शिमलाः राजधानी शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान पर बने वाटर स्टोरेज टैंक की दरारों की मरम्मत का कार्य जल्द शुरू होगा. जल प्रबंधन निगम ने मरम्मत का कार्य स्विट्जरलैंड की रेनस्को कंपनी को सौंपा है.
कंपनी के अधिकारी रिज टैंक के निरीक्षण के लिए शिमला पहुंचे है. मंगलवार को टैंक की दरारों को किस तरह भरा जाना है, क्या मेटियल इस्तेमाल होगा और कितनी दरारें आई है. इसका कंपनी के अधिकारियों ने टैंक का अंदर से जायजा लिया.
जल निगम के एसडीओ महबूब शेख की अध्यक्षता में कंपनी के दो विशेष अधिकारियों ने टैंक का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने अंदर की मौजूदा स्थिति को देखते हुए मरम्मत कार्य में आने वाली चुनौतियों का विश्लेषण कर रिपोर्ट तैयार की.
इसके बाद कंपनी द्वारा मरम्मत साम्रगी की खरीदारी का काम पूरा किया जाएगा. इस टैंक की दरारों को भरने में करीब डेढ़ करोड़ का खर्च आएगा.
जल निगम के एसडीओ मेहबूब शेख ने कहा कि 15 जुलाई के बाद रिज टैंक के रीस्टोरेशन का काम शुरू हो जाएगा. इस संबंध में कंपनी के अधिकारियों ने टैंक के अंदर का निरीक्षण किया हैं. मरम्मत कार्य के लिए करीब दो महीने टैंक खाली रहेगा. ऐसे में वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी, ताकि कोर एरिया में पानी की सप्लाई को लेकर दिक्कतें ना हो.
बता दें कि रिज मैदान में 150 साल पुराना पानी का टैंक है. जहां से पूरे शिमला को पानी की सप्लाई होती है. तीन साल इस टैंक के एक हिस्से में दरारे पड़ना शुरू हो गई हैं. जिसके सुरक्षित करने की कवायद बीते कई सालों से चल रही हैं. पंजाब इंजीनियर कालेज के विशेषज्ञों की सहायता से करीब 1.50 करोड़ का प्रस्ताव तैयार किया गया. इसके बाद टेंडर अलॉट कर दिया गया है.
शहर में पानी की सप्लाई की होगी वैकल्पिक व्यवस्था
शिमला के रिज मैदान टैंक से सेंटर जोन एरिया को वाटर सप्लाई होता है. जिसमें मालरोड, लोअर बाजार, कृष्णानगर, रामबाजार, कैथू, लक्कड़बाजार व आसपास के क्षेत्र आते हैं. मरम्मत कार्य के चलते करीब दो महीने टैंक को खाली रखा जाएगा.
ऐसे में वाटर सप्लाई सुचारू रहे, इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी. यहीं नहीं काम शुरू होने से पहले वैकल्पिक व्यवस्था को दो से चार दिन ट्रायल पर शुरू किया जाएगा.
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