शिमला: राजधानी शिमला की ऐहतिहासिक इमारतों में शुमार टाउन हॉल (Tender for Restaurant in town hall) में रेस्टोरेंट खोलने के लिए कंपनियां दिलचस्पी नहीं दिखा रहीं हैं. नगर निगम तीन बार इसके लिए टेंडर जारी कर चुका है, लेकिन टेंडर प्रक्रिया में केवल दो कंपनियों ने हिसा लिया. जबकि प्रक्रिया में तीन (Restaurant in town hall shimla) कंपनियों का होना जरूरी है.
उच्च न्यायालय के आदेश के अनुसार टाउन हॉल के धरातल का व्यावसायिक उपयोग किया जाना है. जहां नगर निगम की ओर से रेस्टोरेंट के उपयोग के लिए जगह निजी हाथों में देना का फैसला लिया गया था. टाउन हॉल शिमला के मालरोड पर सबसे अच्छी जगह पर स्थित है. यहां से मालरोड का नजारा भी दिखता है. ऐसे में यहां पर रेस्टोरेंट की अपनी ही एक शोभा होगी.
पिछले एक साल से नगर निगम टेंडर जारी कर रहा है, लेकिन कोई कम्पनी इसमे रुचि नहीं दिखा रही है. जिससे नगर निगम को भी नुकसान हो रहा है. इस भवन से नगर निगम (Restoration of town hall shimla) को हर माह पांच लाख की आय होनी थी. वहीं, अब नगर निगम प्रशासन इस पूरे काम के लिए एक सलाहकार नियुक्ति करने जा रही है.
टाउन हॉल में बनने वाले रेस्टोरेंट का टेंडर नगर निगम 12 सालों के लिए करेगा. टेंडर के साथ निगम की कुछ शर्तें भी होंगी. यदि यह शर्ते पूरी नहीं की गई, तो नगर निगम शिमला इस अवधि से पूर्व भी इस टेंडर को रद्द कर सकता है. नगर निगम की महापौर सत्या कौंडल ने कहा कि टाउन हॉल की धरातल मंजिल (Leakage in town hall of MC) में दीवारों में सीलन और पानी आ रहा है. इस वजह से भी कंपनियां रेस्टोरेंट की टेंडर प्रक्रिया में भाग नहीं ले रही हैं.
उन्होंने कहा कि अब इसका मरम्मत कार्य किया जा रहा है और जल्द ही इसके लिए टेंडर भी जारी किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इससे नगर निगम को अतिरिक्त आय भी होगी. बता दें कि टाउन हॉल के जीर्णोद्धार पर 8 करोड़ खर्च (Historical places in Shimla) किया गया है, लेकिन इसके बाद भी भवन के अंदर पानी आ रहा है. वहीं, पर्यटन निगम ने अब टाउन हॉल की मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया है, ताकि भवन में पानी की लीकेज को रोका जा सके.
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