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प्रदेश में शिक्षा का स्तर बढ़ाने के लिए प्री बोर्ड परीक्षा होगी शुरू, इस महीने ने शुरू होंगे एग्जाम

प्रदेश के स्कूलों में छात्र बोर्ड परीक्षाओं के लिए तैयार है या नहीं इसका आकलन करने के लिए शिक्षा विभाग की ओर से प्री बोर्ड की परीक्षा का आयोजन किया जाएगा. बोर्ड परीक्षाओं में भी छात्र पास नहीं होंगे या उनके कम नंबर आते हैं तो उन छात्रों की बोर्ड की फाइनल परीक्षाओं तक एक्स्ट्रा क्लासेज लगाई जाएगी.

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Published : Sep 24, 2019, 10:14 AM IST

शिमला: प्रदेश के स्कूलों में छात्र बोर्ड परीक्षाओं के लिए तैयार है या नहीं इसका आकलन करने के लिए शिक्षा विभाग की ओर से प्री बोर्ड की परीक्षा का आयोजन किया जाएगा. जिसके लिए परीक्षाओं के लिए शेड्यूल भी तय कर लिया गया है. ये परीक्षाएं दिसंबर से शुरू होगी.

शिक्षा विभाग की ओर से प्रदेश के स्कूलों को भी प्री बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी करने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं. विभाग ने अधिकारियों को ये निर्देश दिए हैं कि अगर किसी भी स्कूलों में प्री बोर्ड की परीक्षाएं आयोजित नहीं करवाई जाती हैं, तो उन स्कूलों पर कार्रवाई की जाएगी.

प्रारंभिक शिक्षा निदेशक रोहित जम्वाल ने बताया है कि शिभा विभाग ने बोर्ड परीक्षाएं आयोजित करने का निर्णय लिया है. इन परीक्षाओं से इस बात का आंकलन किया जाएगा की नये लर्निंग आउटकम से छात्रों को कितना फायदा हुआ है और कितना सुधार छात्रों की शिक्षा के स्तर में हो पाया है. उन्होंने बताया कि प्री बोर्ड की परीक्षाओं में जो भी छात्र पास नहीं होंगे या उनके कम नंबर आते हैं तो उन छात्रों की बोर्ड की फाइनल परीक्षाओं तक एक्स्ट्रा क्लासेज लगाई जाएगी.

प्री बोर्ड परीक्षाओं की खास बात ये है कि परीक्षाओं के लिए प्रश्न पत्र बोर्ड के पैटर्न पर ही तैयार किए जाएंगे. प्रश्न पत्र बोर्ड से चर्चा करने के बाद तैयार होंगे और इसे उसी पैटर्न पर तैयार किया जाएगा जैसा प्रश्नपत्र फाइनल बोर्ड की परीक्षाओं में छात्रों को मिलता है.

प्रश्न पत्र को उसी पैटर्न पर बनाने की वजह ये है कि छात्रों का पूरा आंकलन बोर्ड परीक्षाओं के आधार पर ही किया जा सके कि छात्र कितना बेहतर फाइनल बोर्ड परीक्षाओं में कर सकेंगे. इन परीक्षाओं का जो भी परिणाम होगा उसका रिकॉर्ड शिक्षा विभाग को भेजा जाएगा. विभाग अपने स्तर पर ये चेक करेगा कि स्कूलों में पढ़ाई का लेवल कितना बढ़ा है.

बता दें कि प्रदेश के स्कूलों में लगातार गिरते हुए परिणाम को देखते हुए प्री बोर्ड की परीक्षाएं करवाने का फैसला प्रदेश सरकार की ओर से लिया गया था. अब ये पहली बार है कि नए लर्निंग आउटकम के तहत छात्रों को प्री बोर्ड की परीक्षाएं देनी होंगी और उनका आंकलन इन प्री बोर्ड की परीक्षाओं के आधार पर फाइनल परीक्षाओं के लिए किया जाएगा.

