ठियोगः उपमंडल ठियोग की सरोग पंचायत के क्यारी गांव के लोगों ने एक बार फिर गांव के जंगल मे कटे देवदार के पेड़ों को लेकर अपना रोष दिखाना शुरू कर दिया है. लोगों का कहना है कि विभाग की मिलीभगत से इस जंगल की किस्म को कई बार बदलकर एक व्यक्ति को फायदा पहुंचाया गया और इसमें गांव वालों के हक-हकूक को खत्म किया गया.
लोगों ने गुरुवार को इस विषय को लेकर विधायक राकेश सिंघा की अगुवाई में एक जनाक्रोश रैली निकाली. रैली ठियोग के बाजार होकर डीएफओ के कार्यलय तक गई. जंहा लोगों ने वन विभाग और रेवेन्यू विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
रैली में सरोग गांव के लोगों सहित किसान सभा से जुड़े कार्यकर्ता भी मौजूद रहे और लोगों ने क्यारी गांव में स्थानीय जनता के हक वापस देने और जंगल मे कटे देवदार के पेड़ों को लेकर विभाग से उचित करवाई की मांग की. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने डीएफओ का घेराव किया और उनसे विभाग की ओर से की जा रही कार्रवाई का जवाब मांगा.
वहीं, विधायक राकेश सिंघा ने सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि सरकार की नाक के नीचे प्रदेश की वन संपदा को धनवान व्यक्ति के हाथों बेचा जा रहा है और गरीबों के हक को मारकर पूंजीपति लोगों को सरंक्षण दिया जा रहा है. राकेश सिंघा ने कहा कि मामला उच्चतम न्यायालय में जाने पर क्यारी जंगल की किस्म को बदला गया.
इसमें वन विभाग और रेवेन्यू विभाग मिले हुए हैं. इसके तहत करोड़ों की वन संपदा नष्ट हो गई और कोई इसका मुनाफा खा गया. उन्होंने इस मामले में सरकार से सीबीआई जांच की मांग की और विभाग को 15 दिनों के अंदर उचित कारवाई ओर क्यारी जंगल के बारे में स्थित स्पष्ट करने को कहा.
उन्होंने कहा कि सरकार अगर इसमें कोई ठोस कदम नहीं उठाती तो सरकार के साथ आर-पार की लड़ाई लड़ी जाएगी और दोषियों को बेनकाब कर उन्हें बख्शा नहीं जाएगा.
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