शिमला: राजधानी शिमला के डाउन डेल में दिवाली की रात 6 वर्षीय बच्चे के रहस्यमयी स्थिति से गायब होने से शहर में हड़कंप मच गया है. आशंका जताई जा रही है कि कोई जंगली जानवर बच्चे को ले गया है. इसका कोई प्रमाण अभी तक पुलिस, वन विभाग और क्यूआरटी टीम के हाथ नहीं लगा है. सदर थाना क्षेत्र के डाउन डेल बस्ती में गुरुवार रात साढ़े आठ बजे के करीब ये मामला सामने आया. इसके बाद लोगों ने खुद बच्चें की तलाश शुरू कर दी.
पुलिस के मुताबिक बच्चे के बारे में सूचना मिलने के बाद से 50 से ज्यादा लोगों की सर्च टीम जंगल में बच्चे की तलाश कर रही है. इसमें वन विभाग की टीम, पुलिस की टीम व क्यूआरटी के जवान शामिल हैं. बच्चे के घर से नीचे 100 मीटर दूरी पर बच्चे की पैंट मिली है. इसमें न तो खून के दाग हैं और न ही कहीं से फटी हुई है. हालांकि सर्च आपरेशन टीम को जंगल में दोपहर के बाद खून के धब्बे तो मिले हैं, लेकिन साफ तौर पर नहीं कहा जा सकता है कि कौन बच्चे को उठाकर ले गया है.
ये है पूरी घटना: पुलिस के अनुसार देर रात 10 बजे कोडी मोहल्ला डाउन डेल में घर के पास दो बच्चे खेल रहे थे. इसमें से एक बच्चा रहस्यमयी परिस्थितियों में गायब हो गया. गुरुवार रात से लेकर अभी तक बच्चे को तलाशने का काम जंगल में चल रहा है. बच्चे के पिता केदारनाथ शिमला में टैक्सी चलाने का काम करते हैं. ये सोलन जिल के दाड़लाघाट के स्थानीय निवासी हैं और काफी समय से डाउन डेल के काैड़ी माेहल्ला में रहते हैं.
भूख प्यास भूल कर बच्चे को तलाशते रहे मां-बाप: उसके साथ खेलने वाले बच्चे ने जब उसके माता पिता को बताया कि उसे कोई उठाकर ले गया है, तो उसके माता पिता दौड़कर आए और पड़ोसियों के साथ अपने बच्चे को साथ लगते जंगल में तलाशने लगे. कुछ समय बाद उसकी मां को उसकी पैंट मिली, इससे उसकी उम्मीदें और ज्यादा बढ़ गई. बिना कुछ खाये बच्चे के माता पिता पूरी रात उसे तलाशते रहे. उसकी मां लोगों से पूछती रही कि उसका बच्चा किसी को मिला या नहीं. बच्चे की सलामती के लिए उसके माता-पिता की ओर से मंदिर में पूजा-अर्चना करवाई जा रही है.
वन्य प्राणी विंग के डीएफओ एन रविशंकर (Wildlife Wings DFO N Ravi Shankar) ने बताया है कि पुलिस से इसकी जानकारी मिलते ही टीमें रवाना कर दी थी. वन अधिकारी व कर्मचारी मौके पर पहुंच कर रात से बच्चे को तलाश रहे हैं. फिलहाल वन विभाग व पुलिस की अलग-अलग टीमें बच्चे की तलाश कर रही हैं, लेकिन अभी तक न तो किसी जानवर के होने के प्रमाण मिले हैं और न ही बच्चे का कोई सुराग लगा है. एसपी शिमला डॉ. मोनिका ने कहा कि इस मामले में जांच चल रही है. सर्च टीमें काम कम रही हैं. बच्चे काेसाथ खेल रहे दूसरे बच्चे ने जानवर के उठाने की बात कही है. पुलिस हर पहलू पर जांच कर रही है. टीमें भी बच्चे को तलाशने में लगी है.
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सबसे बड़ा सवाल, पटाखाें के शाेर के बीच कैसे आ गया तेंदुआ: अब सबसे बड़ा सवाल ये है कि जब पूरे शहर में आतिशबाजी और पटाखाें का शाेर था. वहीं, डाउन डेल में भी आसपास और घर के बाहर लाेग पटाखे जला रहे थे. बच्चे भी पटाखे जला रहे थे, ऐसे में तेंदुआ कैसे आया और घर के आंगन में खेल रहे बच्चे काे उठा ले गया. अब पुलिस इसकी छानबीन कर रही है. फिलहाल पुलिस ने अभी गुमशुदगी की शिकायत के आधार पर ही छानबीन कर रही है.
पहले भी कनलाेग से बच्ची काे उठा ले गया था तेंदुआ: बता दें कि इससे पहले अगस्त महीने में भी शिमला के कनलाेग में एक तेंदुआ बच्ची काे उठाकर ले गया था. उस दाैरान सुबह पुलिस और वाइल्ड लाइफ विंग ने बच्ची तलाश शुरू की थी, जैसे ही जंगल के अंदर सर्च टीम पहुंची, उन्हें चारों तरफ खून ही खून दिखा था. जबकि, डाउन डेल से गायब हुए बच्चे के मामले में ऐसा कुछ नहीं दिख रहा है.
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