शिमलाः कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच शिमला के पेंशनर्स वेलफेयर एसोसिएशन ने घर-घर में टेस्ट प्रक्रिया देने की मांग की है. शिमला में पेंशनर्स एसोसिएशन के महासचिव सुभाष वर्मा ने सरकार से कोविड-19 वैक्सीन में सबसे पहले बजुर्गों को प्राथमिकता देने की मांग की है. उन्होंने कहा कि 17 दिसंबर को पूरे देश में मनाए जाने वाले पेंशनर्स डे पर कोविड महामारी के चलते स्वास्थ्य की चिंता सताने लगी है.
मेडिकल रिम्बर्समेंट बिल हो जारी
इसके चलते उन्होंने सरकार से मांग की है कि वे बुजुर्गों के स्वास्थ्य की चिंता करते हुए घर द्वारा तक टेस्ट सुविधा प्रदान करे. साथ ही इम्यूनिटी बढ़ाने और टेस्ट सुविधा में प्राथमिकता देने की मांग की है. इसके अलावा उन्होंने सरकार से मेडिकल रिम्बर्समेंट बिल जारी करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस का सबसे ज्यादा खतरा बुजुर्गों को है लेकिन सरकार ने मेडिकल बिल रिम्बर्समेंट देना भी बंद कर दिया है.
कोरोना नियमों के पालना की अपील
साथ ही जनवरी महीने से एक एडीए भत्ता देना भी बंद कर दिया, जिसका सीधा नुकसान पेंशर्नस को हो रहा है. शिमला में पेंशनर्स डे मनाने के मौके पर एसोसिएशन ने शिमला के बुजुर्गों को मास्क वितरित किए और बुजुर्गों से सामाजिक दूरी और सरकार द्वारा जारी किए गए नियमों की पालना अपनाने का आग्रह किया.
इम्यूनिटी बढ़ाने की दवाइयां दिए जाने की मांग
इस मौके पर एसोसिएशन ने सरकार से कोरोना के बढ़ते मामलों में हिम सुरक्षा अभियान के तहत शिमला शहर में घर घर जाकर टेस्ट करवाने की मांग की साथ ही बुजुर्गों को इम्यूनिटी बढ़ाने की दवाइयां देने की भी मांग की. इस मौके पर एसोसिएशन ने सरकार से कोरोना के बढ़ते मामलों में हिम सुरक्षा अभियान में तहत शिमला शहर में घर घर जाकर टेस्ट करवाने की मांग की. इसके अतिरिक्त 65, 70, 75 व 80 वर्ष के बाद मिलने वाले पेंशन भत्ते को मूल वेतन में जोड़ने का सरकार ने आश्वासन दिया था, लेकिन अभी तक उसे नहीं जोड़ा गया है. उन्होंने पंजाब सरकार की तर्ज पर पेंशन व भत्ते देने की भी मांग की है.
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