रामपुर: आनी श्रीखंड महादेव कैलाश यात्रा (Shrikhand Mahadev Yatra 2022 ) के लिए देवी माता अम्बिका की पवित्र छड़ी यात्रा का विधिवत पूजन किया गया. जूना अखाड़ा निरमंड के संचालक महंत अशोक गिरी ने कहा कि 26 सालों से देश के साधु महात्मा श्रद्धालुओं का जत्था श्रीखंड महादेव कैलाश यात्रा में शामिल होते हैं. इस कार्यक्रम में हिमाचल के शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज (Himachal Urban Development Minister Suresh Bhardwaj) शामिल हुए श्रीखंड देवी माता अम्बिका की पवित्र छड़ी की पूजा की गई. मंत्री ने सम्बोधन में कहा कि श्रीखंड महादेव कैलाश यात्रा पूरे भारत की प्रसिद्ध यात्रा है. सरकार ने श्रीखंड यात्रा ट्रस्ट बनाया है जिसके तहत यात्रा 11 जुलाई से 24 जुलाई तक आयोजित की गई है.
देश के हर राज्य से आने बाले यात्रियों को ऑनलाइन पंजीकरण करने के लिए आज से पोर्टल शुरू कर दिया गया है. इस साल 25 हजार यात्रियों के आने की सूचना मिली है. प्रशाशन के अनुसार 18 साल से कम आयु के यात्रियों का पंजीकरण नहीं होगा. वहीं, 60 साल से अधिक आयु के यात्रियों को यात्रा में बेसकैम्प पर रोका जाएगा. सभी यात्री स्वास्थ्य प्रमाण पत्र भी साथ लाएं. इस दौरान जूना अखाड़ा मन्दिर में शिव भजनों का गुणगान किया गया. श्रीखंड यात्रा पर देवी माता की पवित्र छड़ी रवाना की गई है, जिसमे देशभर के साधु महात्मा शामिल हैं. निरमंड बस स्टैंड में हर दिन श्रीखंड यात्रियों के लिए भंडारा भी शुरू कर दिया गया है.
शहरी विकास मंत्री ने किया यात्रा का शुभारंभ: श्रीखंड यात्रा मंगलमय हो, इस यात्रा के दौरान सभी श्रद्धालु सरकार और प्रशासन का सहयोग करें. सरकार यात्रा के लिए तैयार है. शहरी विकास, आवास, नगर नियोजन, संसदीय कार्य, विधि एवं सहकारिता मंत्री सुरेश भारद्वाज ने ये बात शनिवार को निरमंड के रामलीला मैदान में श्रीखंड महादेव यात्रा के शुभारंभ मौके पर कही. विश्व की सबसे कठिनतम धार्मिक यात्राओं में से एक श्रीखंड महादेव यात्रा का उन्होंने शुभारंभ किया. इस दौरान श्री खंड छड़ी यात्रा कमेटी के एक जत्थे को उन्होंने इस यात्रा पर रवाना भी किया.
कैबिनेट मंत्री ने यात्रा की तैयारियों को लेकर प्रशासन की सराहना की: कैबिनेट मंत्री ने यात्रा समिति के लोगों, स्थानीय वासियों, यात्रा में शामिल होने वाले लोगों को बधाई और शुभकामना देते हुए कहा कि श्रद्धालु यात्रा के दौरान विशेष एहतियात बरतें. उन्होंने कहा कि प्रशासन को इस संबंध में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की ओर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विशेष दिशा निर्देश भी जारी किए गए हैं. इस पर अमल करते हुए प्रशासन ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं. यात्रा की तैयारियों को लेकर उन्होंने निरमंड प्रशासन और नगर पंचायत निरमंड के प्रयासों की भी सराहना की. मंत्री की ओर से जिस छड़ी यात्रा को रवाना किया गया, उसमें साधु संत समाज की अगुआई जूना अखाड़ा के महंत अशोक गिरी फलाहारी बाबा करेंगे. इसी तरह कारदार अंबिका माता मंदिर पुष्पेंद्र शर्मा भी इसमें शरीक होंगे. यात्रा समिति के अध्यक्ष टकेश्वर ने भी सभी लोगों को यात्रा की बधाई दी है.
