शिमला: सत्र 2013-15 में राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान (RUSA) के तहत बीएससी ऑनर्स की डिग्री के बाद टीजीटी कमीशन पास करने वाले विद्यार्थियों को भविष्य की चिंता सता रही है. रूसा के तहत डिग्री करने वाले इन विद्यार्थियों के सब्जेक्ट कॉम्बिनेशन टीजीटी कमीशन (TGT Commission) के मुताबिक सही न होने की वजह से अयोग्य घोषित होने का डर सता रहा है. इन विद्यार्थियों ने रूसा के तहत गणित और फिजिक्स के अलावा ऐच्छिक विषय में कंप्यूटर साइंस, अर्थशास्त्र और भूगोल की पढ़ाई की. साल 2019 में एक विषय के रूप में केमिस्ट्री न पढ़ने वाले 27 विद्यार्थियों टीजीटी कमीशन ने बाहर कर दिया. ऐसे में अब इन विद्यार्थियों को भी भविष्य की चिंता सता रही है.
इन विद्यार्थियों ने अपनी परेशानी मंगलवार को हिमाचल प्रदेश के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर के सामने रखी और जल्द से जल्द इस पर कार्रवाई की मांग की है. छात्रा उपमा मांटा ने कहा कि यह मामला पहले से ही प्रदेश सरकार के संज्ञान में है. इसे लेकर प्रदेश सरकार की ओर से कमेटी का गठन किया गया था. इस कमेटी ने एक विषय के रूप में केमिस्ट्री के अलावा अन्य विषय पढ़ने वाले विद्यार्थियों को भी योग्य घोषित करने की सिफारिश की थी. इस सिफारिश को शिक्षा निदेशक ने मान भी लिया था, लेकिन फिलहाल फाइल आखिरी चरण में लटकी हुई है. यदि इसका काम समय पर पूरा नहीं हुआ, तो इन विद्यार्थियों को भी साल 2019 में अयोग्य घोषित किए गए 27 विद्यार्थियों की तरह अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा.
विद्यार्थियों ने शिक्षा मंत्री से मांग की है कि जल्द से जल्द इन विद्यार्थियों को टीजीटी कमीशन के लिए योग्य घोषित किया जाए. इन विद्यार्थियों की मांगों पर हिमाचल प्रदेश के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने हर संभव मदद का आश्वासन दिया है. उन्होंने विद्यार्थियों को अपनी बात निदेशक के सामने रखने को कहा है. उन्होंने कहा कि जल्दी विद्यार्थियों की मांगों पर विचार कर कार्रवाई की जाएगी.