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संजौली कॉलेज में हॉस्टल समस्या पर प्रिसिंपल को ज्ञापन, मांग न मानने पर भूख हड़ताल की चेतावनी

संजौली कॉलेज में गर्ल्स हॉस्टल समस्या पर छात्र संगठन ने प्रिसिंपल को ज्ञापन सौंपा. छात्र संगठन की मांग है कि जल्द से जल्द हॉस्टल निर्माण कार्य शुरू किया जाए. छात्र संगठन ने मांग न मानने पर कॉलेज प्रशासन को भूख हड़ताल की चेतावनी दी गई है.

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Published : Jul 24, 2020, 9:16 PM IST

sanjauli college
संजौली कॉलेज के प्रिंसिपल को ज्ञापन सौंपते छात्र.

शिमला: प्रदेश के एकमात्र कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस संजौली में गर्ल्स हॉस्टल निर्माण की मांग पर छात्र संगठन ने प्रिंसिपल को ज्ञापन सौंपा है. छात्र संगठन का कहना है कि कॉलेज में प्रदेश के दूर-दूराज क्षेत्रों से छात्राएं पढ़ रही हैं. ऐसे में हॉस्टल न होने की स्थिति में छात्राओं को परेशानियां झेलनी पड़ रही है.

एसएफआई के अध्यक्ष साहिल ठाकुर ने कहा कि पिछले सात सालों से लेकर गर्ल्स हॉस्टल निर्माण की मांग की जा रही है. कॉलेज प्रशासन इसकी ओर ध्यान नहीं दे रहा है.पहले सत्ता में कांग्रेस सरकार थी और उसके बाद बीजेपी सरकार आई पर कोई भी सरकार गर्ल्स हॉस्टल के लिए काम नहीं कर पाई है. संजौली कॉलेज उत्तर भारत का एकमात्र उत्कृष्ट कॉलेज है, प्रदेश का हर छात्र कॉलेज में एडमिशन लेना चाहता है. ऐसे में कॉलेज प्रशासन हॉस्टल की सुविधा दी जानी चाहिए.

साहिल ठाकुर का कहना है कि एसएफआई जल्द से जल्द गर्ल्स हॉस्टल का निर्माण किया जाए. मांग पर अमल न होने पर आंदोलन किया जाएगा. एसएफआई ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर कॉलेज प्रशासन हॉस्टल निर्माण का कार्य जल्द शुरू नहीं करता, तो आने वाले दिनों में तीन दिन के लिए भूख हड़ताल की जाएगी.

बता दें कि कॉलेज प्रशासन द्वारा कॉलेज 80 कमरों का गर्ल्स हॉस्टल निर्माण कार्य शुरू किया जाना है, मगर कोरोना काल में लेबर न होने के चलते शिमला एमसी को पेड़ कटवाने के लिए पत्र लिखा गया है. हालांकि शिमला एमसी ने पत्र का जवाब नहीं दिया है. पेड़ कटने के बाद ही कॉलेज निर्माण कार्य शुरू किया जा सकेगा. ऐसे में एसएफआई ने कॉलेज प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.

ये भी पढ़ें: खबर का असर: बच्चों की पढ़ाई के लिए गाय बेचने वाले कुलदीप को मिला योजनाओं का लाभ दिलाने का आश्वासन

शिमला: प्रदेश के एकमात्र कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस संजौली में गर्ल्स हॉस्टल निर्माण की मांग पर छात्र संगठन ने प्रिंसिपल को ज्ञापन सौंपा है. छात्र संगठन का कहना है कि कॉलेज में प्रदेश के दूर-दूराज क्षेत्रों से छात्राएं पढ़ रही हैं. ऐसे में हॉस्टल न होने की स्थिति में छात्राओं को परेशानियां झेलनी पड़ रही है.

एसएफआई के अध्यक्ष साहिल ठाकुर ने कहा कि पिछले सात सालों से लेकर गर्ल्स हॉस्टल निर्माण की मांग की जा रही है. कॉलेज प्रशासन इसकी ओर ध्यान नहीं दे रहा है.पहले सत्ता में कांग्रेस सरकार थी और उसके बाद बीजेपी सरकार आई पर कोई भी सरकार गर्ल्स हॉस्टल के लिए काम नहीं कर पाई है. संजौली कॉलेज उत्तर भारत का एकमात्र उत्कृष्ट कॉलेज है, प्रदेश का हर छात्र कॉलेज में एडमिशन लेना चाहता है. ऐसे में कॉलेज प्रशासन हॉस्टल की सुविधा दी जानी चाहिए.

साहिल ठाकुर का कहना है कि एसएफआई जल्द से जल्द गर्ल्स हॉस्टल का निर्माण किया जाए. मांग पर अमल न होने पर आंदोलन किया जाएगा. एसएफआई ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर कॉलेज प्रशासन हॉस्टल निर्माण का कार्य जल्द शुरू नहीं करता, तो आने वाले दिनों में तीन दिन के लिए भूख हड़ताल की जाएगी.

बता दें कि कॉलेज प्रशासन द्वारा कॉलेज 80 कमरों का गर्ल्स हॉस्टल निर्माण कार्य शुरू किया जाना है, मगर कोरोना काल में लेबर न होने के चलते शिमला एमसी को पेड़ कटवाने के लिए पत्र लिखा गया है. हालांकि शिमला एमसी ने पत्र का जवाब नहीं दिया है. पेड़ कटने के बाद ही कॉलेज निर्माण कार्य शुरू किया जा सकेगा. ऐसे में एसएफआई ने कॉलेज प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.

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