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की ओर से आनी विधानसभा क्षेत्र में आनी और निरमंड की जरूरतों को समझते हुए नगर पंचायत का दर्जा दिया है. शहरी विकास विभाग की ओर से इन दोनों नगर पंचायतों में उचित विकास कार्यों को अंजाम दिया जाएगा. उन्होंने विभाग से संबंधित विभिन्न कार्यों पर भी प्रकाश डाला. विधायक किशोरी लाल सागर और एसडीएम निरमंड मनमोहन सिंह ने भी श्रद्धालुओं से सहयोग की अपील की है.
26वीं श्री खंड यात्रा के इस मौके पर स्थानीय विधायक किशोरी लाल सागर, हिमकोफेड के चेयरमेन कौल नेगी, एसडीएम निरमंड मनमोहन सिंह, नगर पंचायत अध्यक्षा ममता, उपाध्यक्ष विकास शर्मा, पंचायत समिति अध्यक्ष दिलीप ठाकुर, उपाध्यक्ष बिंद राम सहित जिला परिषद सदस्य देवेंद्र नेगी, स्थानीय लोग और विभिन्न विभागों के अधिकारी कर्मचारी इस दौरान मौजूद रहे.
मंत्री ने नगर पंचायत के लिए की घोषणाएं: शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने निरमंड नगर पंचायत में पार्किंग को सिरे चढ़ाने के लिए 20 लाख रुपए देने की घोषणा की. इसी प्रकार नगर पंचायत भवन बनाने के लिए भी 20 लाख रुपए की घोषणा की गई. इसमें अतिरिक्त राशि भी आवश्यकता अनुसार और औपचारिकताएं पूर्ण करने के बाद जारी होगी.मंत्री ने सीवरेज प्रोजेक्ट को सिरे चढ़ाने के लिए भी प्रतिबद्धता जताई.
इन कार्यों के लिए रहेगी मनाही: प्रशासन की ओर से जारी दिशा निर्देशों के अनुसार सुबह 5 बजे से पहले और शाम 4 बजे के बाद बेस कैम्प सिंहगाड़ से यात्रा न करने को कहा गया है. उपायुक्त आशुतोष गर्ग का कहना है कि पार्वतीबाग से दोपहर 12 बजे के बादे कोई भी श्रदालु को नहीं जाने दिया जाएगा. बिना पंजीकरण एवं चिकित्सकीय रूप से फिट न होने पर यात्रा न करें. अपने साथियों का साथ न छोड़ें, जबरदस्ती पहाड़ पर चढ़ाई न करें और फिसलने वाले जूते न पहने यह घातक हो सकता है.
यात्रा में शॉर्ट कट रास्ते का प्रयोग न करें: किसी भी प्रकार के शॉर्ट कट का प्रयोग न करें. खाली प्लास्टिक की बोतलें एवं रैपर इस्यादि खुले में न फेंकें बल्कि अपने साथ वापिस लाकर कूड़ादान में डालें. जड़ी बूटियों एवं दुर्लभ पौधों से छेड़ छेड़ा न करें. किसी भी प्रकार के नशाले पदार्थों मांस मदिरा इत्यादि का सेवन न करें. यह एक धार्मिक यात्रा है ऐसे में इसकी पवित्रता का ध्यान रखें. श्रीखंड महादेव की पवित्र चट्टान पर किसी भी प्रकार का चढ़ावा अथव त्रिशूल इत्यादि लगाने के लिये न चढ़ें. पवित्र चट्टान अत्यन्त पावन शिवलिंग का स्वरूप है. इसके उपर पैर रखकर इसकी पवित्रता नष्ट न करें.