शिमलाः राजधानी शिमला के साथ लगती डुमी पंचायत में जातिगत भेदभाव का मामला सामने आया है. इस मामले को लेकर शिकायतकर्ताओं का कहना है कि यहां पर कई सालों से अनुसूचित जाति के लोग जातिवाद का दंश झेल रहे हैं.
डूमी पंचायत के नरेश, सरला, बिमला, अंजना, निर्मला व तमन्ना का आरोप है कि पंचायत के कुछ लोग और नाग देवता मंदिर कमेटी डूमी के कुछ सदस्य मंदिर में जाने और चश्मे से पानी भरने पर जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करते हैं.
उनका आरोप है कि इन लोगों ने पहले भी इस तरह जाति सूचक शब्दों का प्रयोग किया है, जिसके लिए इन्होंने पहले भी थाना सुन्नी में अपने इस कृत्य के लिए क्षमा मांगी है.
पुलिस को दी शिकायत में शिकायकर्ताओं ने कहा कि पंचायत व मंदिर कमेटी सहित गांव के कुछ लोगों द्वारा मंदिर पुजारियों को तीन मिटर चौड़ा रास्ता देने के बहाने गांव के अन्तोदय परिवार परेशान किया जा रहा है. शिकायकर्ताओं ने पुलिस से मांग करते हुए कहा कि उन्हें इसांफ दिया जाए और इन पर कार्रवाई की जाए ताकि उन्हें जातिय भेदभाव न सहना पड़े.
वहीं, ग्राम पंचायत डूमी के उप प्रधान मनोहर ने कहा कि पंचायत में इस तरह का कोई मामला उजागर नहीं हुआ है और न ही हमारे ध्यान में है. वे खुद भी अनुसूचित जाति से संबंध रखते हैं और उन्हें पंचायत के सभी लोगों का सहयोग मिलता रहा है.
एएसपी शिमला प्रवीर ठाकुर ने कहा कि यह मामला पुलिस के ध्यान में आया है. पुलिस ने सदर थाना के तहत मामला दर्ज किया है. इस मामले को लेकर पुलिस की जांच जारी है.
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