शिमला: हिमाचल कांग्रेस सह-प्रभारी संजय दत्त ने जयराम सरकार पर निशाना साधा है. जुब्बल-कोटखाई मंडी में की जा रही घोषणाओं को लेकर प्रभारी संजय दत्त ने प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लिया है. संजय दत्त ने कहा कि सरकार आगामी उपचुनाव को देखते हुए लोकलुभावन घोषणा कर रही है.
शिमला में पत्रकार वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता बीजेपी की जनविरोधी नीतियों से परेशान हैं. सरकार कोविड, महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों से निपटने में असफल रही है. प्रदेश की जनता आगामी चुनावों में इसका मुंहतोड़ जवाब देगी. आगामी उपचुनाव के लिए कांग्रेस पूरी तरह से तैयार है. प्रदेश का हर वर्ग भाजपा की नीतियों से परेशान हैं. महंगाई व बेरोजगारी से जनता परेशान हैं. कोरोना से निपटने में सरकार विफल रही है. जनता आगामी चुनाव में इन मुद्दों को देखते हुए वोट देगी.
संजय दत्त ने कहा कि पेगासस कांड की सारी जानकारी सामने आई और साफ हो गया कि सरकार जासूसी कर रही है. राजनेताओं, उच्च अधिकारियों व जजों की जासूसी की गई. बीजेपी की सरकार ने लोकतांत्रिक प्रणाली की धज्जियां उड़ाई. संसद में सरकार इस पर चर्चा नहीं कर पाई. मोदी अपने मन की बात जनता पर थोप रहे हैं.
गेम चेंजर के बजाए सरकार नेम चेंजर बन कर रह गई है. पुरानी योजनाओं को बदल दिया गया है. पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नाम पर भारत रत्न पुरुस्कार का नाम बदल कर ध्यान चंद के नाम पर रख दिया गया है. यह पीएम मोदी के निचली स्तर की मानसिकता को दर्शाता है.
संजय दत्त ने कहा कि प्रदेश सरकार का 4 साल का कार्यकाल विफलताओं भरा रहा है. मुख्यमंत्री अब चुनावी क्षेत्रों में जाकर घोषणाएं कर रहे हैं. इन क्षत्रों की पिछले चार सालों में कोई सुध नहीं ली गई. अब बिना बजट के घोषणाएं की जा रही है. बरसात में सड़कें बंद हैं. सरकार का कोई नियोजन नहीं है और करीब 220 लोगों ने इस आपदा में जान गंवा दी.
हिमाचल कांग्रेस सह-प्रभारी संजय दत्त ने कहा कि प्रदेश सरकार व अफसरशाही में तालमेल नहीं है. मंत्री कैबिनेट बैठक में अफसरों को अपमानित कर रहे हैं. मुख्य सचिव अनिल खाची जो ईमानदारी के लिए जाने जाते हैं, उन्हें सरकार ने मनमानी कर हटा दिया. प्रदेश 65 हजार करोड़ रुपये कर्ज के तले दबी हुई है. सरकार अपनी कमजोरियों को दबाने के लिए नई नियुक्तियां कर रही हैं.
प्रदेश की आर्थिकी पर अतिरिक्त बोझ डाला जा रहा है. उन्होंने कहा कि सांसद राम स्वरूप की मौत की जांच न कराकर बीजेपी क्या छुपाना चाहती है? मंडी की जनता व उनका परिवार जब सीबीआई जांच की मांग उठा रही है, तो सरकार इसे दबाने की कोशिश कर रही है.
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