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IGMC कैंसर अस्पताल में PET CT स्कैन की सुविधा न होने से मरीज परेशान, सरकार से लगाई ये गुहार

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने साल 2020-21 के बजट में आईजीएमसी अस्पताल के लिए पीईटी-सीटी स्कैन मशीन के प्रावधान की घोषणा की थी, लेकिन आज तक मरीजों के इसकी सुविधा नहीं मिल पाई है. जिससे कैंसर के मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और उन्हें पीईटी-सीटी स्कैन करवाने के लिए बाहरी राज्यों का रूख करना पड़ रहा है. जिससे मरीजों के ऊपर दोहरी मार पड़ रही है. (No PET CT scan machine in IGMC Cancer Hospital) (PET scan facilities not available in IGMC)

PET scan facilities not available in IGMC
.IGMC कैंसर अस्पताल में PET CT स्कैन की सुविधा न होने से मरीज परेशान
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Published : Oct 16, 2022, 11:20 AM IST

Updated : Nov 13, 2022, 5:31 PM IST

शिमला: हिमाचल प्रदेश में सभी लोगों को अच्छी स्वास्थ्य सुविधा देने के सरकार और स्वास्थ्य विभाग के दावे खोखले साबित हो रहे हैं. दरअसल प्रदेश की राजधानी शिमला में स्थित आईजीएमसी के कैंसर अस्पताल में आज तक लोग पीईटी-सीटी स्कैन की सुविधा से वंचित हैं. जिससे मरीजों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. मरीजों को पीईटी-सीटी स्कैन करवाने के लिए चंडीगढ़ और दिल्ली जाना पड़ता है जाकर महंगे दामों पर जांच करवानी पड़ रही है, जिसमें उनके ज्यादा पैसे खर्च होते हैं. ऐसे में मरीजों के ऊपर दोहरी मार पड़ रही है. (No PET CT scan machine in IGMC Cancer Hospital)

PET scan के लिए बाहर जा रहे मरीज: आईजीएमसी के कैंसर अस्पताल में मरीज दूर-दूराज क्षेत्रों से अपना इलाज करवाने के लिए आते हैं. लेकिन अस्पताल में पीईटी-सीटी स्कैन की मशीन न होने से उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. मरीजों को अपना आधा इलाज करवाने के लिए चंडीगढ़ पीजीआई या दिल्ली जाना पड़ता है, जिससे उन पर आर्थिक बोझ बढ़ रहा है. ऐसे में मरीजों के तीमारदारों ने प्रदेश सरकार, स्वास्थ्य विभाग और अस्पताल प्रबंधन से कैंसर हॉस्पिटल में पीईटी-सीटी स्कैन की मशीन लगाने की गुहार लगाई है ताकि उन्हें इलाज के लिए राज्य से बाहर न जाना पड़े. मशीन लगने से उनका समय और पैसा दोनों बचेगा. (No PET CT scan machine in IGMC)

वीडियो.

प्रदेश सरकार से अप्रूवल मिलना बाकी: वहीं, जब इस बारे में कैंसर अस्पताल के एचओडी डॉ. मनीष गुप्ता ने बताया कि अस्पताल प्रबंधन की ओर से हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से अभी तक पीईटी-सीटी स्कैन मशीन के लिए फंड नहीं आया है. उन्होंने कहा कि अस्पताल की तरफ से रिपोर्ट सरकार को भेज दी गई है. अब सरकार कब अप्रूवल देती है यह तो वही बता सकते हैं. उन्होंने कहा कि कैंसर हॉस्पिटल बनाने के लिए भी जमीन चयनित कर ली गई है और फॉरेस्ट क्लीयरेंस भी मिल गई है, लेकिन अभी तक सरकार से अप्रूवल नहीं मिला है. (No PET CT scan machine in Cancer Hospital)

सीएम जयराम ने की थी ये घोषणा: गौर रहे कि, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने साल 2020-21 के बजट में आईजीएमसी अस्पताल के लिए पीईटी-सीटी स्कैन मशीन के प्रावधान की घोषणा की थी, लेकिन बावजूद इसके अब तक अस्पताल में पीईटी-सीटी स्कैन मशीन नहीं लग सकी है. भविष्य में यदि सरकार इस और काम करती है तो प्रदेश में कैंसर मरीजों का इलाज अधिक सुगम हो सकेगा. (Patients facing problems in IGMC)

पीईटी-सीटी स्कैन क्यों होता है: पीईटी स्कैन डॉक्टर को कैंसर के लिए सबसे बेहतर इलाज का चयन करने में मदद करता है. पीईटी स्कैन यह भी बताता है कि उपचार कितने अच्छे से काम कर रहा है और कैंसर कौन सी स्टेज में है. पीईटी स्कैन यह देखने के लिए भी किया जा सकता है कि क्या ट्यूमर को निकालने के लिए सर्जरी की जा सकती है या नहीं. लिम्फोमा और ब्रेन कैंसर, गले का कैंसर, सिर और गर्दन का कैंसर, लंग कैंसर, पौरुष ग्रंथि के कैंसर के मूल्यांकन में भी इसका इस्तेमाल होता है. पीईटी स्कैन का इस्तेमाल यह देखने के लिए भी किया जाता है कि कैंसर कितना गंभीर है और क्या यह शरीर के अन्य भागों में भी फैल गया है. (PET scan facilities not available in IGMC)

