शिमला: भाजपा जिला शिमला द्वारा आयोजित 'बुद्धिजीवी सम्मेलन' में प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर ने शिरकत की. इस मौके पर उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन अधिनियम देश की एकता और अखंडता को सुनिश्चित बनाए रखने के लिए पारित किया गया है और यह देश के अल्पसंख्यक नागरिकों के खिलाफ नहीं है.
जय राम ठाकुर ने कहा कि यह अधिनियम देश के दूरदर्शी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह द्वारा राष्ट्र की एकता और सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए पहल है. उन्होंने कहा कि अनुच्छेद-370 को हटाने के बाद देश के मजबूत नेतृत्व की यह एक और मुख्य पहल है. उन्होंने कहा कि इससे भारत कश्मीर से कन्याकुमारी तक वास्तव में एक राष्ट्र और एक संविधान वाला राष्ट्र बना है. उन्होंने राम जन्मभूमि निर्णय के लिए माननीय उच्च न्यायालय का धन्यवाद किया, इससे अयोध्या में भव्य राम मन्दिर बनाने का मार्ग प्रशस्त हुआ है. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बिल को नाकाम करने में असफल रहने पर विपक्ष के नेता अब सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाकर लोगों का ध्यान आकर्षित करने का प्रयास कर रहे हैं.
वहीं, अपने संबोधन में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव मुरलीधर राव ने कहा कि त्रिपुरा, मिजोरम, असम, मेघालय के जनजातीय क्षेत्र संविधान की छठीं अनुसूची में शामिल हैं. इसलिए यहां नागरिकता संशोधन अधिनियम लागू नहीं होता है. उन्होंने कहा कि यह अधिनियम उन क्षेत्रों में भी लागू नही होता है, जो बंगाल ईस्टर्न फ्रंटियर 1873 के तहत आंतरिक सीमा में अधिसूचित किए गए हैं. इस कारण अरूणाचल प्रदेश, मिजोरम और नागालैंड लगभग पूरी तरह इस अधिनियम की सीमा से बाहर हो गए हैं.
मुरलीधर राव ने कहा कि भाजपा किसी धर्म या क्षेत्र के खिलाफ नहीं है. उन्होंने कहा कि भारत में रह रहे अल्पसंख्यकों को चिन्ता करने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि सरकार उनकी सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं. उन्होंने कहा कि विपक्ष सोशल मीडिया के माध्यम से नागरिकता संशोधन अधिनियम के बारे में झूठा प्रचार कर देश के लोगों को गुमराह कर रही है.
भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने मुख्यमंत्री तथा मुख्य वक्ता मुरलीधर राव का स्वागत करते हुए कहा कि इन दोनों ही नेताओं ने 90 के दशक में जम्मू-कश्मीर में पार्टी के लिए काम किया है, उस समय वहां आतंकवाद चरम था. उन्होंने कहा कि भाजपा ने नागरिकता संशोधन अधिनियम के बारे में लोगों में जागरुक करने के लिए देश भर में विभिन्न स्तरों पर बुद्धिजीवी सम्मेलन आयोजित करने का निर्णय लिया है.
इस अवसर पर राष्ट्रीय सचिव सुनील देवधर, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल, शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज, स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार, परिवहन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर, मुख्य सचेतक नरेन्द्र बरागटा, सांसद शिमला सुरेश कश्यप, सांसद मंडी रामस्वरूप शर्मा, विधायक बलबीर वर्मा, पूर्व सांसद वीरेंद्र कश्यप, उपाध्यक्ष हिमुडा प्रवीण शर्मा, हिमफैड के अध्यक्ष गणेश दत्त, राज्य भाजपा महासचिव चंद्र मोहन, रणधीर शर्मा, महासचिव बाल कल्याण परिषद पायल वैद्य, शिमला जिला भाजपा अध्यक्ष रवि मेहता, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार त्रिलोक जम्वाल, मुख्यमंत्री के ओएसडी महेंद्र धर्माणी, महापौर नगर निगम शिमला सत्या कौंडल, उप महापौर शैलेंद्र चौहान व अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे.
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