रणाली काबिले तारीफ है. वहीं, अगर किसी विभाग में भ्रष्टाचार होने की बात पता चली तो उनके खिलाफ कड़ा संज्ञान लिया जाएगा.
सूरत नेगी ने बताया कि किन्नौर विधायक जगत सिंह नेगी ने अपने समय में हुए भ्रष्टाचार पर पर्दा डालने की कोशिश कर रहे हैं, जो पूरी तरह विफल होगा. उन्होंने बताया कि उनके समय में वो किन्नौर के सभी बड़ी कमेटियों के अध्यक्ष रहे, जिसमें लाडा (लोकल एरिया डेवेलपमेंट अथॉरिटी) कमेटी प्रमुख थी.
सूरत नेगी ने बताया कि लोकल एरिया डेवेलपमेंट अथॉरिटी में करोड़ों के घपले हुए हैं, जिसका उदाहरण किन्नौर का शुदारंग पंचायत व पानवी पंचायत है. उन्होंने बताया कि पिछली कांग्रेस सरकार के समय विधायक जगत सिंह नेगी ने किन्नौर में अधिकारियों पर दबाव बना कर लाडा के रुपयों का दुरुपयोग किया है.
सूरत नेगी ने बताया कि जगत सिंह नेगी किन्नौर के विकास में अड़ंगा डाल रहे है वे किन्नौर के पीएसी, लाडा, जनमंच से लेकर कोई भी बैठक में हंगामा करने आते हैं. उन्होंने बताया कि किन्नौर में कांग्रेस के समय हुए गफले व कल्पा के आइस स्केटिंग रिंग में भी कई घपले हुए हैं, जिसके लिए जल्द ही सरकार से बात कर जांच कमेटी का गठन किया जाएगा.