शिमला: हिमाचल प्रदेश में आगामी 19 से 21 जनवरी तक राष्ट्रीय पल्स पोलियो प्रतिरक्षण अभियान चलाया जाएगा. अतिरिक्त उपायुक्त अपूर्व देवगन ने बताया कि शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, आयुर्वेद विभाग, पुलिस विभाग, हिमाचल पथ परिवहन निगम एवं समेकित बाल विकास सेवा के अधिकारियों को इस अभियान के सफल आयोजन के लिए आपस में समन्वय स्थापित करने के निर्देश दिए।
अपूर्व देवगन ने बताया कि शिमला जिले में 0 से 5 वर्ष तक के आयु वाले लगभग 67936 बच्चे हैं. अभियान के तहत जिला में 710 बूथ बनाए जाएंगे. जिसमें 675 बूथ, 20 ट्रांजिट बूथ एवं 15 मोबाइल बूथ शामिल हैं. उन्होंने बताया कि पूरे जिले में अभियान के सफल आयोजन के लिए 2824 दल के सदस्यों की प्रतिनियुक्ति की गई है. इसके साथ 145 पर्यवेक्षकों की प्रतिनियुक्ति भी की गई है.
उन्होंने बताया कि कोई भी बच्चा अभियान के तहत न छूटे उसके लिए विभागों के साथ-साथ एनजीओ से भी सहयोग लिया जाएगा. अपूर्व देवगन ने शिक्षा विभाग को स्कूल में बूथ लगाने के निर्देश दिए तथा पुलिस विभाग को विभिन्न जगह पर लगने वाले ट्रांजिट बूथ पर पुलिस कर्मियों की तैनाती के निर्देश दिए हैं. एचआरटीसी को उन ट्रांजिट बूथों पर बसों को रोकने के भी निर्देश जारी किए गए हैं ताकि कोई भी बच्चा न छूटे.
अतिरिक्त उपायुक्त ने जिला शिमला के सभी अभिभावकों से अपील की है कि 0 से 5 वर्ष तक के हर एक बच्चे को पोलियो की दवाई अवश्य पिलाएं. शिमला (शहरी) में 0 से 5 वर्ष तक के आयु वाले लगभग 5092 बच्चे शामिल हैं, जिसके लिए शिमला (शहरी) में 41 बूथ बनाए जाएंगे. जिसमें 33 बूथ, 5 ट्रांजिट बूथ (पुराना बस स्टैंड, नया बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, लक्कड़ बाजार एवं नया पुलिस बैरियर) एवं 3 मोबाइल बूथ शामिल है.
इस दौरान अतिरिक्त उपायुक्त अपूर्व देवगन ने उपस्थित अधिकारियों से सुझाव आमंत्रित किए तथा प्राप्त सुझावों पर गहन विचार-विमर्श किया गया. बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी जितेंद्र चैहान, सीडीपीओ शिमला (शहरी) ममता पॉल, जिला के सभी खंड चिकित्सा अधिकारी एवं विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे.
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