शिमला: शहर के नालों में गंदगी के ढेर लगे होते हैं और यही गंदगी नदियों तक पानी में कूड़ा बह कर पहुंच रहा है और नालों के आसपास भी कूड़ा फैला रहता है. वहीं, शिमला के ग्रामीण के विधायक विक्रमादित्य सिंह ने विदेशों की तर्ज पर नालों में जलियां लगा कर कूड़े को बाहर निकलने से रोकने की सलाह दी है.
उन्होंने सोशल मीडिया अकाउंट में लिखा कि शिमला नगर निगम को इस तरीके के मैश अपने नालों में लगाने की आवश्यकता है, ताकि सारी गंदगी को हमारे पवित्र नदी नालों में जाने से रोका जा सके और हमारा पर्यावरण साफ रहे. उन्होंने कहा कि बहुत सी बीमारियां की वजह से आज लोगों की जान जा रही है जिसमें कैंसर अब कम उम्र के लोगों को भी अपना शिकार बना रहा है. जिसमें 'प्लास्टिक' एक अहम भूमिका निभाता है जो हमारी जैव विविधता में घुल मिलकर बहुत सी बीमारियों को पैदा करता है.
बता दें कि शिमला में सैकड़ों छोटे बड़े नाले है जहां लोग कूड़ा इन नालों में फेंक देने है और ये नाले बंद भी हो जाते हैं और नालों के बाहर भी गंदगी फैली रहती है. हालांकि नगर निगम नालों की सफाई तो करता है, लेकिन नालों के मुहाने पर गंदगी के ढेर लगे होते हैं और यदि इनमें जालियां लगाई जाती है तो गंदगी न तो बाहर निकलेगी और न ही नदियों में कूड़ा पहुंचेगा. यही नहीं नगर निगम को भी सफाई में आसानी होगी.
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