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किन्नौर में आसमानी आफत का कहर, बागवानों को बगीचे तबाह होने से करोड़ों का नुकसान

किन्नौर में शनिवार से जारी बारिश से के नदी-नालों का जलस्तर बढ़ गया है. बारिश से जगह-जगह हुए भूस्खलन से एनएच-पांच पर आवाजाही ठप पड़ गई है.

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Published : Aug 18, 2019, 3:05 PM IST

किन्नौरः जिला किन्नौर में शनिवार से जारी बारिश से के नदी-नालों का जलस्तर बढ़ गया है. पागलनाला, रिब्बा खड्ड, रुनग नाला, रोपा खड्ड, बसपा नदी, भावा नदी में तेज उफान है. बारिश से जगह-जगह हुए भूस्खलन से एनएच-पांच पर आवाजाही ठप पड़ गई है.

किन्नौर के कई इलाकों में बारिश के चलते नदी नालों के करीब रहने वाले लोग घर छोड़ सुरक्षित स्थानों की ओर चले गए हैं. बारिश से इन दिनों मटर, राजमाह, आलू व निचले क्षेत्रो में सेब के सीजन शुरू हो गया है, तेज बारिश व सड़क मार्ग बंद होने से फसलें मंडी तक नहीं पहुंचा पाने से किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है.

बारिश के कारण किन्नौर में नदी-नालों के किनारे लगाए सेब के बगीचे भी तबाह हुए हैं. जिससे बागवानों को करोड़ों का नुकसान हुआ है. एनएच प्राधिकरण व बीआरओ की टीम को तेज बारिश में काम करना मुश्किल हो रहा है. सभी नदी नालों में पानी के साथ लहासा भी चल रहा है.

ऐसे में दोनों विभागों के पास बारिश के थमने का इंतज़ार के अलावा कोई दूसरा विकल्प नही दिख रहा है. बता दें कि बारिश के कारण जिला किन्नौर में ठंड भी बढ़ गई है. किन्नौर की पहाड़ियों पर सीजन की पहली बर्फबारी भी हुई है.

ये भी पढ़े- बारिश बनी आफत: ठियोग में नाले में बही 2 महिलाएं, चौपाल में बाढ़ से 120 लोग रेस्क्यू

किन्नौरः जिला किन्नौर में शनिवार से जारी बारिश से के नदी-नालों का जलस्तर बढ़ गया है. पागलनाला, रिब्बा खड्ड, रुनग नाला, रोपा खड्ड, बसपा नदी, भावा नदी में तेज उफान है. बारिश से जगह-जगह हुए भूस्खलन से एनएच-पांच पर आवाजाही ठप पड़ गई है.

किन्नौर के कई इलाकों में बारिश के चलते नदी नालों के करीब रहने वाले लोग घर छोड़ सुरक्षित स्थानों की ओर चले गए हैं. बारिश से इन दिनों मटर, राजमाह, आलू व निचले क्षेत्रो में सेब के सीजन शुरू हो गया है, तेज बारिश व सड़क मार्ग बंद होने से फसलें मंडी तक नहीं पहुंचा पाने से किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है.

बारिश के कारण किन्नौर में नदी-नालों के किनारे लगाए सेब के बगीचे भी तबाह हुए हैं. जिससे बागवानों को करोड़ों का नुकसान हुआ है. एनएच प्राधिकरण व बीआरओ की टीम को तेज बारिश में काम करना मुश्किल हो रहा है. सभी नदी नालों में पानी के साथ लहासा भी चल रहा है.

ऐसे में दोनों विभागों के पास बारिश के थमने का इंतज़ार के अलावा कोई दूसरा विकल्प नही दिख रहा है. बता दें कि बारिश के कारण जिला किन्नौर में ठंड भी बढ़ गई है. किन्नौर की पहाड़ियों पर सीजन की पहली बर्फबारी भी हुई है.

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Intro:
किन्नौर में बीते रात से रुक रुक कर हो रही बारिश ने आधी रात से अपनी रफ्तार तेज कर दी थी जिसके चलते किन्नौर के पागल नाला,रिब्बा खड़,मीरु खड़,रुंनग नाला,रोपा खड़,बसपा नदी,भावा नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया जिसकारण जगह जगह एनएच पांच अवरुद्ध हुआ है। मीरु खड़ के समीप मीरु सम्पर्क मार्ग,रिब्बा खड़ के पास एनएच पांच,पागल नाला के समीप एनएच पांच,बास्पा के समीप रुतुरंग, सम्पर्क मार्ग अवरुद्ध हुआ है जिसके चलते वाहनों की आवाजाही ठप्प हो गयी है।
Body:बारिश के चलते किन्नौर के कई इलाकों में जो नदी नालों के आसपास रहते है उन्होंने अपने घर खाली करवा दिए है और सुरक्षित स्थानों पर चले गए है बारिश के कारण किन्नौर में इन दिनों मटर, राजमाह,आलू व निचले क्षेत्रो में सेब के सीजन शुरू हो गए है और इन नकदी फसलों को मंडी तक पहुँचाना भी अब मुश्किल हो चुका है जिससे लोगो को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है क्यों कि जगह जगह एनएच बन्द है। बारिश के कारण नदी नालों के आसपास के लोगो के करोड़ो के बगीचे भी तबाह हुए है ।
Conclusion: एनएच प्राधिकरण व बीआरओ की टीम को अभी ऐसे खतरे में काम करना भी मुश्किल हो रहा है क्यों कि सभी नदी नालों में पानी के साथ लहासा भी चल रहा है जजसके चलते दोनों विभागों को काम करना काफी मुश्किल है ऐसे में बारिश के थमने का इंतज़ार के अलावा कोई दूसरा विकल्प नही दिख रहा है। बता दे कि बारिश के कारण जिला किन्नौर में ठंड का कहर भी बढ़ गया है पहाड़ियों पर बर्फ़ की सफेद चादर बिछ गई है और ठंड के चलते लोगो ने अपने सर्दियों के वस्त्र निकाल दिए है।
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