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लवी मेले को लेकर पुलिस ने बढ़ाई चौकसी, कोविड-19 के नियमों का किया जाएगा पालन

रामपुर में आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय लवी मेले में सुरक्षा की तैयारियों को लेकर पुलिस प्रशासन ने चौकसी बढ़ा दी है. डीएसपी रामपुर चंद्रशेखर ने बताया कि लवी मेले को लेकर पुलिस प्रशासन सतर्क है. इस बार मेला सूक्ष्म स्तर पर मनाया जा रहा है, लेकिन मेले के दौरान सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने सहित लोगों को कोविड-19 के प्रोटोकॉल के प्रति सचेत बनाए रखने के लिए तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है.

lavi mela rampur
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Published : Nov 10, 2020, 4:04 PM IST

रामपुरः अंतरराष्ट्रीय लवी मेला हर साल नवंबर महीने में आयोजित किया जाता है. इस साल कोरोना के कारण मेले की रौनक कुछ कम रहेगी, लेकिन स्थानीय लोगों में मेले को लेकर उत्साह पूरा है. वहीं, राजधानी शिमला के उपमंडल रामपुर में आयोजित होने वाले इस मेले में सुरक्षा की तैयारियों को लेकर पुलिस प्रशासन ने भी कमर कस ली है.

इस बारे में डीएसपी रामपुर चंद्रशेखर ने बताया कि लवी मेले को लेकर पुलिस प्रशासन भी सतर्क हो गया है. उन्होंने बताया कि ऐसे तो मेला सूक्ष्म स्तर पर मनाया जा रहा है. वहीं, मेले के दौरान सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने सहित लोगों को कोविड-19 के प्रोटोकॉल के प्रति सचेत बनाए रखने के लिए तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है.

वीडियो.

उन्होंने बताया कि मेले को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक भी की गई है. मेले के दौरान रामपुर में यातायात व्यवस्था को बनाए रखना और लोगों को सुरक्षा देना पुलिस का अहम कार्य रहेगा. पुलिस की ओर से मेले के लिए जरूरी सभी कार्यों को पूरा किया जा रहा है. डीएसपी रामपुर ने बताया कि नेशनल हाइवे पांच पर यातायात व्यवस्था बनाए रखने के लिए भी योजना बनाई गई है.

बता दें कि लवी मेले का इतिहास करीब साढ़े तीन सदी पुराना है. सदियों से मनाए जा रहे इस मेले की धूम काबुल, कंधार, तिब्बत और उज्बेकिस्तान तक रही है. शिमला जिला के तहत सतलुज नदी के किनारे बसे रामपुर के खाते में लवी मेले का इतिहास और वर्तमान दर्ज है. साल 1985 में हिमाचल प्रदेश की तत्कालीन कांग्रेस सरकार के मुखिया वीरभद्र सिंह ने इसे अंतर्राष्ट्रीय मेले का दर्जा दिया था.

हलांकि इस बार अन्य मेले और त्योहारों की तरह लवी मेले को भी कोरोना की नजर लगी है. अंतरराष्ट्रीय लवी मेले का अयोजन इस बार रामपुर में सूक्ष्म स्तर पर ही किया जाएगा. इस बार मेले में शिमला, किन्नौर, कुल्लू व मंडी जिले के लोग अपने उत्पाद बेचने के लिए आ सकते हैं, जिसमें स्थानीय व साथ लगते जिलों के व्यापारी अपनी सहभागिता सुनिश्चित करेंगे. यह मेला 11 से 14 नवंबर तक ही आयोजित किया जाएगा. मेले में आने वाले व्यापारियों को कॉलेज ग्राउंड पाट बंगला में निशुल्क बैठने की अनुमति दी जाएगी.

ये भी पढ़ें- सुनील हत्या कांड में पुलिस की कार्रवाई पर जगत सिंह नेगी ने खड़े किए सवाल, SIT जांच की मांग

ये भी पढ़ें- पूर्व CM वीरभद्र सिंह ने एक बार फिर से भरी हुंकार, हिमाचल प्रदेश जिंदाबाद के भी लगाए नारे

रामपुरः अंतरराष्ट्रीय लवी मेला हर साल नवंबर महीने में आयोजित किया जाता है. इस साल कोरोना के कारण मेले की रौनक कुछ कम रहेगी, लेकिन स्थानीय लोगों में मेले को लेकर उत्साह पूरा है. वहीं, राजधानी शिमला के उपमंडल रामपुर में आयोजित होने वाले इस मेले में सुरक्षा की तैयारियों को लेकर पुलिस प्रशासन ने भी कमर कस ली है.

इस बारे में डीएसपी रामपुर चंद्रशेखर ने बताया कि लवी मेले को लेकर पुलिस प्रशासन भी सतर्क हो गया है. उन्होंने बताया कि ऐसे तो मेला सूक्ष्म स्तर पर मनाया जा रहा है. वहीं, मेले के दौरान सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने सहित लोगों को कोविड-19 के प्रोटोकॉल के प्रति सचेत बनाए रखने के लिए तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है.

वीडियो.

उन्होंने बताया कि मेले को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक भी की गई है. मेले के दौरान रामपुर में यातायात व्यवस्था को बनाए रखना और लोगों को सुरक्षा देना पुलिस का अहम कार्य रहेगा. पुलिस की ओर से मेले के लिए जरूरी सभी कार्यों को पूरा किया जा रहा है. डीएसपी रामपुर ने बताया कि नेशनल हाइवे पांच पर यातायात व्यवस्था बनाए रखने के लिए भी योजना बनाई गई है.

बता दें कि लवी मेले का इतिहास करीब साढ़े तीन सदी पुराना है. सदियों से मनाए जा रहे इस मेले की धूम काबुल, कंधार, तिब्बत और उज्बेकिस्तान तक रही है. शिमला जिला के तहत सतलुज नदी के किनारे बसे रामपुर के खाते में लवी मेले का इतिहास और वर्तमान दर्ज है. साल 1985 में हिमाचल प्रदेश की तत्कालीन कांग्रेस सरकार के मुखिया वीरभद्र सिंह ने इसे अंतर्राष्ट्रीय मेले का दर्जा दिया था.

हलांकि इस बार अन्य मेले और त्योहारों की तरह लवी मेले को भी कोरोना की नजर लगी है. अंतरराष्ट्रीय लवी मेले का अयोजन इस बार रामपुर में सूक्ष्म स्तर पर ही किया जाएगा. इस बार मेले में शिमला, किन्नौर, कुल्लू व मंडी जिले के लोग अपने उत्पाद बेचने के लिए आ सकते हैं, जिसमें स्थानीय व साथ लगते जिलों के व्यापारी अपनी सहभागिता सुनिश्चित करेंगे. यह मेला 11 से 14 नवंबर तक ही आयोजित किया जाएगा. मेले में आने वाले व्यापारियों को कॉलेज ग्राउंड पाट बंगला में निशुल्क बैठने की अनुमति दी जाएगी.

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