बता दें कि इस बार प्री बोर्ड की परीक्षाओं में पांचवी व आठवीं के छात्र भी हिस्सा लेंगे. साथ ही दसवीं और 12वीं के छात्रों के लिए प्री बोर्ड की परीक्षाएं करवाई जाएंगी. 3 से 20 दिसंबर तक प्री बोर्ड की परीक्षाएं स्कूलों में आयोजित होंगी. जिसके आधार पर छात्रों का आंकलन किया जाएगा कि छात्र अपनी फाइनल बोर्ड परीक्षाओं के लिए तैयार हैं या नहीं.

शिमला: प्रदेश के स्कूलों में छात्र बोर्ड परीक्षाओं के लिए तैयार है या नहीं इसका आकलन करने के लिए शिक्षा विभाग की ओर से प्री बोर्ड की परीक्षा का आयोजन किया जाएगा. जिसके लिए परीक्षाओं के लिए शेड्यूल भी तय कर लिया गया है. ये परीक्षाएं दिसंबर से शुरू होगी.

शिक्षा विभाग की ओर से प्रदेश के स्कूलों को भी प्री बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी करने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं. विभाग ने अधिकारियों को ये निर्देश दिए हैं कि अगर किसी भी स्कूलों में प्री बोर्ड की परीक्षाएं आयोजित नहीं करवाई जाती हैं, तो उन स्कूलों पर कार्रवाई की जाएगी.

प्रारंभिक शिक्षा निदेशक रोहित जम्वाल ने बताया है कि शिभा विभाग ने बोर्ड परीक्षाएं आयोजित करने का निर्णय लिया है. इन परीक्षाओं से इस बात का आंकलन किया जाएगा की नये लर्निंग आउटकम से छात्रों को कितना फायदा हुआ है और कितना सुधार छात्रों की शिक्षा के स्तर में हो पाया है. उन्होंने बताया कि प्री बोर्ड की परीक्षाओं में जो भी छात्र पास नहीं होंगे या उनके कम नंबर आते हैं तो उन छात्रों की बोर्ड की फाइनल परीक्षाओं तक एक्स्ट्रा क्लासेज लगाई जाएगी.

प्री बोर्ड परीक्षाओं की खास बात ये है कि परीक्षाओं के लिए प्रश्न पत्र बोर्ड के पैटर्न पर ही तैयार किए जाएंगे. प्रश्न पत्र बोर्ड से चर्चा करने के बाद तैयार होंगे और इसे उसी पैटर्न पर तैयार किया जाएगा जैसा प्रश्नपत्र फाइनल बोर्ड की परीक्षाओं में छात्रों को मिलता है.

प्रश्न पत्र को उसी पैटर्न पर बनाने की वजह ये है कि छात्रों का पूरा आंकलन बोर्ड परीक्षाओं के आधार पर ही किया जा सके कि छात्र कितना बेहतर फाइनल बोर्ड परीक्षाओं में कर सकेंगे. इन परीक्षाओं का जो भी परिणाम होगा उसका रिकॉर्ड शिक्षा विभाग को भेजा जाएगा. विभाग अपने स्तर पर ये चेक करेगा कि स्कूलों में पढ़ाई का लेवल कितना बढ़ा है.

बता दें कि प्रदेश के स्कूलों में लगातार गिरते हुए परिणाम को देखते हुए प्री बोर्ड की परीक्षाएं करवाने का फैसला प्रदेश सरकार की ओर से लिया गया था. अब ये पहली बार है कि नए लर्निंग आउटकम के तहत छात्रों को प्री बोर्ड की परीक्षाएं देनी होंगी और उनका आंकलन इन प्री बोर्ड की परीक्षाओं के आधार पर फाइनल परीक्षाओं के लिए किया जाएगा.

बता दें कि इस बार प्री बोर्ड की परीक्षाओं में पांचवी व आठवीं के छात्र भी हिस्सा लेंगे. साथ ही दसवीं और 12वीं के छात्रों के लिए प्री बोर्ड की परीक्षाएं करवाई जाएंगी. 3 से 20 दिसंबर तक प्री बोर्ड की परीक्षाएं स्कूलों में आयोजित होंगी. जिसके आधार पर छात्रों का आंकलन किया जाएगा कि छात्र अपनी फाइनल बोर्ड परीक्षाओं के लिए तैयार हैं या नहीं.

