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मुस्लिम कारीगरों ने निखारा बजरंग बली का रूप, जाखू में खिल उठी हनुमान की मूर्त - hanuman temple shimla

प्रसिद्ध धार्मिक स्थल जाखू मंदिर में स्थापित हनुमान की प्रतिमा उनके भक्तों को कुछ अलग ही रंग में देखने को मिलेगी, क्योंकि अनलॉक प्रक्रिया के दूसरे चरण में मंदिर खुलने से पहले मूर्ति का कायाकल्प किया गया है. खास बात ये है कि प्रतिमा को रंगने का काम हिन्दू और मुस्लिम समुदाय के करीब 20 कारीगारों ने किया है. 5 दिन के अंदर इस मूर्ति को रंगने का काम पूरा किया गया है.

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Published : Jul 5, 2020, 9:01 PM IST

Updated : Aug 1, 2020, 2:06 PM IST

शिमला: अनलॉक प्रक्रिया के दूसरे चरण में प्रदेश में जल्द ही मंदिर खुलने वाले हैं. ऐसे में राजधानी शिमला के प्रसिद्ध हनुमान मंदिर जाखू के परिसर में स्थापित भगवान हनुमान की मूर्ति श्रद्धालुओं को नए रंग में रंगी हुई दिखाई देगी.

दरअसल जाखू की ऊंची चोटी पर विराजमान भगवान हनुमान नए स्वरूप में रंग कर तैयार है, जिससे ये प्रतिमा पहले से भी ज्यादा आकर्षक और भव्य नजर आ रही है. खास बात ये है कि 108 फीट ऊंची इस मूर्ति में आईं हल्की दरारों को भरने और रंगने का काम हिंदू और मुस्लिम कारीगरों ने मिलकर किया है.

वीडियो रिपोर्ट.

कोरोना जैसी महामारी की वजह से अभी मंदिर बंद है, जिससे अंजनी पुत्र की मूर्ति को नया रूप देने का कार्य कारीगरों ने बारीकी से किया है. इस विशालकाय मूर्ति को रंगने के लिए 110 फिट तक कि ऊंचाई पर कारीगरों ने काम किया है. हालांकि इस ऊंचाई में हवा के दबाव की वजह से उन्हें काम करने में परेशानी का सामना भी करना पड़ा, लेकिन दोनों समुदाय के लोगों ने मिलकर बिना किसी बाधा के काम को पूरा किया.

बजरंगबली को केसरी रंग से रंगने के साथ ही उनके आभूषण जैसे कड़े, बाजूबंद, मुकुट और हाथों में पहनी गई अंगूठियों को गोल्डन यानी सुनहरे रंग में रंगा गया है, जबकि गले की माला को रंगने के लिए मैरून रंग का प्रयोग किया गया है. जिससे मुर्ति बेहद आकर्षक नजर आ रही है और लोग भी इस नए कायाकल्प को खूब पसंद कर रहे है.

मूर्ति का काम करने वाले कारीगर निर्मल ने बताया कि ये दूसरी बार है कि उन्होंने मूर्ति के कायाकल्प का काम किया है. साथ ही मूर्ति को रंगने में मुस्लिम कारीगरों ने भी अपना सहयोग दिया है. उन्होंने बताया कि प्रतिमा को नया रुप देने के लिए करीब 20 कारीगरों ने अपना सहयोग दिया है और 45 दिन के अंदर इस मूर्ति को रंगने का काम पूरा किया गया है.

मुस्लिम कारीगर मुहम्मद अफजल ने बताया कि वो हनुमान जी के भक्त है और उन्होंने मूर्ति के मुकुट को रंगने का काम किया है. उन्होंने कहा कि इस बार कुछ अलग तरीके से मूर्ति को रंगा गया है, जिसे लोग भी काफी पसंद कर रहे है. मूर्ति को रंगने के लिए करीब 500 लीटर रंग का इस्तेमाल किया गया है.

बता दें कि शिमला के जाखू मंदिर में 108 फिट ऊंची बजरंगबली की इस प्रतिमा को बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन की बेटी श्वेता नंदा ओर दामाद निखिल नंदा ने साल 2010 में स्थापित करवाया था. मूर्ति को बनाने का काम भी यहीं किया गया था और मूर्ति बनने के बाद प्रतिमा का अनावरण पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने किया था. इसी बीच अमिताभ बच्चन भी मौजूद रहे.

धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में प्रसिद्ध है जाखू मंदिर

शिमला में जाखू मंदिर विश्वभर में प्रसिद्ध धार्मिक स्थल के रूप में जाना जाता है. यहां स्थापित हनुमान जी के मंदिर को रामायण काल से जोड़ा जाता है और भगवान हनुमानजी में न केवल यहां के स्थानीय लोगों की आस्था है, बल्कि पर्यटकों की भी आस्था है. यही वजह है कि यहां लाखों की संख्या में सैलानी साल भर में घूमने आते है.

ये भी पढ़ें: जर्जर हो चुके लेबर हॉस्टलों का रिनोवेशन शुरू, सैकड़ों मजदूरों को मिलेगी राहत

शिमला: अनलॉक प्रक्रिया के दूसरे चरण में प्रदेश में जल्द ही मंदिर खुलने वाले हैं. ऐसे में राजधानी शिमला के प्रसिद्ध हनुमान मंदिर जाखू के परिसर में स्थापित भगवान हनुमान की मूर्ति श्रद्धालुओं को नए रंग में रंगी हुई दिखाई देगी.

दरअसल जाखू की ऊंची चोटी पर विराजमान भगवान हनुमान नए स्वरूप में रंग कर तैयार है, जिससे ये प्रतिमा पहले से भी ज्यादा आकर्षक और भव्य नजर आ रही है. खास बात ये है कि 108 फीट ऊंची इस मूर्ति में आईं हल्की दरारों को भरने और रंगने का काम हिंदू और मुस्लिम कारीगरों ने मिलकर किया है.

वीडियो रिपोर्ट.

कोरोना जैसी महामारी की वजह से अभी मंदिर बंद है, जिससे अंजनी पुत्र की मूर्ति को नया रूप देने का कार्य कारीगरों ने बारीकी से किया है. इस विशालकाय मूर्ति को रंगने के लिए 110 फिट तक कि ऊंचाई पर कारीगरों ने काम किया है. हालांकि इस ऊंचाई में हवा के दबाव की वजह से उन्हें काम करने में परेशानी का सामना भी करना पड़ा, लेकिन दोनों समुदाय के लोगों ने मिलकर बिना किसी बाधा के काम को पूरा किया.

बजरंगबली को केसरी रंग से रंगने के साथ ही उनके आभूषण जैसे कड़े, बाजूबंद, मुकुट और हाथों में पहनी गई अंगूठियों को गोल्डन यानी सुनहरे रंग में रंगा गया है, जबकि गले की माला को रंगने के लिए मैरून रंग का प्रयोग किया गया है. जिससे मुर्ति बेहद आकर्षक नजर आ रही है और लोग भी इस नए कायाकल्प को खूब पसंद कर रहे है.

मूर्ति का काम करने वाले कारीगर निर्मल ने बताया कि ये दूसरी बार है कि उन्होंने मूर्ति के कायाकल्प का काम किया है. साथ ही मूर्ति को रंगने में मुस्लिम कारीगरों ने भी अपना सहयोग दिया है. उन्होंने बताया कि प्रतिमा को नया रुप देने के लिए करीब 20 कारीगरों ने अपना सहयोग दिया है और 45 दिन के अंदर इस मूर्ति को रंगने का काम पूरा किया गया है.

मुस्लिम कारीगर मुहम्मद अफजल ने बताया कि वो हनुमान जी के भक्त है और उन्होंने मूर्ति के मुकुट को रंगने का काम किया है. उन्होंने कहा कि इस बार कुछ अलग तरीके से मूर्ति को रंगा गया है, जिसे लोग भी काफी पसंद कर रहे है. मूर्ति को रंगने के लिए करीब 500 लीटर रंग का इस्तेमाल किया गया है.

बता दें कि शिमला के जाखू मंदिर में 108 फिट ऊंची बजरंगबली की इस प्रतिमा को बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन की बेटी श्वेता नंदा ओर दामाद निखिल नंदा ने साल 2010 में स्थापित करवाया था. मूर्ति को बनाने का काम भी यहीं किया गया था और मूर्ति बनने के बाद प्रतिमा का अनावरण पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने किया था. इसी बीच अमिताभ बच्चन भी मौजूद रहे.

धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में प्रसिद्ध है जाखू मंदिर

शिमला में जाखू मंदिर विश्वभर में प्रसिद्ध धार्मिक स्थल के रूप में जाना जाता है. यहां स्थापित हनुमान जी के मंदिर को रामायण काल से जोड़ा जाता है और भगवान हनुमानजी में न केवल यहां के स्थानीय लोगों की आस्था है, बल्कि पर्यटकों की भी आस्था है. यही वजह है कि यहां लाखों की संख्या में सैलानी साल भर में घूमने आते है.

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Last Updated : Aug 1, 2020, 2:06 PM IST
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