शिमला: नागरिक सभा( Nagarik Sabha) ने गत दिनों शिमला के डाउनडेल व कनलोग इलाके में तेंदुए (leopard)द्वारा बच्चों की जान लेने के घटनाक्रम के खिलाफ आज दोबारा मुख्य अरण्यपाल(पीसीसीएफ) वन विभाग(Forest department) के शिमला स्थित कार्यालय पर शिमला प्रदर्शन किया. नागरिक सभा अध्यक्ष किशोरी ढडवालिया ने मांग की कि तेंदुए को आदमखोर घोषित किया जाए. शहर के जंगल से सटे इलाकों में फेंसिंग,कैमरों व स्ट्रीट लाइटों की उचित व्यवस्था की जाए. डाउनडेल व कनलोग हादसों के पीड़ित परिवारों को कम से कम दस-दस लाख रुपए की आर्थिक मदद दी जाए.
उन्होंने शिमला शहर के बीचों-बीच इस तरह के हादसों पर हैरानी जताकर प्रदेश सरकार, नगर निगम शिमला व वन विभाग की नाकामयाबी करार दिया. उन्होंने कहा कि डाउनडेल शहर के बीचों-बीच है।.जब इस तरह की घटना यहां पर हो सकती तो फिर शिमला शहर आसपास भी ऐसा हो सकता है. वन विभाग तेंदुए को आदमखोर घोषित करने में आनाकानी कर रहा. उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक तौर तरीके से वन्य प्राणियों से मानव की रक्षा के लिए तरीको को अपनाया जाए. वहीं , वार्ड स्तर पर कमेटियों का गठन भी किया जाना चाहिए.
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