Intro:प्रदेश के स्कूलों में छात्र बोर्ड परीक्षाओं के लिए तैयार है या नहीं इसका आंकलन करने के लिए शिक्षा विभाग की ओर से प्री बोर्ड की परीक्षाएं करवाई जा रही हैं। प्री बोर्ड की परीक्षाओं के लिए शैड्यूल भी तय कर लिया गया है। यह परीक्षाएं दिसंबर माह में करवाई जाएंगी। इस बार प्री बोर्ड की परीक्षाओं में पांचवी व आठवीं के छात्र भी हिस्सा लेंगे वही दसवीं और 12वीं के छात्रों के लिए यह प्री बोर्ड की परीक्षाएं करवाई जाएंगी। 3 से 20 दिसंबर तक प्री बोर्ड की परीक्षाएं स्कूलों में आयोजित होंगी जिसके आधार पर छात्रों का आँकल किया जाएगा कि छात्र अपनी फाइनल बोर्ड परीक्षाओं के लिए तैयार हैं या नहीं।


Body:शिक्षा विभाग की ओर से प्रदेश के स्कूलों को भी प्री बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी करने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। विभाग में अधिकारियों को यह निर्देश दिए हैं कि अगर की भी स्कूलों में प्री बोर्ड की परीक्षाएं आयोजित नहीं करवाई जाती हैं तो उन स्कूलों पर कार्रवाई की जाएगी। प्री बोर्ड की परीक्षाओं में जो भी छात्र पास नहीं होंगे या उनके कम नंबर आते हैं तो उन छात्रों की बोर्ड की फाइनल परीक्षाओं तक एक्स्ट्रा क्लासेज लगाई जाएगी। छात्रों को फाइनल परीक्षाओं के लिए तैयार करना ही विभाग का अगला कदम होगा। प्रारंभिक शिक्षा निदेशक रोहित जम्वाल ने बताया है कि बोर्ड परीक्षाएं आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। इन परीक्षाओं से इस बात का आंकलन किया जाएगा की नए लर्निंग आउटकम से छात्रों को कितना फायदा हुआ है और कितना सुधार छात्रों की शिक्षा के स्तर में अभी तक हो पाया है।


Conclusion:प्री बोर्ड परीक्षाओं की खास बात यह है कि परीक्षाओं के लिए प्रश्न पत्र बोर्ड के पैटर्न पर ही तैयार किए जाएंगे। प्रश्न पत्र बोर्ड से चर्चा करने के बाद तैयार होंगे और इसे उसी पैटर्न पर तैयार किया जाएगा जैसा प्रश्नपत्र फाइनल बोर्ड की परीक्षाओं में छात्रों को आता है। प्रश्न पत्र को उसी पैटर्न पर बनाने की वजह यह है कि छात्रों का पूरा आंकलन बोर्ड परीक्षाओं के आधार पर ही किया जा सके की छात्र कितना बेहतर अपनी फाइनल बोर्ड परीक्षाओं में कर सकेंगे। इन परीक्षाओं का जो भी परिणाम होगा उसका रिकॉर्ड शिक्षा विभाग को जाएगा। विभाग अपने स्तर पर यह चेक करेगा कि स्कूलों में पढ़ाई का लेवल कितना बढ़ा है। बता दें कि प्रदेश के स्कूलों में लगातार गिरते हुए परिणाम को देखते हुए प्री बोर्ड की परीक्षाएं करवाने का फैसला प्रदेश सरकार की ओर से लिया गया था। अब यह पहली बार है कि नए लर्निंग आउटकम्स के तहत छात्रों को प्री बोर्ड की परीक्षाएं देनी होंगी और उनका आंकलन इन प्री बोर्ड की परीक्षाओं के आधार पर फाइनल परीक्षाओं के लिए किया जाएगा।
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