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शिमला जल प्रबंधन निगम का दावा, 90 फीसदी सही बिल जनरेट कर रही कंपनी - problems of people in shimla

शिमला शहर में पानी के बिल का मुद्दा (Water Bill issue in Shimla) खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. वहीं, अब पेयजल कंपनी (SJPNL company SHIMLA) ने इस मामले पर साफ किया है कि कंपनी द्वारा जो बिल जारी किए गए हैं वो बिल्कुल सही हैं. वहीं हैरानी की बात तो ये है कि शहर में पानी के बिलों की राशि लोगों पर 39 करोड़ की देय (payable) हैं जिसका भुगतान नहीं हुआ है.

SJPNL company SHIMLA
शिमला जल प्रबंधन निगम
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Published : Dec 3, 2021, 6:54 PM IST

Updated : Dec 3, 2021, 9:44 PM IST

शिमला: शिमला शहर में पानी के लाखों रुपयों के बिल को लेकर (Water Bill issue in Shimla) मचे बवाल पर जल निगम ने सफाई दी है और जो भी बिल जारी किए गए हैं उसे सही करार दिया है. पेयजल कंपनी (SJPNL company SHIMLA) ने दावा किया है कि जो भी बिल ज्यादा बताए जा रहे हैं वे एरियर के साथ हैं. इसमें कई सालों से पानी के बिलों का भुगतान नहीं किया है.

बता दें कि नगर निगम के सदन में पानी के लाखों रुपए के बिल देने के मामले पर पार्षदों ने हंगामा किया था और शिमला के चक्कर में एक व्यक्ति को नौ लाख बिल आने की बात उठाई थी. जिसके बाद जल निगम द्वारा कमेटी का गठन किया और जांच में पाया कि उक्त व्यक्ति ने कई सालों से बिल का भुगतान नहीं किया था.

वीडियो.

शुक्रवार को शिमला जल प्रबंधन निगम (Shimla Water Management Company) के महाप्रबंधक आरके वर्मा ने प्रेसवार्ता में कहा कि जिस उपभोक्ता को लाखों का बिल दिया है उस उपभोक्ता ने कई सालों से पानी का लंबित एरियर का भुगतान नहीं किया है. इससे एरियर राशि भी बिल में जोड़ी गई है. उपभोक्ता (water consumer in shimla) जितना पानी का प्रयोग करेंगे उतना ही बिल लोगों को देना पड़ेगा. जल प्रबंधन कंपनी 90 फीसदी बिल सही जनरेट कर रही है और यदि कहीं पर कोई बिल गलत जनरेट होता है तो लोग बिल दुरुस्त करवा सकते हैं. ऐसे में इन उपभोक्ताओं को लैटर रेट बिल कंपनी दे रही है.

जल निगम ने पानी के बिलों में लोगों को आ रही समस्याओं को (Water Bill issue in Shimla) दूर करने के लिए कनिष्ठ अभियंताओं की अगुवाई में विशेष टीमें गठित की हैं. टीमें फील्ड में जाकर लोगों की समस्याओं को सुनेगी. एक ही दिन में मौके पर ही बिलों से जुड़ी लोगों की समस्याओं का निपटारा भी करेगी. कंपनी के पास गलत रीडिंग लेकर पानी के भारी भरकम बिल (water bill payment in shimla) जनरेट करने को लेकर शिकायतें पंहुचती है. इससे लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

बता दें कि शहर में 11 हजार उपभोक्ता ऐसे हैं, जिनका मासिक पानी का बिल 200 रुपए ही आता है. वहीं, 6 हजार उपभोक्ता ऐसे हैं, जिनका पानी का बिल 400 से 500 रुपए आता है. इनके अलावा अन्य उपभोक्ता भी है. शहर में पानी के बिलों की राशि लोगों पर 39 करोड़ की देय (payable) हैं. शहर में 35650 पेयजल उपभोक्ता हैं. इनमें से 29 हजार पेयजल उपभोक्ताओं (water consumer in shimla) को पानी के बिल जारी कर दिये हैं. 6 हजार के करीब ऐसे पेयजल उपभोक्ता हैं, जिनका रिकॉर्ड ही नहीं मिल पा रहा है.