ये भी पढ़ें: आइजीएमसी में हिमकेयर व आयुष्मान कार्ड से दवाई लेना बना परेशानी का सबब, तीमारदारों ने की ये मांग

शिमला: हिमाचल प्रदेश में सभी लोगों को अच्छी स्वास्थ्य सुविधा देने के सरकार और स्वास्थ्य विभाग के दावे खोखले साबित हो रहे हैं. दरअसल प्रदेश की राजधानी शिमला में स्थित आईजीएमसी के कैंसर अस्पताल में आज तक लोग पीईटी-सीटी स्कैन की सुविधा से वंचित हैं. जिससे मरीजों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. मरीजों को पीईटी-सीटी स्कैन करवाने के लिए चंडीगढ़ और दिल्ली जाना पड़ता है जाकर महंगे दामों पर जांच करवानी पड़ रही है, जिसमें उनके ज्यादा पैसे खर्च होते हैं. ऐसे में मरीजों के ऊपर दोहरी मार पड़ रही है. (No PET CT scan machine in IGMC Cancer Hospital)

PET scan के लिए बाहर जा रहे मरीज: आईजीएमसी के कैंसर अस्पताल में मरीज दूर-दूराज क्षेत्रों से अपना इलाज करवाने के लिए आते हैं. लेकिन अस्पताल में पीईटी-सीटी स्कैन की मशीन न होने से उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. मरीजों को अपना आधा इलाज करवाने के लिए चंडीगढ़ पीजीआई या दिल्ली जाना पड़ता है, जिससे उन पर आर्थिक बोझ बढ़ रहा है. ऐसे में मरीजों के तीमारदारों ने प्रदेश सरकार, स्वास्थ्य विभाग और अस्पताल प्रबंधन से कैंसर हॉस्पिटल में पीईटी-सीटी स्कैन की मशीन लगाने की गुहार लगाई है ताकि उन्हें इलाज के लिए राज्य से बाहर न जाना पड़े. मशीन लगने से उनका समय और पैसा दोनों बचेगा. (No PET CT scan machine in IGMC)

वीडियो.

प्रदेश सरकार से अप्रूवल मिलना बाकी: वहीं, जब इस बारे में कैंसर अस्पताल के एचओडी डॉ. मनीष गुप्ता ने बताया कि अस्पताल प्रबंधन की ओर से हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से अभी तक पीईटी-सीटी स्कैन मशीन के लिए फंड नहीं आया है. उन्होंने कहा कि अस्पताल की तरफ से रिपोर्ट सरकार को भेज दी गई है. अब सरकार कब अप्रूवल देती है यह तो वही बता सकते हैं. उन्होंने कहा कि कैंसर हॉस्पिटल बनाने के लिए भी जमीन चयनित कर ली गई है और फॉरेस्ट क्लीयरेंस भी मिल गई है, लेकिन अभी तक सरकार से अप्रूवल नहीं मिला है. (No PET CT scan machine in Cancer Hospital)

सीएम जयराम ने की थी ये घोषणा: गौर रहे कि, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने साल 2020-21 के बजट में आईजीएमसी अस्पताल के लिए पीईटी-सीटी स्कैन मशीन के प्रावधान की घोषणा की थी, लेकिन बावजूद इसके अब तक अस्पताल में पीईटी-सीटी स्कैन मशीन नहीं लग सकी है. भविष्य में यदि सरकार इस और काम करती है तो प्रदेश में कैंसर मरीजों का इलाज अधिक सुगम हो सकेगा. (Patients facing problems in IGMC)

पीईटी-सीटी स्कैन क्यों होता है: पीईटी स्कैन डॉक्टर को कैंसर के लिए सबसे बेहतर इलाज का चयन करने में मदद करता है. पीईटी स्कैन यह भी बताता है कि उपचार कितने अच्छे से काम कर रहा है और कैंसर कौन सी स्टेज में है. पीईटी स्कैन यह देखने के लिए भी किया जा सकता है कि क्या ट्यूमर को निकालने के लिए सर्जरी की जा सकती है या नहीं. लिम्फोमा और ब्रेन कैंसर, गले का कैंसर, सिर और गर्दन का कैंसर, लंग कैंसर, पौरुष ग्रंथि के कैंसर के मूल्यांकन में भी इसका इस्तेमाल होता है. पीईटी स्कैन का इस्तेमाल यह देखने के लिए भी किया जाता है कि कैंसर कितना गंभीर है और क्या यह शरीर के अन्य भागों में भी फैल गया है. (PET scan facilities not available in IGMC)

ये भी पढ़ें: आइजीएमसी में हिमकेयर व आयुष्मान कार्ड से दवाई लेना बना परेशानी का सबब, तीमारदारों ने की ये मांग

Last Updated : Nov 13, 2022, 5:31 PM IST
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