शिमला: हिमाचल के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल आईजीएमसी (IGMC Hospital Shimla) में बुधवार को हृदयरोग विभाग में एक व्यक्ति की मौत पर जमकर हंगामा हुआ. ऑपरेशन थियेटर (Operation theater in IGMC) में ही व्यक्ति की मौत हो गई. परिजनों का आरोप है कि पहले तो डॉक्टरों की लापरवाही से मरीज की मौत हो गई. वहीं, बाद में डॉक्टरों ने अभद्र व्यवहार भी किया.
बुधवार को सुबह ही सरकाघाट के रहने वाले 46 साल के सुशील को अस्पताल में लाया था. वे दस दिन पहले इलाज के लिए आए थे, लेकिन डॉक्टरों ने बाद में आने के लिए कहा था. बुधवार को जब सुबह आए तो स्टंट डालने आए तो इन्हें ऑपरेशन थियेटर में ले गए, जहां पर आधे घंटे बाद ही सब कुछ खत्म (Ruckus in IGMC after patient death) हो गया.
मृतक के दामाद सुनील ने आरोप लगाया कि डॉक्टरों की लापरवाही से उनके ससुर की मृत्यु हुई है. इसके बाद जब डॉक्टरों से पूछा तो उन्होंने साफ तौर पर कोई दिलासा देने की बजाय अभद्र व्यवहार करना शुरू दिया. उन्होंने आरोप लगाया कि अब डॉक्टर कहते हैं कि मरीज की हालत गंभीर थी, यदि पहले कहते तो चंडीगढ़ या दिल्ली में भी इलाज करवा सकते थे. दस दिन पहले एंजियोग्राफी की गई थी. आज सुबह ही ऑपरेशन के लिए लाया गया.
दो घंटे से ज्यादा होता रहा हंगामा, एमएस पहुंच मौके पर: अस्पताल में मरीज की मौत के बाद दो घंटे तक हंगामा होता रहा. परिजनों ने साफ कहा कि दस दिन पहले तक उनके मरीज ने अस्पताल में कभी कदम तक नहीं रखा था. डॉक्टरों ने लापरवाही से उनके परिजन की जान ले ली. इसकी पूरी जानकारी मिलने के बाद एमएस खुद मौके पर पहुंचे. इसके बाद परिजनों ने प्रशासन से कार्रवाई की मांग की है. ताकि आने वाले समय में किसी भी मरीज और तीमारदारों को इस तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े.
डॉक्टरों को दी खुली बहस की चुनौती: मृतक के दामाद ने कहा कि, 'मैं अस्पताल प्रशासन से लेकर आपरेशन करनेवाले डॉक्टर को खुली बहस की चुनौती देता हूं.' साथ ही कहा कि बाद में डॉक्टरों ने अभद्र व्यवहार गलती मानी, अब इसका कोई फायदा नहीं. आईजीएमसी अस्पताल के एमएस डॉक्टर जनकराज (IGMC Hospital MS Dr Janakraj) ने कहा कि अगर इस तरह की कोई लापरवाही सामने आती है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि परिजनों की ओर से लिखित शिकायत आने के बाद कार्रवाई नियमानुसार होगी. वहीं, अभद्र व्यवहार की बात है तो डॉक्टरों से लेकर सभी को पहले भी इन मामलों में हिदायत जारी की जा चुकी है.
ये भी पढ़ें: आईजीएमसी में आयुष्मान कार्ड से इलाज कराना हुआ मुश्किल, समय पर कार्ड एक्टिवेट न होन से मरीज परेशान