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कैबिनेट से पहले सीएम जयराम से मिले एसएमसी शिक्षक, अनुबंध शिक्षकों के बराबर वेतन की मांग

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Published : Oct 14, 2022, 2:32 PM IST

कैबिनेट बैठक से पहले मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से आज एसएमसी शिक्षकों ने मुलाकात की और उनसे अनुबंध शिक्षकों के बराबर वेतन दिए जाने की मांग की. (SMC teacher meet CM Jairam) (SMC teacher demand in Himachal) पढ़ें पूरी खबर...

SMC teacher met CM Jairam in Shimla.
कैबिनेट से पहले सीएम जयराम से मिले एसएमसी शिक्षक.

शिमला: हिमाचल के दूरदराज स्कूलों में तैनात एसएमसी शिक्षकों ने आज मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से कैबिनेट बैठक से पहले शिमला में मुलाकात की. इस दौरान शिक्षकों ने मुख्यमंत्री से अनुबंध शिक्षकों के बराबर वेतन देने की मांग की. एसएमसी शिक्षकों ने कहना है कि वे भी अनुबंध शिक्षकों के बराबर का कार्य कर रहे हैं बावजूद इसके उनको समान वेतन नहीं दिया जा रहा है. मौजूदा समय में एसएमसी शिक्षकों और अनुबंध पर नियुक्त अन्य शिक्षकों के वेतन में पदवार 7800 से लेकर 10822 रुपये का अंतर है.

अप्रैल में SMC शिक्षकों का बढ़ा था वेतन: शिक्षकों का कहना है कि हिमाचल के सरकारी स्कूलों में एसएमसी के माध्यम से पीजीटी, डीपीई, टीजीटी, सीएंडवी और जेबीटी शिक्षक नियुक्त गए हैं. हर वर्ग के एसएससी शिक्षकों के वेतन में यह अंतर है. हिमाचल में एसएमसी शिक्षकों की पहली बार 2012 में नियुक्ति हुई थी. एसएमसी शिक्षक सरकार से वेतन में बढ़ोतरी की काफी अरसे से मांग कर रहे हैं.

हालांकि सरकार ने उनका वेतन जरूर बढ़ाया है, मगर यह उनकी मांग के अनुरूप नहीं है. इसी साल अप्रैल माह में एक हजार रुपये की बढ़ोतरी की गई थी. जबकि ये अनुबंध शिक्षकों के बराबर वेतन देने की मांग पर अड़े हैं. एसएमसी शिक्षकों का कहना है कि सरकार ने प्रदेश के अन्य सभी कर्मचारियों को उचित लाभ दिए हैं, लेकिन उनके साथ भेदभाव किया जा रहा है.

1 माह पूर्व SMC शिक्षकों ‌ने की थी हड़ताल: अपनी मांगों को लेकर एसएमसी शिक्षकों ने सितंबर माह में सांकेतिक हड़ताल की थी. एसएमसी शिक्षकों ‌ने उनके लिए स्थाई पॉलिसी बनाने की मांग के साथ ही वेतन भी समान करने की मांग की थी. इसी मांग को मनवाने के लिए शिक्षक संघ के कार्यकर्ताओं ने प्रदेश के हर जिले में सांकेतिक भूख हड़ताल की थी. इसके बाद वर्ष 2012 में जो पॉलिसी उनके लिए बनाई गई थी, उसमें सरकार ने बदलाव किया. जिसके तहत अब इन शिक्षकों को सरकार से हर साल एक्सटेंशन लेने की जरूरत नहीं है. वहीं, एसएमसी शिक्षकों की जगह अब किसी को ट्रांसफर करके भी नहीं भेजा जा सकेगा.

एसएमसी शिक्षक संघ के चेयरमैन राजेश भारत का कहना है कि वर्तमान में एसएमसी शिक्षकों और अनुबंध पर नियुक्त अन्य शिक्षकों के वेतन में पदवार 7800 से लेकर 10822 रुपये का अंतर है. सरकारी स्कूलों में एसएमसी के माध्यम से पीजीटी, डीपीई, टीजीटी, सीएंडवी और जेबीटी शिक्षक नियुक्त किए गए हैं. प्रदेश में 2555 एसएमसी शिक्षक इस समय दूरदराज के इलाकों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. सभी शिक्षक पूरी ईमानदारी से अपनी ड्यूटी दे रहे हैं‌. ऐसे में उनका वेतन भी अनुबंध शिक्षकों के बराबर किया जाना चाहिए.