ये भी पढ़ें: बीएमएस के साथ सीएम की बैठक में आंगनबाड़ी वर्कर, जूनियर टी-मेट, पीस मील वर्कर की मांगों पर सरकार की सहमति

शिमला: शिमला शहर में पानी के लाखों रुपयों के बिल को लेकर (Water Bill issue in Shimla) मचे बवाल पर जल निगम ने सफाई दी है और जो भी बिल जारी किए गए हैं उसे सही करार दिया है. पेयजल कंपनी (SJPNL company SHIMLA) ने दावा किया है कि जो भी बिल ज्यादा बताए जा रहे हैं वे एरियर के साथ हैं. इसमें कई सालों से पानी के बिलों का भुगतान नहीं किया है.

बता दें कि नगर निगम के सदन में पानी के लाखों रुपए के बिल देने के मामले पर पार्षदों ने हंगामा किया था और शिमला के चक्कर में एक व्यक्ति को नौ लाख बिल आने की बात उठाई थी. जिसके बाद जल निगम द्वारा कमेटी का गठन किया और जांच में पाया कि उक्त व्यक्ति ने कई सालों से बिल का भुगतान नहीं किया था.

वीडियो.

शुक्रवार को शिमला जल प्रबंधन निगम (Shimla Water Management Company) के महाप्रबंधक आरके वर्मा ने प्रेसवार्ता में कहा कि जिस उपभोक्ता को लाखों का बिल दिया है उस उपभोक्ता ने कई सालों से पानी का लंबित एरियर का भुगतान नहीं किया है. इससे एरियर राशि भी बिल में जोड़ी गई है. उपभोक्ता (water consumer in shimla) जितना पानी का प्रयोग करेंगे उतना ही बिल लोगों को देना पड़ेगा. जल प्रबंधन कंपनी 90 फीसदी बिल सही जनरेट कर रही है और यदि कहीं पर कोई बिल गलत जनरेट होता है तो लोग बिल दुरुस्त करवा सकते हैं. ऐसे में इन उपभोक्ताओं को लैटर रेट बिल कंपनी दे रही है.

जल निगम ने पानी के बिलों में लोगों को आ रही समस्याओं को (Water Bill issue in Shimla) दूर करने के लिए कनिष्ठ अभियंताओं की अगुवाई में विशेष टीमें गठित की हैं. टीमें फील्ड में जाकर लोगों की समस्याओं को सुनेगी. एक ही दिन में मौके पर ही बिलों से जुड़ी लोगों की समस्याओं का निपटारा भी करेगी. कंपनी के पास गलत रीडिंग लेकर पानी के भारी भरकम बिल (water bill payment in shimla) जनरेट करने को लेकर शिकायतें पंहुचती है. इससे लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

बता दें कि शहर में 11 हजार उपभोक्ता ऐसे हैं, जिनका मासिक पानी का बिल 200 रुपए ही आता है. वहीं, 6 हजार उपभोक्ता ऐसे हैं, जिनका पानी का बिल 400 से 500 रुपए आता है. इनके अलावा अन्य उपभोक्ता भी है. शहर में पानी के बिलों की राशि लोगों पर 39 करोड़ की देय (payable) हैं. शहर में 35650 पेयजल उपभोक्ता हैं. इनमें से 29 हजार पेयजल उपभोक्ताओं (water consumer in shimla) को पानी के बिल जारी कर दिये हैं. 6 हजार के करीब ऐसे पेयजल उपभोक्ता हैं, जिनका रिकॉर्ड ही नहीं मिल पा रहा है.

ये भी पढ़ें: बीएमएस के साथ सीएम की बैठक में आंगनबाड़ी वर्कर, जूनियर टी-मेट, पीस मील वर्कर की मांगों पर सरकार की सहमति

Last Updated : Dec 3, 2021, 9:44 PM IST
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