शिमला: हिमाचल विधानसभा मानसून सत्र दस अगस्त से शुरू हो रहा है. ये सत्र जयराम सरकार का अंतिम सत्र है. ऐसे में विपक्ष आक्रमण रुख से सरकार को घेरने की रणनीति बनाने में जुट गया है. सर्वदलीय बैठक के बाद नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने साफ कर दिया है कि सदन के अंदर विपक्ष चुप बैठने वाला नहीं है और जनता के मुद्दों से प्रमुखता से सदन के अंदर उठाया जाएगा.
अग्निहोत्री ने कहा कि यह जयराम सरकार का (Himachal Assembly monsoon session) आखिरी सत्र है. इसके बाद कांग्रेस पार्टी की सत्ता में आएगी. उन्होंने कहा कि विपक्ष जनता की आवाज होती है बाहर लोग त्रस्त हैं ऐसे में विपक्ष कैसे चुप बैठ सकता है. आज बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी से जनता परेशान है. मौजूदा सरकार से हर वर्ग त्रस्त हो चुका है. ऐसे में जनता ने जनता के मुद्दे उठाने के लिए कांग्रेस पूरी तरह तैयार है. प्रदेश में कर्मचारी वर्ग सरकार से निराश है (HP Police Recruitment Paper Leak Case) और सड़कों पर अपने हक की लड़ाई लड़ रहा है. इस सरकार में पेपर लीक हो रहे हैं. पुलिस भर्ती पेपर लीक हुआ और इस सरकार द्वारा जांच के नाम पर लीपापोती की है . इसके अलावा सरकारी विभागों में बैकडोर से एंट्री की जा रही है.
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि विधायकों के साथ बैठकर सरकार को घेरने की (Mukesh Agnihotri on monsoon session) रणनीति तैयार की जाएगी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पूरी तरीके से आक्रमक होकर सरकार को घेरने का काम करेगी. नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि सदन में उन्हें नियमों के तहत मौका मिले या नहीं, वे हर हाल में सरकार को घेरने का काम करेंगे. नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि जयराम सरकार सत्र से डरती है. यही वजह है कि मॉनसून सत्र (Himachal Assembly monsoon session 2022) में केवल चार ही बैठकें रखी गई हैं. उन्होंने कहा कि सरकार के साल की 35 बैठकें भी पूरी नहीं करा पा रही है.
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