(SMC teacher met CM Jairam) (SMC teacher met CM Jairam in Shimla) (SMC teacher demand in Himachal)

ये भी पढ़ें: पीएम मोदी और अमित शाह के दौरे से पहले एक और कैबिनेट, क्या कर्मचारियों को मिलेगा डीए

शिमला: हिमाचल के दूरदराज स्कूलों में तैनात एसएमसी शिक्षकों ने आज मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से कैबिनेट बैठक से पहले शिमला में मुलाकात की. इस दौरान शिक्षकों ने मुख्यमंत्री से अनुबंध शिक्षकों के बराबर वेतन देने की मांग की. एसएमसी शिक्षकों ने कहना है कि वे भी अनुबंध शिक्षकों के बराबर का कार्य कर रहे हैं बावजूद इसके उनको समान वेतन नहीं दिया जा रहा है. मौजूदा समय में एसएमसी शिक्षकों और अनुबंध पर नियुक्त अन्य शिक्षकों के वेतन में पदवार 7800 से लेकर 10822 रुपये का अंतर है.

अप्रैल में SMC शिक्षकों का बढ़ा था वेतन: शिक्षकों का कहना है कि हिमाचल के सरकारी स्कूलों में एसएमसी के माध्यम से पीजीटी, डीपीई, टीजीटी, सीएंडवी और जेबीटी शिक्षक नियुक्त गए हैं. हर वर्ग के एसएससी शिक्षकों के वेतन में यह अंतर है. हिमाचल में एसएमसी शिक्षकों की पहली बार 2012 में नियुक्ति हुई थी. एसएमसी शिक्षक सरकार से वेतन में बढ़ोतरी की काफी अरसे से मांग कर रहे हैं.

हालांकि सरकार ने उनका वेतन जरूर बढ़ाया है, मगर यह उनकी मांग के अनुरूप नहीं है. इसी साल अप्रैल माह में एक हजार रुपये की बढ़ोतरी की गई थी. जबकि ये अनुबंध शिक्षकों के बराबर वेतन देने की मांग पर अड़े हैं. एसएमसी शिक्षकों का कहना है कि सरकार ने प्रदेश के अन्य सभी कर्मचारियों को उचित लाभ दिए हैं, लेकिन उनके साथ भेदभाव किया जा रहा है.

1 माह पूर्व SMC शिक्षकों ‌ने की थी हड़ताल: अपनी मांगों को लेकर एसएमसी शिक्षकों ने सितंबर माह में सांकेतिक हड़ताल की थी. एसएमसी शिक्षकों ‌ने उनके लिए स्थाई पॉलिसी बनाने की मांग के साथ ही वेतन भी समान करने की मांग की थी. इसी मांग को मनवाने के लिए शिक्षक संघ के कार्यकर्ताओं ने प्रदेश के हर जिले में सांकेतिक भूख हड़ताल की थी. इसके बाद वर्ष 2012 में जो पॉलिसी उनके लिए बनाई गई थी, उसमें सरकार ने बदलाव किया. जिसके तहत अब इन शिक्षकों को सरकार से हर साल एक्सटेंशन लेने की जरूरत नहीं है. वहीं, एसएमसी शिक्षकों की जगह अब किसी को ट्रांसफर करके भी नहीं भेजा जा सकेगा.

एसएमसी शिक्षक संघ के चेयरमैन राजेश भारत का कहना है कि वर्तमान में एसएमसी शिक्षकों और अनुबंध पर नियुक्त अन्य शिक्षकों के वेतन में पदवार 7800 से लेकर 10822 रुपये का अंतर है. सरकारी स्कूलों में एसएमसी के माध्यम से पीजीटी, डीपीई, टीजीटी, सीएंडवी और जेबीटी शिक्षक नियुक्त किए गए हैं. प्रदेश में 2555 एसएमसी शिक्षक इस समय दूरदराज के इलाकों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. सभी शिक्षक पूरी ईमानदारी से अपनी ड्यूटी दे रहे हैं‌. ऐसे में उनका वेतन भी अनुबंध शिक्षकों के बराबर किया जाना चाहिए.

(SMC teacher met CM Jairam) (SMC teacher met CM Jairam in Shimla) (SMC teacher demand in Himachal)

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