शिमला: जिले में विकास कार्यों में हो रही देरी को लेकर उपायुक्त आदित्य नेगी सख्त हो गए हैं. सभी एसडीएम को अपने-अपने क्षेत्र में कम लागत के छोटे-छोटे कार्यों की सूची देने के सख्त निर्देश दिए हैं. उपायुक्त आदित्य नेगी ने कार्यों की सूची सोमवार तक बनाकर उपायुक्त कार्यालय में भेजने के निर्देश दिए, ताकि तुरंत कार्य आरंभ कर आगामी छह महीने के भीतर इन कार्यों को पूरा किया जा सके. उन्होंने कहा कि इस संबंध में स्थानीय नागरिकों, पंचायती राज संस्थाओं के पदाधिकारियों और सदस्यों या फिर निर्वाचित प्रतिनिधियों से भी विचार विमर्श किया जाना आवश्यक है.
उन्होंने कहा कि खंड विकास अधिकारी अपने अधीनस्थ कर्मचारियों के माध्यम से स्थानीय नागरिकों के बातचीत कर सूचना एकत्रित कर सूची तैयार कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि यह सूची लोगों की मांग के अनुरूप तैयार की जाए. उन्होंने कहा कि इन विकास कार्यों में निर्माण, सड़क तथा अन्य कार्यों के अतिरिक्त छोटे-छोटे कार्य शामिल होने चाहिए. उन्होंने जिले में विभिन्न क्षेत्रों में लगने वाले ऑक्सीजन प्लांट की स्थिति का जायजा लेते हुए इसे 29 अगस्त तक पूर्ण करने के निर्देश दिए.
उन्होंने इस संबंध में 25 अगस्त को समीक्षा बैठक कर स्थिति से अवगत करवाने के उप मण्डलाधिकारियों को निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुरूप सभी उप मण्डलाधिकारी और खंड विकास अधिकारी अपने अपने क्षेत्र की पंचायत टास्क फोर्स को पुनः क्रियाशील करें, ताकि पंचायत में प्रधान की देखरेख में वैक्सीनेशन, टेस्टिंग और कोविड मामलों के रोगियों की पहचान में तेजी लाई जा सके.
डीसी ने कहा कि खंड विकास अधिकारी प्रधानों के साथ बैठक कर इस संबंध में व्यापक कार्य योजना तैयार करें. उन्होंने कहा कि शादी समारोह, सामाजिक समारोह या देव अनुष्ठान में लोगों की भीड़ न लगने दी जाए. कोविड मानक संचालन नियमों की अनुपालना का कड़ाई से पालन करवाना सुनिश्चित किया जाए. नियमों की अवहेलना करने वालों के प्रति कठोर दण्डात्मक कार्रवाई भी की जाए.
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